बदल गया जमाना🌏🙅🌐
अब वो जमाना ढल गया जब, बातों में मिसरी घुली होती।। उषा सवेरा करती अरुणिमा, सुमन - सुगंधि वाता लाती। दिनकर करों से अश्रू धरा की, मिटाता मलिन धूमिल- दृष्टि...
Poetry Writing Challenge-2 · 12 आजकल · ज़माना · बदलता इंसान · बदलती फितरत · बदलना और मिटना