Posts Tag: प्रभुश्रीराम 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mamta Singh Devaa 29 Jan 2024 · 1 min read स्वतंत्रता का अनजाना स्वाद सदियों से.... तुम्हारी सोच के पाषाण से जकड़ी थी , और.... उसमें जकड़ना मेरी आदत सी बन गई थी , अब.... टूटी है मेरी तंद्रा जो कुंभकरण सी हो गई... Poetry Writing Challenge-2 · अनजाना · नारी · प्रभुश्रीराम · स्वतंत्रता · स्वाभिमान 1 123 Share Mamta Singh Devaa 24 Jan 2024 · 1 min read प्रभु श्री राम कल रात प्रभु सपने में आये थोड़ा मंद मंद मुस्काये.... मैने पूछा प्रभु खुश तो हैं अब जानता हूँ आप ही का खेल है सब , प्रभु ये सुन फिर... Poetry Writing Challenge-2 · अयोध्या · पत्थर · प्रभुश्रीराम · मान · वनवास 137 Share