Posts Tag: पारिजात छंद 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid surenderpal vaidya 12 Aug 2024 · 1 min read दूर दूर रहते हो गीतिका ~~ आप क्यों दूर दूर रहते हो। बात मन की कभी न करते हो। दूरियों को हमें मिटाना है। व्यर्थ ही खूब कष्ट सहते हो। कुछ कहा आपसे मुहब्बत... Hindi · गीतिका · पारिजात छंद 1 1 57 Share surenderpal vaidya 1 Aug 2024 · 1 min read अधीर होते हो गीतिका ~~` क्यों बहुत ही अधीर होते हो। और फिर चैन से न सोते हो। काम खुद ही तमाम हो जाते। और तुम व्यर्थ बोझ ढोते हो। छा रहे देखिए... Hindi · गीतिका · पारिजात छंद 1 1 58 Share surenderpal vaidya 31 Jul 2024 · 1 min read गीतिका गीतिका ~~~ नाचने दो मयूर मनभावन। है धरा का खिला खिला आंगन। स्वप्न नव देखते नयन बोझिल। जोश में हैं बढ़ा हृदय स्पंदन। झूमता मोर पंख फैलाए। दृश्य है खूब... Hindi · गीतिका · पारिजात छंद 1 62 Share surenderpal vaidya 22 Jul 2024 · 1 min read नज़र नहीं आते गीतिका ~~~ आजकल क्यों नजर नहीं आते। हम नहीं आपको भुला पाते। बात मन की कही नहीं जाती। शब्द क्यों आज हैं ठिठक जाते। हो गयी लुप्त क्यों हँसी सुन्दर।... Hindi · गीतिका · पारिजात छंद 1 1 57 Share लक्ष्मी सिंह 15 Feb 2021 · 1 min read वृक्ष आधार छंद:-पारिजात 212 212 1222 वृक्ष चारों तरफ लगाना है । भूमि को स्वर्ग सा सजाना है।। वृक्ष को काट भूल मत करना, जान अपनी अगर बचाना है।। साँस लेना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · पारिजात छंद · वृक्ष 1 1 202 Share