Posts Tag: पर्यावरण 21 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mahesh Jain 'Jyoti' 5 Nov 2025 · 1 min read कुण्डलिया ! !! श्रीं !! सुप्रभात ! जय श्री राधेकृष्ण ! शुभ हो आज का दिन ! 🙏 कोई भी सुनता नहीं, धरती रही पुकार। बहुत विषैली बह रही, देखो तो अब... कुण्डलिया · धरती · पर्यावरण 38 Share Kapil Tiwari 4 Sep 2025 · 1 min read वातावरण मैं आज शांत महसूस कर रहा हूं, क्या वास्तव में मै शांत हूं? या प्रभाव मात्र परिवेश का ? वातावरण ही सही पर, अंततः तुम मुझे शांत कर देते हो... Hindi · Kapil Tiwari Poem · World Environment Day · कपिल की कविता · पर्यावरण · वातावरण 1 119 Share surenderpal vaidya 30 Aug 2025 · 1 min read हुआ अपावन मुक्तक ~~~~ हुआ अपावन हिम- शिखर, महादेव को कष्ट, नेता अफसर लोग जब, हुए धर्म से भ्रष्ट। बादल फटते जा रहे, दरके खूब पहाड़। तथाकथित निर्माण सब, हुए जा रहे... Hindi · दोहा छंद · पर्यावरण · मुक्तक 1 1 93 Share विशाल शुक्ल 23 Mar 2025 · 2 min read जंगलराज जंगल में मांसाहारी जीव जंतुओं का चिंतन शिविर चल रहा था ! कल तक जो मांस खाते थे दूसरों का आज उनके तन से खून निकल रहा था !! एक... Hindi · पर्यावरण 130 Share विशाल शुक्ल 13 Mar 2025 · 1 min read वृक्षा रोपण वे हर दिन एक वृक्ष लगाते है ! जिसकी सुरक्षा का पूरा जिम्मा लावारिश पशुओं पर छोड़ जाते है !! वैसे भी हम जंगलों से गमलों तक गमलों से मनीप्लांट... Hindi · पर्यावरण 146 Share विशाल शुक्ल 13 Mar 2025 · 1 min read वृक्षारोपण एक पेड़ लगाकर सेल्फी ली हजार ! शब्द तो चुप रहे शोर पहुंचा बाजार !! ऋतुएं भूल रही थी अपने सावन को ! नदियां यौवन को मचली थी इस बार... Hindi · पर्यावरण 117 Share surenderpal vaidya 16 Nov 2024 · 1 min read प्रतीक्षा गीतिका ~~~ प्रतीक्षा धूप की करता रहा मन है। करें क्या छा गया लेकिन सघन घन है। दिशाएं भर गयी शीतल हवाओं से। बहुत धूमिल हुआ हर ओर आंगन है।... Hindi · गीतिका · पर्यावरण · सिंधु छंद 1 1 189 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 5 Jun 2024 · 7 min read नेताजी का पर्यावरण दिवस आयोजन एयर कंडीशंड हॉल में चक्के वाली गद्देदार कुर्सी पर अपनी मोटी तोंद को धंसाते हुए वन विभाग के आला अधिकारी मनसुख लाल बैठे हुए थे .वक्त काटने के लिए सूरज... Hindi · नेताजी · पर्यावरण · व्यँग 203 Share Lovi Mishra 30 May 2024 · 1 min read धूल-मिट्टी पत्तों पर जमी धूल,चिपटी है उनसे जैसे चिपटा है विकास मानव सभ्यता से.. टूट-टूटकर मिट्टी बदल गयी है धूल में, ये वही मिट्टी है जो बांध लिया करती थी सबको... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · पर्यावरण · प्रकृति की छाव में · मुक्तक · हमारी प्रकृति हमारा जीवन 676 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 2 Aug 2023 · 1 min read स्पेशल अंदाज में बर्थ डे सेलिब्रेशन स्पेशल अंदाज में बर्थ डे सेलिब्रेशन “दादाजी इस साल मैं अपना बर्थ डे स्पेशल अंदाज में मनाना चाहता हूँ. इसके लिए मुझे आपकी मदद चाहिए.” चिंटू ने दादा जी से... Hindi · अभिभावक · पर्यावरण · लघुकथा · वृक्षारोपण · स्पेशल 428 Share Page 1 Next