Posts Tag: नारी 19 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr Archana Gupta 29 May 2023 · 1 min read नारी पहने आजकल,अजब गजब परिधान नारी पहने आजकल,अजब गजब परिधान झुकती आँखें शर्म से, कैसे दें सम्मान कैसे दें सम्मान, मानसिकता ये कैसी आज़ादी के नाम, आधुनिकता ये कैसी कहे 'अर्चना' बात, मान की है... Hindi · कुण्डलिया 3 · नारी 5 1k Share Dr Archana Gupta 25 Feb 2022 · 1 min read नारी वो एक नदी बनकर, चुपचाप बही बरसों फूलों को बचाने में, बन खार रही बरसों ये त्याग समर्पण की, नारी की कहानी है वो वक्त के साँचे में, खामोश ढली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · नारी 1 528 Share Dr Archana Gupta 8 Mar 2021 · 1 min read नारी पर दोहे नारी ने हर क्षेत्र में, ऐसा किया धमाल बदल रही है सोच भी, बदल रहा है काल बेटी को मिलने लगी, जब अपनी पहचान नारी का तो हो गया,वैसे ही... Hindi · दोहा · नारी 2 2 505 Share *Author प्रणय प्रभात* 8 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का दोहा... #दोहा ■ मातृशक्ति के सम्मान में.... 【प्रणय प्रभात】 "शक्ति, शिवा, नारायणी तुझमें सब के अंश। सृष्टि नहीं तेरे बिना, तुझ बिन कोई न वंश।। नारायणी नमोस्तुते।। #अंतरराष्ट्रीय_महिला_दिवस_पर_विशेष Hindi · आस्था · दोहा · नारी · महिला दिवस 1 365 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 19 Jan 2023 · 1 min read कन्या 🦚 (लावणी छंद) ००० पढ़ा लिखा कर मुझको भी माँ, खड़ी पैर पर कर देना । होकर बड़ी करूंगी सेवा, अच्छा सा चुन वर देना ।। तू भी नारी मैं... Hindi · कन्या · नारी · बेटी 245 Share surenderpal vaidya 7 Jun 2023 · 1 min read बढ़ रही नारी निरंतर ** गीतिका ** ~~ बढ़ रही नारी निरंतर तोड़ हर दीवार। और करती जा रही है स्वप्न सब साकार। दूर उससे है नहीं अब ज्ञान और विज्ञान। लक्ष्य नूतन छू... Poetry Writing Challenge · कविता · गीतिका · नारी 2 319 Share *Author प्रणय प्रभात* 8 Mar 2023 · 1 min read ■ दो सवाल... ■ दो सवाल...दो जवाब कुछ सवाल बेहद कठिन होते हैं, जिनके जवाब बेहद आसान हो सकते हैं। बशर्ते विषय को लेकर आपका आत्म-विमर्श स्पष्ट व हर तरह के आग्रह-पूर्वाग्रह से... Hindi · चिंतन · नारी · महिला दिवस · विमर्श 1 137 Share Ekta chitrangini 4 Jun 2023 · 1 min read "नारी जब माँ से काली बनी" नारी जब माँ से काली बनीं तब देवी कहलाईं, देवी का रूप धरीं ,सृष्टि ही रच डालीं। माँ ने नौ रूप धरे नवदुर्गा कहलाईं, नारी ही देवी बन शक्ति स्वरूपा... Poetry Writing Challenge · नारी 3 290 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 23 Aug 2023 · 1 min read श्रृंगार श्रृंगार सबको पसंद है श्रृंगार श्रृंगार बढ़ाती है सुंदरता I लगने को सब सुन्दर करते है खूब श्रृंगार I नवयुवक युवती ही नहीं बच्चे, बूढ़े भी करते हैं श्रृंगार I... Hindi · कविता · नारी · श्रृंगार 159 Share Dhriti Mishra 11 Jun 2023 · 1 min read नारायणी जीवन की भगदड़ में, कुछ पल, जी लेती है वो । फिसलते लम्हों को भी,किसी तरह सम्भाल लेती है वो।। घड़ी की रफ्तार से कुछ क्षण चुराकर, मुस्कुरा देती है... Poetry Writing Challenge · आंचल · कविता · नारी · बिटिया-रानी · ममता 139 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 10 Jun 2023 · 1 min read नारी पूजा हूं, अर्चना हूं मैं इस जग की भवानी हूं नारी हूं, उजियारी हूं मैं पावन नित बहती गंगा हूं ऊषा हूं, धरा हूं मैं वट की शीतल छाया हूं... Poetry Writing Challenge · SilentEyes · कविता · नारी 1 131 Share SURYA PRAKASH SHARMA 1 May 2023 · 1 min read नारी के प्रति ईश्वर की अनुपम, अद्भुत कृति। हे सावित्री ! सीता ! हे सती !! हो रानी लक्ष्मीबाई तुम । काली बनकर के आयीं तुम ।। परहित करने वाली देवी । वीरों... Hindi · Women · कविता · नारी · नारी शक्ति 1 101 Share अनूप अम्बर 1 Sep 2023 · 1 min read अहिल्या अब अहिल्या पतित नही होगी, खुद के स्वाभिमान को जानेगी, पत्थर की शिला नही बनेगी, कोई श्राप नही स्वीकारेगी ।। जो दोषी है उनको दण्ड मिले, वो बेकसूर दंड न... Hindi · अहिल्या · कविता · कौशल्या · नारी · सीता 1 292 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read भोग की वस्तु नहीं है नारी भोग की वस्तु नहीं है नारी, कब समझेंगे यह अत्याचारी। हर दिन लुट रहा जो अस्मत है, ये नरपिशाचों की ज़हालत है। नरपिशाच सुन! नारी, सृष्टि गढ़ने वाली है। यह... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · अत्याचार · नारी · वस्तु 114 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read नारी अबला नहीं कब तक यूँ ही नारी की अस्मत लूटी जाएगी? कब तक अपनी ही गलियों में चलने से घबराएगी? कब तक यूँ मशाल जलाकर न्याय माँगते जाएंगे? कब तक यूँ ही... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · अबला · नारी 89 Share Mamta Singh Devaa 29 Jan 2024 · 1 min read स्वतंत्रता का अनजाना स्वाद सदियों से.... तुम्हारी सोच के पाषाण से जकड़ी थी , और.... उसमें जकड़ना मेरी आदत सी बन गई थी , अब.... टूटी है मेरी तंद्रा जो कुंभकरण सी हो गई... Poetry Writing Challenge-2 · अनजाना · नारी · प्रभुश्रीराम · स्वतंत्रता · स्वाभिमान 1 58 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 12 Feb 2024 · 1 min read ममता का रूप है नारी ममता का रूप है नारी त्याग की मूरत है नारी क्षमा का भंडार है नारी घर की गृहणी है नारी ईश्वर का वरदान है नारी जग की भवानी है नारी... Poetry Writing Challenge-2 · SilentEyes · कविता · नारी 2 65 Share Dr Archana Gupta 14 Mar 2024 · 1 min read नारी कहीं मीरा बनी यह भक्ति का रसपान करती है कहीं बन लक्ष्मी बाई वीरता का गान करती है चली आई है कितने रूप धरते आज तक नारी यही बन धाय... Hindi · नारी 8 3 869 Share Ravi Prakash 28 Feb 2024 · 1 min read *घर की चौखट को लॉंघेगी, नारी दफ्तर जाएगी (हिंदी गजल)* *घर की चौखट को लॉंघेगी, नारी दफ्तर जाएगी (हिंदी गजल)* _________________________ 1) घर की चौखट को लॉंघेगी, नारी दफ्तर जाएगी जेब लगी है कुर्ते में तो, धन लेकर घर आएगी... Hindi · Quote Writer · ग़ज़ल/गीतिका · नारी · माता पिता गीतिका 1 76 Share