Posts Tag: नारी 37 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid indu parashar 30 May 2024 · 1 min read हाड़ी रानी हाड़ी रानी रूप सुंदरी हाड़ी ने पति मोह पाश को मेट दिया। राष्ट्र प्रेम हित उसने अपना शीश पुष्प सा भेंट किया। रूप सुंदरी हाड़ी ने पति मोह पाश को... Poetry Writing Challenge-3 · नारी 1 10 Share indu parashar 30 May 2024 · 1 min read स्वयं मार्ग अपना चुनें स्वयं मार्ग अपना चुनें नदिया हो या नारि हमेशा, दोनों है गतिमान। रहें निरंतर दोनों बहती, दोनों एक समान। दोनों ही हैं जन्म दायिनी, दोनों जीवन दात्री। दोनों जीवन सिंचित... Poetry Writing Challenge-3 · नारी 12 Share indu parashar 30 May 2024 · 1 min read सब मुझे मिल गया *सब मुझे मिल गया* रूप की मोहनी,प्रीत की चाहना, मीन सी है विकल, तुम विकलता हरो। प्रेम के पाश में, बांँध लो तुम मुझे, तीर विरहा चला, अब न घायल... Poetry Writing Challenge-3 · नारी 19 Share indu parashar 30 May 2024 · 1 min read आइए मेरे हृदय में आइए मेरे हृदय में आइए मेरे हृदय में श्याम तुम आ जाइए। प्रेम का विरवा लगाकर फिर कहीं मत जाइए। मैं न, मीरा राजरानी जप सकूं दिन रात मैं, मैं... Poetry Writing Challenge-3 · नारी 1 19 Share indu parashar 30 May 2024 · 1 min read गीत (विदाई के समय बेटी की मन: स्थिति) गीत (विदाई के समय बेटी की मन: स्थिति) हृदय चीरती है व्यथा, बहता नयनों नीर। बाबुल तेरी लाड़ली, कैसे बाँधू धीर। पाया लाड़ दुलार है,पाई निर्मल प्रीत। बाहों का झूला... Poetry Writing Challenge-3 · नारी 1 13 Share indu parashar 30 May 2024 · 2 min read बहुरंगी नारियाँ 🌹बहुरंगी नारियाँ 🌹 जिंदगी की जिंदगी हैं नारियांँ। जिंदगी में रंग भरतीं नारियांँ । नारियांँ ही शक्ति की प्रतिरूप है। नारियांँ हैं पुष्प सुरभित क्यारियांँ। *श्रृंगार रस* (संयोग श्रृंगार) महावर... Poetry Writing Challenge-3 · नारी 8 Share indu parashar 30 May 2024 · 1 min read बहन आती सदा रहना बहन आती सदा रहना ये साझा दुख हमारा है, हमारी मांँ का यों जाना। अकेला छोड़कर मुझको, न मन से दूर तू जाना। बहन हर तीज पर आना, बहन त्योहार... Poetry Writing Challenge-3 · नारी 16 Share indu parashar 30 May 2024 · 1 min read विवाहित बेटी की उलझन विवाहित बेटी की उलझन खुद को हारा सोचती, पाती हूँ लाचार । उठा न पाऊँ फोन मैं, हों पापा बीमार।। बहन , बहू , पत्नी बनी, माँ बन सींचा प्यार।... Poetry Writing Challenge-3 · नारी 1 12 Share indu parashar 30 May 2024 · 1 min read बिटिया (प्रेम की प्रतिमा) बिटिया (प्रेम की प्रतिमा) तुम हमारे प्रेम की, साकार प्रतिमा, कल्पनाओं की मधुर, स्मृति तुम्ही हो। तुम हमारी रुचिर प्यारी, अल्पना हो, औ विधाता की अनूठी, कृति तुम्ही हो। सृष्टि... Poetry Writing Challenge-3 · नारी 20 Share indu parashar 30 May 2024 · 2 min read बेटी-नामा बेटी-नामा आई जबसे गर्भ में, करवाती अहसास। माँ मैं तेरी लाड़ली, रहूँ हृदय के पास। माँ की धड़कन से जुड़े, उस धड़कन के तार। करे मूक संवाद वह, नहीं प्यार... Poetry Writing Challenge-3 · नारी 16 Share indu parashar 30 May 2024 · 1 min read आगमन वसंत का आगमन वसंत का आया नहीं वसंत द्वार पर, कभी लगाने फेरे । बिन वसंत ही इस जीवन को, रही उदासी घेरे। मैं वसंत से किए शिकायत, नहीं जान पाई थी।... Poetry Writing Challenge-3 · नारी 14 Share indu parashar 30 May 2024 · 1 min read इक छाया सी इक छाया सी आशीषें बरसाईं मुझ पर, सदा प्यार वर्षाया । मुझ नादान, नवेली को, जिनने अनुभवी बनाया। समझ न पाई कभी प्रेम की, लहरें जो मन में थीं। दे... Poetry Writing Challenge-3 · नारी 17 Share indu parashar 30 May 2024 · 1 min read बेटियां बेटियां गोदी में छुप मुस्काती हैं, प्यारी-प्यारी बेटियां। नन्हे हाथों से दुलराती, प्रेम लुटाती बेटियां। अंधियारे में उजला दीपक, सदा जलाती बेटियां। सूने घर में खुशियां भर कर, स्वर्ग बनाती... Poetry Writing Challenge-3 · नारी 16 Share indu parashar 30 May 2024 · 1 min read आनंद बरसे सर्वदा आनंद बरसे सर्वदा बेटी चली पी की गली, सौभाग्य की बेला खिली। आओ अशीषें प्यार से, कर दें विदा सत्कार से। बेटी तुम्हीं सौभाग्य हो, दैदीप्य, तेरा भाग्य हो। यह... Poetry Writing Challenge-3 · नारी 18 Share indu parashar 30 May 2024 · 1 min read माँ नहीं है देह नश्वर मांँ नहीं है देह नश्वर शीत ऋतु की उस ठिठुरती रात में, संदेश आया। जा मिली है पंच तत्वों में , सुगढ़ वह क्षीण काया। किंतु मेरा मन ,कभी, इस... Poetry Writing Challenge-3 · नारी 13 Share Juhi Grover 23 May 2024 · 2 min read नारी जाति को समर्पित बहुत सुना ली सब को अपनी व्यथा, अब न तू समाज में बस मज़ाक बन, अबला, असहाय, कमज़ोर न तू बन, तू खुद अपनी अब बस पहचान बन। अन्धे, गूंगे... Poetry Writing Challenge-3 · अग्निकुण्ड · इतिहास · कविता · नारी · समर्पित 16 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 20 May 2024 · 1 min read आज की नारी आज की नारी इतनी कमजोर नही जो झुक जायेगी। करो चाहे पुरजोर जतन तुम, नही वो रुक पायेगी। दिल की सुंदरता कहाँ तेजाब से खत्म हो पायेगी। शक्ति रूप है... Poetry Writing Challenge-3 · 25 कविताएं · Best Poem · Best Poetry · Poertywritingchallange · नारी 10 1 22 Share कविता झा ‘गीत’ 14 May 2024 · 2 min read नज़रें! पायल छनकाती चलती, रुन झुन रुन झुन। घर आँगन में दौड़ती, बेख़ौफ़ निडर। यहाँ से वहाँ भागती, बिना डरे नाचती गाती, बिन समहे सब कह जाती, घर-आँगन में दौड़ती, और... Poetry Writing Challenge-3 · 25 कविताएं · नज़रें · नारी · मेटाफर 27 Share Dr Archana Gupta 14 Mar 2024 · 1 min read नारी कहीं मीरा बनी यह भक्ति का रसपान करती है कहीं बन लक्ष्मी बाई वीरता का गान करती है चली आई है कितने रूप धरते आज तक नारी यही बन धाय... Hindi · नारी 8 3 890 Share Ravi Prakash 28 Feb 2024 · 1 min read *घर की चौखट को लॉंघेगी, नारी दफ्तर जाएगी (हिंदी गजल)* *घर की चौखट को लॉंघेगी, नारी दफ्तर जाएगी (हिंदी गजल)* _________________________ 1) घर की चौखट को लॉंघेगी, नारी दफ्तर जाएगी जेब लगी है कुर्ते में तो, धन लेकर घर आएगी... Hindi · Quote Writer · गजल गीतिका 2 · नारी · माता पिता गीतिका 1 100 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 12 Feb 2024 · 1 min read ममता का रूप है नारी ममता का रूप है नारी त्याग की मूरत है नारी क्षमा का भंडार है नारी घर की गृहणी है नारी ईश्वर का वरदान है नारी जग की भवानी है नारी... Poetry Writing Challenge-2 · SilentEyes · कविता · नारी 2 87 Share Mamta Singh Devaa 29 Jan 2024 · 1 min read स्वतंत्रता का अनजाना स्वाद सदियों से.... तुम्हारी सोच के पाषाण से जकड़ी थी , और.... उसमें जकड़ना मेरी आदत सी बन गई थी , अब.... टूटी है मेरी तंद्रा जो कुंभकरण सी हो गई... Poetry Writing Challenge-2 · अनजाना · नारी · प्रभुश्रीराम · स्वतंत्रता · स्वाभिमान 1 63 Share अनूप अम्बर 1 Sep 2023 · 1 min read अहिल्या अब अहिल्या पतित नही होगी, खुद के स्वाभिमान को जानेगी, पत्थर की शिला नही बनेगी, कोई श्राप नही स्वीकारेगी ।। जो दोषी है उनको दण्ड मिले, वो बेकसूर दंड न... Hindi · अहिल्या · कविता · कौशल्या · नारी · सीता 1 309 Share Dr. Pradeep Kumar Sharma 23 Aug 2023 · 1 min read श्रृंगार श्रृंगार सबको पसंद है श्रृंगार श्रृंगार बढ़ाती है सुंदरता I लगने को सब सुन्दर करते है खूब श्रृंगार I नवयुवक युवती ही नहीं बच्चे, बूढ़े भी करते हैं श्रृंगार I... Hindi · कविता · नारी · श्रृंगार 175 Share Dhriti Mishra 11 Jun 2023 · 1 min read नारायणी जीवन की भगदड़ में, कुछ पल, जी लेती है वो । फिसलते लम्हों को भी,किसी तरह सम्भाल लेती है वो।। घड़ी की रफ्तार से कुछ क्षण चुराकर, मुस्कुरा देती है... Poetry Writing Challenge · आंचल · कविता · नारी · बिटिया-रानी · ममता 157 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read नारी अबला नहीं कब तक यूँ ही नारी की अस्मत लूटी जाएगी? कब तक अपनी ही गलियों में चलने से घबराएगी? कब तक यूँ मशाल जलाकर न्याय माँगते जाएंगे? कब तक यूँ ही... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · अबला · नारी 99 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read भोग की वस्तु नहीं है नारी भोग की वस्तु नहीं है नारी, कब समझेंगे यह अत्याचारी। हर दिन लुट रहा जो अस्मत है, ये नरपिशाचों की ज़हालत है। नरपिशाच सुन! नारी, सृष्टि गढ़ने वाली है। यह... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · अत्याचार · नारी · वस्तु 125 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 10 Jun 2023 · 1 min read नारी पूजा हूं, अर्चना हूं मैं इस जग की भवानी हूं नारी हूं, उजियारी हूं मैं पावन नित बहती गंगा हूं ऊषा हूं, धरा हूं मैं वट की शीतल छाया हूं... Poetry Writing Challenge · SilentEyes · कविता · नारी 1 140 Share surenderpal vaidya 7 Jun 2023 · 1 min read बढ़ रही नारी निरंतर ** गीतिका ** ~~ बढ़ रही नारी निरंतर तोड़ हर दीवार। और करती जा रही है स्वप्न सब साकार। दूर उससे है नहीं अब ज्ञान और विज्ञान। लक्ष्य नूतन छू... Poetry Writing Challenge · कविता · गीतिका · नारी 2 326 Share Ekta chitrangini 4 Jun 2023 · 1 min read "नारी जब माँ से काली बनी" नारी जब माँ से काली बनीं तब देवी कहलाईं, देवी का रूप धरीं ,सृष्टि ही रच डालीं। माँ ने नौ रूप धरे नवदुर्गा कहलाईं, नारी ही देवी बन शक्ति स्वरूपा... Poetry Writing Challenge · नारी 3 324 Share Dr Archana Gupta 29 May 2023 · 1 min read नारी पहने आजकल,अजब गजब परिधान नारी पहने आजकल,अजब गजब परिधान झुकती आँखें शर्म से, कैसे दें सम्मान कैसे दें सम्मान, मानसिकता ये कैसी आज़ादी के नाम, आधुनिकता ये कैसी कहे 'अर्चना' बात, मान की है... Hindi · कुण्डलिया 3 · नारी 5 1k Share SURYA PRAKASH SHARMA 1 May 2023 · 1 min read नारी के प्रति ईश्वर की अनुपम, अद्भुत कृति। हे सावित्री ! सीता ! हे सती !! हो रानी लक्ष्मीबाई तुम । काली बनकर के आयीं तुम ।। परहित करने वाली देवी । वीरों... Hindi · Women · कविता · नारी · नारी शक्ति 1 114 Share *प्रणय प्रभात* 8 Mar 2023 · 1 min read ■ दो सवाल... ■ दो सवाल...दो जवाब कुछ सवाल बेहद कठिन होते हैं, जिनके जवाब बेहद आसान हो सकते हैं। बशर्ते विषय को लेकर आपका आत्म-विमर्श स्पष्ट व हर तरह के आग्रह-पूर्वाग्रह से... Hindi · चिंतन · नारी · महिला दिवस · विमर्श 1 142 Share *प्रणय प्रभात* 8 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का दोहा... #दोहा ■ मातृशक्ति के सम्मान में.... 【प्रणय प्रभात】 "शक्ति, शिवा, नारायणी तुझमें सब के अंश। सृष्टि नहीं तेरे बिना, तुझ बिन कोई न वंश।। नारायणी नमोस्तुते।। #अंतरराष्ट्रीय_महिला_दिवस_पर_विशेष Hindi · आस्था · दोहा · नारी · महिला दिवस 1 376 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 19 Jan 2023 · 1 min read कन्या 🦚 (लावणी छंद) ००० पढ़ा लिखा कर मुझको भी माँ, खड़ी पैर पर कर देना । होकर बड़ी करूंगी सेवा, अच्छा सा चुन वर देना ।। तू भी नारी मैं... Hindi · कन्या · नारी · बेटी 298 Share Dr Archana Gupta 25 Feb 2022 · 1 min read नारी वो एक नदी बनकर, चुपचाप बही बरसों फूलों को बचाने में, बन खार रही बरसों ये त्याग समर्पण की, नारी की कहानी है वो वक्त के साँचे में, खामोश ढली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · नारी 1 542 Share Dr Archana Gupta 8 Mar 2021 · 1 min read नारी पर दोहे नारी ने हर क्षेत्र में, ऐसा किया धमाल बदल रही है सोच भी, बदल रहा है काल बेटी को मिलने लगी, जब अपनी पहचान नारी का तो हो गया,वैसे ही... Hindi · दोहा · नारी 2 2 528 Share