Posts Tag: दम कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid महेश कुमार (हरियाणवी) 19 Jun 2023 · 1 min read (दम) उठते ही बोले सुन पँछी ये गुनगुन। बस सपने ना बुन अब चलना हैं। डर-डर-डर नहीं डर के ना जड़। लड़-लड़-लड़ तूँ खुद से ही लड़। उठ कर गिरना गिर... Hindi · दम · दम कविता · प्रेरक कविता · महेश कुमार हरियाणवी 1 400 Share