Posts Tag: छत्तीसगढ़ी कविता 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dushyant Kumar Patel 24 Jul 2025 · 1 min read सावन संग हरेली चल संगी, गेड़ी चढ़े अउ झूला झूले, बुलावत हे रुमझुम सावन के बदरा। हरियर बाग बगीचा, हरियर डाहर हे — धरती ओढ़े हे सुग्घर हरियर अंचरा।। सावन के फुहार संग,... Chhattisgarhi · छत्तीसगढ़ी कविता 116 Share Dushyant Kumar Patel 27 Jun 2025 · 1 min read # संगी संगवारी जिनगी मा का रस रहि जाही, ये हिरदे ह कइसे हरियाही? मिठ-मिठ मया के गोठ रे, कोन सुनही अउ सुनाही — बिन संगी संगवारी के। मयारू के खबर कोन लाही,... Chhattisgarhi · Kavita · छत्तीसगढ़ी कविता 102 Share JITESH BHARTI CG 17 Jun 2025 · 1 min read ।। मोर घर माटी के ।। ।। मोर घर माटी के ।। मोर घर माटी के सुग्घर सुग्घर हे, चिरिया मन के गीत ह , सियान ल सुहाए दुवार-भीतरी म सुगंध माटी के, नान्हे कोंच के... Chhattisgarhi · Article · Best Hindi · छत्तीसगढ़ी कविता · जितेश भारती · माटी 1 73 Share JITESH BHARTI CG 19 Apr 2025 · 1 min read ""हमर गाँव"" एक नई छत्तीसगढ़ी कविता — गाँव के जीवन पर आधारित: "हमर गाँव" हमर गाँव के बात निराला, हरियर खेत अउ बगिया वाला। माटी म खुशबू कस परे, मन ल भा... Chhattisgarhi · कविता · छत्तीसगढ़ी कविता · जितेश भारती · हिंदी 300 Share Dushyant Kumar Patel 4 Aug 2024 · 1 min read *हरेली तिहार मनाबो जी* हंसत खिलत जिनगी ला झन फीका करव, चला सबों जुरमिल हरेली तिहार मनाबो जी l घर मा गुड़ चीला, गुलगुला भजिया खाके, खाल्हे पारा खो-खो,फुगड़ी खेले जाबो जी l गोधन... Chhattisgarhi · Chhattisgarhi Kavita · छत्तीसगढ़ी कविता 1 294 Share