Posts Tag: गैया 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Shaily 5 Feb 2024 · 1 min read गये ज़माने की यादें टुकड़ा-टुकड़ा, उखड़ा-उखड़ा दिन बीता करता है, गये ज़माने की यादों में बूढ़ा मन खोया रहता है माँ की गोद, बाप का काँधा, दादी माँ की लोरी नीम तले का पड़ा... Poetry Writing Challenge-2 · कबरी बिल्ली · कविता · गैया · बूढ़ा मन · वृद्धाश्रम 2 140 Share