Posts Tag: गीत 8k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next DrLakshman Jha Parimal 2 Jun 2024 · 1 min read "बिलखती मातृभाषा " डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================= जो अपनी मातृभाषा को स्वयं तिरस्कार करते हैं उसे उनके ही साथी सब उन्हें अस्वीकार करते हैं सभी से प्यार तुम कर लो सबों को... Hindi · गीत 24 Share जय लगन कुमार हैप्पी 2 Jun 2024 · 1 min read दिल दिया है प्यार भी देंगे मेरी प्रियवर तू मेरी दिलबर तू तेरा सबकुछ मैं मेरा सबकुछ तू ऊं................आ................ हद से ज्यादा प्यार करेंगे, ऐ सनम तेरे लिए दिल दिया है प्यार भी देंगे, ऐ सनम... Hindi · Love Song · गीत 23 Share gurudeenverma198 2 Jun 2024 · 1 min read ताकि अपना नाम यहाँ, कल भी रहे ताकि अपना नाम यहाँ, कल भी रहे। ताकि याद हम यहाँ पर, कल भी रहे।। अपने निशां बाकी, कल भी रहे यहाँ। करें ऐसा काम ताकि, सब खुश रहे।। ताकि... Hindi · गीत 1 29 Share gurudeenverma198 1 Jun 2024 · 1 min read तारीफ तेरी, और क्या करें हम तारीफ तेरी और, क्या हम करें। कैसे तुम्हारा दिल, खुश हम करें।। तुम्हारे सिवा हमको, नहीं है पसंद और। तारीफ तेरी और------------------।। यूँ तो हजारों फूल, गुलशन में हैं। रोशन... Hindi · गीत 1 29 Share gurudeenverma198 31 May 2024 · 1 min read इसकी वजह हो तुम, खता मेरी नहीं (शेर)- यह एक ऐसी कहानी है, जो खत्म कभी नहीं हो सकती। यह पहेली है कुछ ऐसी, जो बुझ कभी नहीं सकती।। तुम भूल सकते हो वो पल, वो दिन... Hindi · गीत 29 Share gurudeenverma198 30 May 2024 · 1 min read सोचते हो ऐसा क्या तुम भी जैसा कि सोचते हैं हम। सोचते हो ऐसा क्या तुम भी।। चाहता है दिल तुम्हें जैसा। चाहते हो हमें क्या तुम भी।। जैसा कि सोचते हैं -----------------।। तारीफ हम तुम्हारी,... Hindi · गीत 1 27 Share Sumangal Singh Sikarwar 30 May 2024 · 1 min read लो फिर बसंत आया है मन पुलकित, है तन पुलकित पुलकित है जग सारा | है वन पुलकित उपवन पुलकित पुलकित है नभ सारा | मस्तिष्क की डालियां कहने लगीं फिर .. लो फिर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 1 26 Share Sumangal Singh Sikarwar 30 May 2024 · 1 min read बेटी हर दर्द को सहती है खुश फिर भी वो रहती है बेटी क्या है लड़की क्या है खुद को खुद से कहती है | बेटी जन्मती एक घर में पनपती... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · गीत · गीतिका 1 26 Share Sumangal Singh Sikarwar 30 May 2024 · 1 min read न जाने किसकी कमी है फूलों से महकते बाग फिर भी सूनी जमी है न जानें किसकी कमी है , न जानें किसकी कमी है | चहकते हैं पक्षी यहां कोयल भी कूकती है न... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 31 Share Sumangal Singh Sikarwar 30 May 2024 · 1 min read अतीत याद आता है अचानक हवा का कोई झोंका मेरे सामने से गुजर जाता है मुझे मेरी स्मृति को अपने साथ लेकर मेरे अतीत तक की सैर कराता है वह चेहरा जो अब स्मृति... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 22 Share Sumangal Singh Sikarwar 30 May 2024 · 1 min read जानेमन नहीं होती गम की दहलीज पे मुसीबत कम नहीं होती, सफर ए इश्क की कोई मजिल नहीं होती | होकर परेशां जिंदगी से मौत करीब लगती है करीब से देखो जिंदगी भी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 29 Share Sumangal Singh Sikarwar 29 May 2024 · 1 min read बदला हूं मैं धूप वो तपती वो जलते पैर मजबूरी और नंगे पांव की सैर | बदला नहीं है कुछ भी सबकुछ है वही वही तपती धूप वही है रहगुजर | रहगुजर मुश्किल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 26 Share Sumangal Singh Sikarwar 29 May 2024 · 1 min read कविता शब्द अनन्य भावों का बोध कराते प्रथक प्रथक स्थान लिए स्मृति पटल पर अंकित हो जाते हैं | यही शब्द संचित होकर विचार बन जाते हैं विचार होते हैं कभी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 29 Share Sumangal Singh Sikarwar 29 May 2024 · 1 min read पलक कल ये जो उठी तो चांद नजर आया , और जब ये झपकीं तो धुंध अंधेरा छाया काश झपकना इनकी फितरत में न होता हम इक टक उस चांद को... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 27 Share Sumangal Singh Sikarwar 29 May 2024 · 1 min read मौसम तपती धूप में नंगे पैर चलते हैं , मजबूरी में इन बादलों का जुल्म सहते हैं , भीगना चाहते नहीं मगर भीगते हैं वो , ठंड की ठिठुरन को भी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 31 Share Sumangal Singh Sikarwar 29 May 2024 · 1 min read आवाज न जानें क्यूं कहा हमसे उन्होंने आज उनकी आवाज से मिलादें अपनी आवाज काश कि वो हमें अब चाहने लगे हैं, शायद तभी थी उनकी ये आरजू भरी आवाज |... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 18 Share Sumangal Singh Sikarwar 29 May 2024 · 1 min read इशारा आंखें ये उनकी क्या कह रही हैं यूं पलकों को उठा और झपका रहीं हैं कभी तिरछी होकर हमें निहारती हैं कभी मुस्कुराकर जलवा दिखाती हैं हम समझ नहीं पाते... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 22 Share Sumangal Singh Sikarwar 29 May 2024 · 1 min read वो चेहरा सुमन सा सुंदर , मोह सा मोहक प्रेम सा प्रिय, भाव सा भावुक स्पंदन सा कंपित , रूदन सा पीड़ित स्मृति सा स्मारक वो चेहरा ... मुझे देख छुप जाता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 1 17 Share Sumangal Singh Sikarwar 29 May 2024 · 1 min read आंगन आंगन खुशियों से महकता सा आंगन ... दस्तकों से दमकता सा | कभी उनकी आहट का सुकून देता कभी उनके आने का सबूत देता | अगले ही क्षण यूं कहने... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 1 21 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 29 May 2024 · 1 min read इश्क़ किसे कहते है? फिर छिड़ी बहस, इश्क़, किसे कहते है हो जो मर्ज लाइलाज ,इश्क़ उसे कहते है आग का दरिया हो, या सहरा हो तूफानी जों डूबे हो पार,इश्क़ उसे कहते है... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 25 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 29 May 2024 · 1 min read राम कथा ही गाऊँगा मैं हूं सच्चा सनातनी, मैं भगवे पर मिट जाऊँगा रोम रोम में राम बसा है, राम कथा ही गाऊँगा चाहे काटो हाथ पैर या चाहे काट दो मेरा शीश, चाहे... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 19 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 29 May 2024 · 1 min read तुम मेरी ही मधुबाला..... नवयौवन था आंखों में, जब सांसों मे थी मधुशाला, तुम आई ऐसे जीवन में, जैसे फूलों की माला मैं जब जब विचलित होता था, तुम मेरा धीर बढ़ाती थी, तुम... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 30 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 29 May 2024 · 1 min read कुछ भी साथ न जाएगा बन्दे कुछ भी साथ न जाएगा बन्दे जप ले हरि का नाम रे, भोग में सारी उमर बिताये घूमेगा चौरासी लाख रे, ये मानुष तन दुर्लभतम बन्दे सुर मुनि भी ललचाय... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 22 Share Dr.Pratibha Prakash 29 May 2024 · 1 min read त्राहि त्राहि तपती छाती वसुन्धरा की तरुवर बिन अकुलाई है सूना आंचल कहे व्यथा अब नदिया की करुनाई है सूख गये तालाब बाबड़ी कुओं के दिन बीत गये गौरैया कपोत काग अब... Hindi · कविता · गीत 2 63 Share Sumangal Singh Sikarwar 29 May 2024 · 1 min read ये जिंदगी कभी खुशी कभी गम अजीब सी ये लगती है न जाने क्यूं ये जिंदगी एक पहेली सी लगती है | सब कुछ भी पाकर ख़ाव अधूरा सा रहता है मिले... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 23 Share gurudeenverma198 29 May 2024 · 1 min read जब साथ छोड़ दें अपने, तब क्या करें वो आदमी (शेर)- मैं आज बदनाम हूँ वहाँ, जहाँ कल तक मुझको पूजा जाता रहा। कह सके किसी को कि सच क्या है, वहाँ नहीं कोई ऐसा अब रहा।। ----------------------------------------------------------------------- जब साथ... Hindi · गीत 40 Share krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर 29 May 2024 · 1 min read बरसात #बरसात जिसे अपने लिए समझते थे सही, धोखा अपनों से मिलता यहीं। सुना सुना है मन कुछ अच्छा नहीं, इस बार सावन में बरसात नहीं।। इस बार सावन में बरसात... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत 37 Share krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर 29 May 2024 · 2 min read पिता #पिता मेरे घर मंदिर का देवता मेरा पिता है। मेरे सफल जीवन का भाग्य विधाता हैं। जल जैसा पसीना बहाकर खेत में। कडी धूप में दिनभर बाप जलता है। घर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत 34 Share krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर 29 May 2024 · 1 min read सागर की लहरों सागर की लहरों सागर की लहरों, जरा रूको जरा ठहरो, मेरे भीतर बुराई को मारो। तुफानों से है तेरी यारी, दुनिया कितनी सही कितनी बुरी, कहां-कहां क्या क्या हो रहा,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · गीत · पुस्तक समीक्षा · मुक्तक 30 Share krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर 29 May 2024 · 1 min read बिन माली बाग नहीं खिलता #बिन माली बाग नहीं खिलता बिन माली बाग नहीं खिलता है। बिन माँ - बाप घर घर नहीं होता है।। माली दिन रात पौधे की देखभाल करता है । माँ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · दोहा · लघु कथा 29 Share Shekhar Chandra Mitra 28 May 2024 · 1 min read दिल टूट गईल जहिए तहार साथ छूट गईल तहिए हमार दिल टूट गईल... (१) तू हमसे नजरिया का फेरलू हमसे हमार गीत रूठ गईल... (२) ओने बंद भईल खिड़की तहार एने हमार दम... Bhojpuri · गीत 23 Share Shekhar Chandra Mitra 28 May 2024 · 1 min read एक उदास लड़की कौन-सी तकलीफ़ तुम्हें मुझसे तो बताओ ना चाहे प्यार हो या नफ़रत कुछ भी छिपाओ ना... (१) क्या किसी ने बेदर्दी से दिल तुम्हारा तोड़ दिया मंज़िल का वादा करके... Hindi · गीत 24 Share Shekhar Chandra Mitra 28 May 2024 · 1 min read इंतज़ार मुझे नींद क्यों नहीं लगती मुझे चैन क्यों नहीं आता दवा-दुआ सब करके देखा मेरा दर्द क्यों नहीं जाता... (१) क्या ख़्वाब-क्या हक़ीक़त मैंने ढूंढ़ा उसे-चारों तरफ़ कौन वह अजनबी... Hindi · गीत 27 Share Shekhar Chandra Mitra 28 May 2024 · 1 min read मांझी मोड़ ले नांव अब रे मांझी मोड़ ले नांव अब हम हारे दिल का दांव अब... (१) ओझल हुई डोली प्यार की मरघट हुआ यह गांव अब... (२) देह में आग लगाएगी बस बरगद... Hindi · गीत 23 Share Shekhar Chandra Mitra 28 May 2024 · 1 min read सपनों वाली लड़की उसका रुप चंदा तो रंग तारा लगता है उसका आसमान से कोई नाता लगता है... (१) वह एक रात आयी थी मुझसे मिलने के लिए लेकिन आज तक मेरा आंगन... Hindi · गीत 27 Share Shekhar Chandra Mitra 28 May 2024 · 1 min read दुनिया में आने में देरी नायक- "तुमने दुनिया में आने में क्यों इतनी देरी कर दी?" नायिका- "तुमने दुनिया में आने में क्यों इतनी जल्दी कर दी?" दोनों- "कितना अच्छा होता अगर हम एक साथ... Hindi · गीत 28 Share Shekhar Chandra Mitra 28 May 2024 · 1 min read कोई अपना मिला था मुझे इस बेगानी दुनिया में कोई अपना मिला था मेरी इन जागती आंखों का जैसे सपना मिला था... (१) उसका चेहरा जितना मासूम था उतनी ही शोख थीं उसकी निगाहें... Hindi · गीत 25 Share DrLakshman Jha Parimal 28 May 2024 · 2 min read " शिखर पर गुनगुनाओगे " डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================== बसाएँगे नयी दुनियाँ सभी अपने यहाँ होंगे रहेंगे साथ ही मिलकर मिलन के गीत गाएँगे !! बसाएँगे नयी दुनियाँ सभी अपने यहाँ होंगे रहेंगे साथ... Hindi · गीत 28 Share gurudeenverma198 28 May 2024 · 1 min read तुम ऐसे उम्मीद किसी से, कभी नहीं किया करो तुम ऐसे उम्मीद किसी से, कभी नहीं किया करो। ऐसे एतबार तुम किसी पर, कभी नहीं किया करो।। तुम ऐसे उम्मीद किसी से--------------------------।। जिसको चाहते हो इतना, मानकर उसको तुम... Hindi · गीत 34 Share singh kunwar sarvendra vikram 28 May 2024 · 1 min read मैं भी कोई प्रीत करूँ....! तुमसे मिलकर लगा युँ मुझको, मैं भी कोई प्रीत करूँ राग–हृदय का तुम्हें बनाकर, खुद में मैं संगीत भरूं हिय की नाव लहर में आई, मापू कैसे मैं गहराई जी... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Poetry By Kunwar SarvendVikram · कविता · कुंवर सर्वेंद्र · गीत 107 Share Seema Garg 28 May 2024 · 1 min read सत्य काव्य सर्जन गीत -- सत्य -- ******************************** सीधी-सच्ची बातें कहता, सदा अमंगल टाला है। सत्य वचन जो बोले मानव, प्रभु उसका रखवाला है।। सदा सत्य जयकारा होती, झूठे का मुँह... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 2 33 Share krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर 28 May 2024 · 1 min read इश्क में तेरे #इश्क में तेरे है गुजारिश आप पढलो, पैगाम दुवाओ के लिखते जायेंगे, करलो एतबार हमारा, इश्क में तेरे जीते रहेंगे। सुबह हो या शाम हो, हर लम्हा तुझे देखेंगे, तु... Hindi · कविता · गीत 3 3 33 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read *~ हंसी ~* आजकल अन्दर से जो हंसी फूटती है। वो खोती जा रही है। हंसो,मगर इतना ध्यान रखो, कोई देख ना ले तुम्हें हंसते हुए । दुखों से दुनियां भरी पड़ी है,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत 19 Share Sumangal Singh Sikarwar 28 May 2024 · 1 min read खत लो फिर किसी की बात किसी तक पहुंच गई यूं लगा कि किसी की आरजू पूरी हो गई | वो तो गुदगुदा गए मन ही मन अनंत कि उनकी निगाह... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 23 Share Sumangal Singh Sikarwar 28 May 2024 · 1 min read रात नहीं कहता कोई किसी से हर बात नही कहता अपने दिल के हर जज़्बात नहीं कहता | कभी कुछ तो कभी कुछ छुपाता है दिन तो कहता है मगर रात नहीं कहता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 23 Share Sumangal Singh Sikarwar 28 May 2024 · 1 min read रुख बदल गया अधखिली सी धूप को स्याह अंधेरा बदल गया सूरज निकलते निकलते अपना रुख बदल गया | बड़ी आस थी कि धूप निकल आएगी दुख की छांव को अलविदा कह जायेगी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · गीत · गीतिका 24 Share Ramji Tiwari 28 May 2024 · 3 min read देवर्षि नारद जी श्री विष्णु के परम भक्त ज्ञान अपार हैं नारद जी तीनों लोकों की खबर के पत्रकार हैं नारद जी नारद मुनि ब्रम्हा जी के मानस पुत्र कहलाते हैं दुनिया भर... Hindi · गीत 25 Share Sumangal Singh Sikarwar 28 May 2024 · 1 min read मेरी सूरत हो तुम इस कदर मेरे ख्यालों में हो मेरे दिन और मेरी रातों में हो कि जैसे तुम इक नदिया हो मेरे पल पल में तुम बहती हो तुम इस कदर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · गीत · गीतिका 21 Share Sumangal Singh Sikarwar 28 May 2024 · 1 min read माँ ठिठुरती ठंड में निठुरती अंध में चूल्हे पर तवे चिमटे हाथ सिमटे... आग की लपटों से बचती, रोटियां सेंकती माँ | बरतनों का ढेर देर सबेर बच्चो का शोर क्रोध... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 1 31 Share Sumangal Singh Sikarwar 27 May 2024 · 1 min read इंतजार एक इंतजार अजीब सा है ये इकरार अजीब सा है मुझे मेरे मन को एतबार अजीब सा है इंतजार कि खुशी चली आएगी गमों की धूप ये ढली चली आएगी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 32 Share Previous Page 2 Next