Posts Tag: गीतिका छंद 13 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid surenderpal vaidya 5 Dec 2024 · 1 min read झुक नहीं सकती गीतिका ~~~ बन सघन घन हर दिशा में छा रही है देखिए। नील नभ को भी झुकाती जा रही है देखिए। हर चुनौती को सहज स्वीकार कर लेती स्वयं। और... Hindi · गीतिका · गीतिका छंद · नारी शक्ति 2 2 29 Share surenderpal vaidya 3 Nov 2024 · 1 min read कर्म पथ पर गीतिका ~~~ कर्म पथ पर व्यक्ति जो उत्साह दिखलाता नहीं। वह सहज परिणाम में भी पूर्णता पाता नहीं। दूर रहने से कभी मजबूत रिश्ते कब हुए। वह अकेला ही रहा... Hindi · गीतिका · गीतिका छंद 1 1 39 Share surenderpal vaidya 5 May 2024 · 1 min read * जिन्दगी में * ** गीतिका ** ~~ जिन्दगी में दर्द पीड़ा कष्ट सब सहते रहो। साथ हो संवेदनाएं बिन रुके बढ़ते रहो। लोग हैं अपने पराए हर तरह के जब यहां। बात मन... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · गीतिका छंद 1 1 100 Share surenderpal vaidya 3 Apr 2024 · 1 min read * लोकतंत्र महान है * ** गीतिका ** ~~ मन लिए आशा भरे अभियान करना चाहिए। और मिलकर लक्ष्य का संधान करना चाहिए। लोकतंत्र महान है मजबूत होता जा रहा। वोट के अधिकार का सम्मान... Hindi · गीतिका · गीतिका छंद · लोकतंत्र 1 1 110 Share surenderpal vaidya 28 Mar 2024 · 1 min read * सत्य पथ पर * ** गीतिका ** ~~ बेकरारी में नहीं अब हाथ मलना चाहिए। जब जमाने में सभी को साथ चलना चाहिए। सत्य पथ पर कष्ट होंगे सब करेंगे हम सहन। अब स्वयं... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · गीतिका छंद 4 1 126 Share surenderpal vaidya 7 Mar 2024 · 1 min read * चांद के उस पार * ** मुक्तक ** ~~ कल्पनाओं में नये कुछ रंग भरने चाहिए। मेघ नभ पर भी छितरते कुछ उमड़ने चाहिए। चांद के उस पार जाने की तमन्ना को लिए। प्यार के... Hindi · गीतिका छंद · चांद · मुक्तक 1 1 94 Share surenderpal vaidya 27 Jan 2024 · 1 min read * चलते रहो * ** मुक्तक ** ~~ कार्य सब होते समय पर कष्ट कुछ सहते रहो। जल्दबाजी छोड़ कर कुछ धैर्य भी धरते रहो। साथ देता है समय हालात जब अनुकूल हो। सामने... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका छंद · मुक्तक 1 1 130 Share surenderpal vaidya 22 Jan 2024 · 1 min read * आए राम हैं * राष्ट्रीय पर्व महोत्सव ** जय श्रीराम ** ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ ** गीतिका ** ~~ धर्म का जय रथ लिए निज धाम आए राम हैं। विश्व नभ पर आज हर्षित खूब छाए राम... Hindi · गीतिका · गीतिका छंद · राम हैं 1 1 179 Share लक्ष्मी सिंह 9 Oct 2022 · 1 min read चंद्र शीतल आ गया बिखरी गगन में चाँदनी। गीतिका छंद 2122 2122 2122 212 चंद्र शीतल आ गया बिखरी गगन में चाँदनी। छा गया सौन्दर्य अद्भुत है गजब की यामिनी। दुग्ध उज्ज्वल मोतियों से युक्त शीतल चंद्रमा। नभ... Hindi · गीत · गीतिका छंद 2 1 668 Share लक्ष्मी सिंह 19 Feb 2021 · 1 min read यामिनी बैरन हुईं है छंद - गीतिका समान्त 'अना' पदान्त मुझे 2122 2122 2122 212 यामिनी बैरन हुईं है आज फिर जगना मुझे। आज फिर से दीप बन कर रात भर जलना मुझे। सृष्टि... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका छंद · विरह 1 246 Share लक्ष्मी सिंह 14 Dec 2019 · 1 min read कविता गीतिका छंदाधारित गीत भावना के फूल खिलते,तब कहीं कविता बने। तूलिका से भाव बह कर, काव्य की सरिता बने। जब हृदय में ताप बढ़ती, दर्द की बौछार हो। दर्द जब... Hindi · कविता · गीत · गीतिका छंद 2 450 Share लक्ष्मी सिंह 25 Sep 2019 · 1 min read शोख- चंचल-सी हवा _गीतिका छंद_सृजन मापनी-2122 2122 2122 212 शोख- चंचल-सी हवा ये छेड़ जाती है मुझे। है बड़ी बदमाश-सी कितनी सताती है मुझे। अंग से ऐसे लिपट जाती बदन को चूमती। बावली... Hindi · गीत · गीतिका छंद · हवा 3 457 Share लक्ष्मी सिंह 21 Sep 2019 · 1 min read कर्म गीतिका छन्द 2122,2122,2122,212 कर्म दैविक रूप है, तो कर्म ही आकार है। कर्म दैविक संपदा है ,मुक्तियों का द्वार है। कर्म जो भी श्रेष्ठ करता, ईश का अवतार है। कर्म... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · गीतिका छंद 3 1 402 Share