Posts Tag: गद्य कविता। 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Kumar Kalhans 30 Jun 2024 · 1 min read मां। उसके निर्दोष नयनों में, उत्साह की चमक थी, उसके दोषरहित मुखड़े पर, निश्छल प्रेम था, भय , लाज , झिझक, न ऐसा कोई विचार था, जब उसने मेरे गले में,... Hindi · गद्य कविता। 87 Share