Posts Tag: कुण्डलिया 2k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next अवध किशोर 'अवधू' 17 Aug 2024 · 1 min read चालाक क्रोध कुण्डलिया विषय------चालाक क्रोध करता जब हमसे बली , हमपर अत्याचार साथ न देता क्रोध तब , दिखते हैं करतार दिखते हैं करतार , मगर तब भागे संयम जब दुश्मन की... Hindi · कुण्डलिया 30 Share RAMESH SHARMA 16 Aug 2024 · 1 min read रसगुल्ला गुलकंद वड़ा समोसा फाफड़ा,रसगुल्ला गुलकंद । मेरे सारे कर दिए , खाने में अब बंद । खाने में अब बंद, हुई है शक्कर मुझको। कहती बीवी नहीं, ये खाने दूंगी तुझको... Hindi · कुण्डलिया 1 35 Share RAMESH SHARMA 16 Aug 2024 · 1 min read औरों का अपमान कुंडलियां छंद जितना चाहे कीजिए,औरों का अपमान । करें नही पर भूलकर, दुर्जन का सम्मान । दुर्जन का सम्मान,बुलाते अपने दुर्दिन । कर देगा बरबाद, आपको ही वो इक दिन।... Hindi · कुण्डलिया 1 33 Share RAMESH SHARMA 15 Aug 2024 · 1 min read बिना खड़क बिन ढाल आजादी हमको मिली, बिना खड़ग बिन ढाल। सुनकर मन में उठ रहा, मेरे एक सवाल। मेरे एक सवाल, बुद्धि की खिड़की खोलो । लाखों हुए शहीद ,कहें क्या उन पर... Hindi · कुण्डलिया 1 71 Share Sarla Sarla Singh "Snigdha " 11 Aug 2024 · 1 min read कुंडलिया दुनिया लोभी लाभ की कहते ज्ञानी लोग हैं, अजब गजब संसार। दुनिया लोभी लाभ की, यही दिखे व्यापार। यही दिखे व्यापार, मोह के सारे मारे। मन्दिर जाते लोग, स्वार्थ को... Hindi · कविता · कुण्डलिया 49 Share shabina. Naaz 11 Aug 2024 · 1 min read किसी से भी कोई मतलब नहीं ना कोई वास्ता……. किसी से भी कोई मतलब नहीं ना कोई वास्ता……. भीड़ से जरा हटकर अलग है अपना रास्ता ShabinaZ Hindi · Book3 · Quote Writer · कुण्डलिया 1 66 Share rkchaudhary2012 5 Aug 2024 · 1 min read आसान नहीं हैं बुद्ध की राहें किसी को धोखा देना किसी से छल करना किसी का हृदय तोड़ना यह एक प्रकार की होती है हिंसा हिंसा से रहना होता है विरत आसान नहीं है बुद्ध की... Hindi · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · बुद्ध 1 77 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 5 Aug 2024 · 1 min read ओलम्पिक खेल का उद्देश्य प्रतियोगी हों विश्व में, ओलंपिक का खेल. सर्वश्रेष्ठ देकर करें, स्वर्ण पदक से मेल. स्वर्ण पदक से मेल, तेज सबसे कहलाए. सबसे ऊंचा कूद, साहसी जब इतरायें. खेल कराता मेल,... Hindi · कुण्डलिया 76 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 2 Aug 2024 · 1 min read हास्य कुंडलिया आगे पीछे देखते,मियां मनसुखा लाल. मस्ती में पीते तभी, हो जाते बेहाल. हो जाते बेहाल,,करें मत यारी उससे. हैं बेढब इंसान , लड़ाई लड़ते, सबसे . सवा शेर से रार,... Hindi · कुण्डलिया 84 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 2 Aug 2024 · 1 min read हास्य कुंडलिया उनका आया फोन जब, पत्नी बैठीं पास, कविता के मीठे वचन, करें हास परिहास। करें हास परिहास , तभी घरवाली बोली, यह कविता है कौन, बड़ी लगती है भोली। हुये... Hindi · कुण्डलिया 84 Share shabina. Naaz 2 Aug 2024 · 1 min read तुम में और हम में फर्क़ सिर्फ इतना है तुम में और हम में फर्क़ सिर्फ इतना है तुम खुशी में भी खुश नहीं रह सकते हम ग़मों में भी खुश रहते है ShabinaZ Hindi · Book3 · Quote Writer · कुण्डलिया 1 79 Share surenderpal vaidya 31 Jul 2024 · 1 min read कांवड़िए कुण्डलिया ~~ गंगाजल लेकर चले, कांवड़िए शिवभक्त। ध्येय साधना में सदा, रहते हैं अनुरक्त। रहते हैं अनुरक्त, घोष जय के गुंजाते। भर भर कांवड़ खूब, शिवालय में पँहुचाते। कहते वैद्य... Hindi · उत्सव · कांवड़िए · कुण्डलिया 1 1 73 Share गुमनाम 'बाबा' 24 Jul 2024 · 1 min read चित्र आधारित दो कुंडलियाँ कुंडलिया-१ (गौपालक) गौपालक है चल पड़ा, गौचारण के साथ। तीन ढोलचा सिर धरे, एक पकड़कर हाथ।। एक पकड़कर हाथ, नगर को दौड़ा जाता। घर का भी सामान, गाय को गुड़... Hindi · कुण्डलिया 68 Share Hindi Dictionary 20 Jul 2024 · 1 min read Hindi Dictionary - डिक्शनरी इंग्लिश टू हिंदी - हिंदी डिक्शनरी | Hindwi Dictionary हिंदी डिक्शनरी - Hindi to English dictionary | Hindwi Dictionary रेख़्ता फ़ाउंडेशन के उपक्रम 'हिन्दवी डिक्शनरी' में हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अवधी, कुमाउँनी,... Hindi · कविता · कहानी · कुण्डलिया · कोटेशन · ग़ज़ल 66 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 17 Jul 2024 · 1 min read शनिवार शनिवार दिन खास है, जपो शनि का नाम। न्याय के हैं ये देवता, पूरे हों सब काम। पूरे हों सब काम, पुण्य तुम करते जाओ। झूठ, कपट को त्याग, शनि... Hindi · कुण्डलिया 63 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 17 Jul 2024 · 1 min read तुलसी पूजन(देवउठनी एकादशी) तुलसी पूजन मैं करूँ, दीप प्रज्ज्वलन साथ। शुक्ल पक्ष एकादशी, विष्णु देव हैं साथ। विष्णु देव हैं साथ, संग में तुलसी मईया। ढोल मजीरे साथ, मैं देती सबको बधईया। है... Hindi · कुण्डलिया 55 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 17 Jul 2024 · 1 min read देन वाले देने वाले ने दिया, विपुल यहाँ भंडार। सोच समझ कर काम ले, यह सारा संसार।। यह सारा संसार, सदा है दोहन करता।। धरती देती दण्ड, नहीं थोड़ा भी डरता। ।... Hindi · कुण्डलिया 1 2 68 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 17 Jul 2024 · 1 min read दाता दाता केवल ईश है, देता है दिन रैन। तृष्णा बुझती है नहीं, मानव है बेचैन।। मानव है बेचैन, अपेक्षा बढ़ती जाती। सदा बदलती रूप, चाहतें सदा सताती।। 'डिम्पल' धरिए धीर,... Hindi · कुण्डलिया 103 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 17 Jul 2024 · 1 min read ईश्वर ईश्वर को भजते रहें, मन से बनें उदार। जीवन उसका है सफल, जो करता उपकार।। जो करता उपकार, काम सबके ही आता। मानव मन का प्रेम, सभी को सदा लुभाता।।... Hindi · कुण्डलिया 86 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 17 Jul 2024 · 1 min read दूरी और प्रेम दूरी कितनी भी रहे, अपनों से हो प्यार। केवल इससे ही बँधा, यह सारा संसार।। यह सारा संसार, इसी से रिश्ते नाते। सुख-दुःख में दे साथ, स्नेह से रहे निभाते।।... Hindi · कुण्डलिया 87 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 17 Jul 2024 · 1 min read विश्वास मन के द्वार न खोलिए, कितना हो कोई खास। मन के मोती बिखरते, टूटे है विश्वास। टूटे है विश्वास, न कुछ अब आशा करिए। देव समझ मानव से, न अब... Hindi · कुण्डलिया 1 78 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 17 Jul 2024 · 1 min read कुण्डलिया छंद #हनुमानजी विनय तुम्हारी मैं करूँ, सुनो वीर हनुमान। रामभक्त सुधि लो सदा, करती हूँ आह्वान। करती हूँ आह्वान, सुनो हे रामदुलारे। करो पूर्ण संकल्प, लगाओ नाव किनारे। कहती 'डिम्पल' ईश, आस... Hindi · कुण्डलिया 55 Share सत्य कुमार प्रेमी 7 Jul 2024 · 1 min read मौन मुहब्बत में रही,आंखों में थी आश। कुण्डलिया छंद मौन मुहब्बत में रही,आंखों में थी आश। देर भले हो मिलेंगे, मन में था विश्वास। मन में था विश्वास जिसे उसने था चाहा। रही बात ये और, नहीं... Hindi · कुण्डलिया 1 52 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 7 Jul 2024 · 1 min read कहूँ तो कैसे कहूँ - कैद पिंजरे में दिन और रात, कहूँ तो कैसे कहूँ, कैद कर दिए हैं जज्बात ,कहूँ तो कैसे कहूँ ! हक़ है हमें भी फिजा की खुली साँसो का ,... Hindi · कविता · कुण्डलिया · गीत 66 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 2 Jul 2024 · 1 min read नेता जी नेता जी की हो रही,कठिन परीक्षा आज | इस चुनाव मैदान में , कौन करेगा राज | कौन करेगा राज, करें जनता की सेवा | स्वस्थ सुखी संपन्न, हुये वो... Hindi · कुण्डलिया 71 Share shabina. Naaz 2 Jul 2024 · 1 min read जिंदगी वो है जिंदगी वो है जो किसी के काम आए सिर्फ खुद के लिए जीना भी कोई जीना है.....ShabinaZ Hindi · कुण्डलिया 96 Share Vijay kumar Pandey 1 Jul 2024 · 1 min read दान गरीब भाई को कीजिए -कुंडलियां -विजय कुमार पाण्डेय एक कुंडलियां छंद- दान भ्रात को कीजिए,गर हो दीन -गरीब। सब दानों में सिद्ध यह ,दानी बने महीप।। दानी बने महीप, कीर्ति चारों दिश फैले । जन्म-जन्म का दोष, दूर... Hindi · कुण्डलिया 82 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 1 Jul 2024 · 1 min read सेवा निवृत काल जीवन काल रहे सुखी ra, दूर हटे सब भार | दुष्कर पथ के पथिक अब,भूलो पथ की मार | भूलो पथ की मार, किया है निर्मल सेवा | स्वस्थ सुखी... Hindi · कुण्डलिया 70 Share surenderpal vaidya 30 Jun 2024 · 1 min read छम-छम वर्षा कुण्डलिया ~~~ गहरी मीठी नींद में, स्वप्न देखिए खूब। और देखना सहज ही, मिट जाएगी ऊब। मिट जाएगी ऊब, प्रफुल्लित होगा तन-मन। लिए मधुर मुस्कान, खूब निखरेगा जीवन। कहते वैद्य... Hindi · कुण्डलिया · वर्षा ऋतु 1 1 97 Share Vijay kumar Pandey 27 Jun 2024 · 1 min read कुण्डलियां छंद-विधान-विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा' दोहा-रोले संग दो, कुछ विधियां लें साथ। कुण्डलिया तैयार हो, 'प्यासा' हाथों हाथ।। 'प्यासा' हाथों हाथ , अंतिम चरण दोहे का। ले करें निर्माण, पहले चरण रोले का।। दोहा पहला... Hindi · कुण्डलिया 98 Share अवध किशोर 'अवधू' 25 Jun 2024 · 1 min read आज की पीढ़ी कुंडलिया आज की पीढ़ी नाता रहा न बाप से , रहा न माँ का ख्याल बाबू को भाती सदा , है अपनी ससुराल है अपनी ससुराल , हुई काजू घरवाली... Hindi · कुण्डलिया 82 Share Vijay kumar Pandey 24 Jun 2024 · 1 min read नंगापन (कुण्डलियां छंद-) Vijay Kumar Pandey 'pyasa' नंगापन को क्यों कहो,करते हो स्वीकार। वसन हीन निर्वस्त्र हो,घुमते यूं बाजार।। घुमते यूं बाजार, नयापन इसको कहके । क्या देते संदेश, स्वयं को नंगा करके ।। कह 'प्यासा' तरजीह,ना... Hindi · कुण्डलिया 62 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 21 Jun 2024 · 1 min read अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस योग सीखें लोग सब ,रोग भगे दूर तब , भारत की भूमि का ये रत्न निराला है। बैठ सब आसन पे,नियमित सांसन पे, चारों और देखो योग का बोलबाला है... Hindi · कविता · कुण्डलिया 70 Share Vijay kumar Pandey 20 Jun 2024 · 1 min read एक कुंडलियां छंद- एक कुंडलियां छंद- रुपया-पैसा सब जगह,बिन पैसे नही कुछ। पैसा गया न बूझ लो, बिगड़ा जग का रूप।। बिगड़ा जग का रूप,जगत सम्मान न देता। टेढ़ा मुह सब करें, घरो-परिवार-चहेता।।... Hindi · Quote Writer · कुण्डलिया 74 Share Vijay kumar Pandey 20 Jun 2024 · 1 min read रुपया-पैसा -प्यासा के कुंडलियां (Vijay Kumar Pandey pyasa' एक कुंडलियां छंद- रुपया-पैसा सब जगह,बिन पैसे नही कुछ। पैसा गया त बूझ लो, बिगड़ा जग का रूप।। बिगड़ा जग का रूप,जगत सम्मान न देता। टेढ़ा मुह सब करें, घरो-परिवार-चहेता।।... Hindi · कुण्डलिया 111 Share shabina. Naaz 15 Jun 2024 · 1 min read जब कोई हो पानी के बिन………. जब कोई हो पानी के बिन………. तो याद रखना कर्बला का वो सख्त दिन जिसमें प्यासे थे शहे आली इमाम और प्यासे थे सभी तिशना तमाम… ..ShabinaZ Hindi · कुण्डलिया 92 Share Vijay kumar Pandey 15 Jun 2024 · 1 min read प्यासा के कुंडलियां (विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा') एक कुंडलियां छंद- जीवन जीना जानकर, समझ-बूझ के साथ। कदम-कदम हरि नाम का,पकड़े रहना हाथ।। पकड़े रहना हाथ, हरि नीज सांसों रखना । हर जीवों में व्याप्त, हरि रूप हरदम... Hindi · कुण्डलिया 83 Share अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य ) 15 Jun 2024 · 1 min read बरगद एक लगाइए कुंडलिया छंद बरगद एक लगाइए, करिए उत्तम कर्म। सभी जीव तब हों सुखी, नित्य निभाएं धर्म।। नित्य निभाएं धर्म,नीम रोपित इक करके। जीवन हो उत्कृष्ट,जियें स्वांसों को भरके।। कहै अटल... Hindi · कुण्डलिया 2 52 Share भरत कुमार सोलंकी 15 Jun 2024 · 1 min read पागल प्रेम नमन मंच विसय पागल प्रेम विधा मुक्तक दिनांक 15:6:2024 पगली आज तुझे किस बात का गुमान है। मन हमारा आज खाली है उड़ने को ना विमान है। आया आज मैं... Hindi · कुण्डलिया 82 Share भरत कुमार सोलंकी 14 Jun 2024 · 1 min read कुछ ना लाया . नमन मंच बेजुबान ख्वाइश विषय मन के सिवा कुछ ना लाया विधा मुक्तक दिनांक. १४:६:२०२४ लिखी गजल पर तेरा नाम ,मेरी कलम से चढ़ ना पाया । उठा बवाल... Hindi · कुण्डलिया 1 71 Share shabina. Naaz 13 Jun 2024 · 1 min read खुदा ने इंसान बनाया खुदा ने इंसान बनाया और इंसान ने कंप्युटर फिर रॉबर्ट..... सोचो जिस तरह तुम उसे ऑपरेट करते हो और चाहते हो वो वो तुम्हारे मुताबिक चले तो फिर जिसने तुम्हें... Hindi · Book3 · कुण्डलिया 159 Share shabina. Naaz 13 Jun 2024 · 1 min read खुद को सही और खुद को सही और दूसरों को गलत.... समझना आज की दुनिया का दस्तूर हो गया है...... करे भी तो क्या यहां अपनी अपनी जगह हर कोई मजबूर हो गया हैं............ShabinaZ Hindi · Book3 · कुण्डलिया 173 Share shabina. Naaz 12 Jun 2024 · 1 min read मुकाबला करना ही जरूरी नहीं...... मुकाबला करना ही जरूरी नहीं...... कभी कभी बाज़ी हार कर...... भी बाज़ी जीतने वाले को लोग बाजीगर कहते है............ShabinaZ Hindi · Book3 · कुण्डलिया 1 142 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 11 Jun 2024 · 1 min read जय हो जनता राज की जय हो जनता राज की, नेता सब है व्यस्त | बस चुनाव के बाद ही, नेता होते मस्त | नेता होते मस्त, भूल जाते सब वादे | जनता होती त्रस्त,सभी... Hindi · कुण्डलिया 1 77 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 11 Jun 2024 · 1 min read गिरमिटिया मजदूर गिरमिटिया मजदूर जो,बने देश की शान । खून पसीना एक कर , करते सृजन महान।। करते सृजन महान,सनातन के रखवाले | भाषा बोली एक, हिंद के थे मतवाले ।। शोषण... Hindi · कुण्डलिया 94 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 11 Jun 2024 · 1 min read ग्रीष्म ऋतु गर्मी मौसम ताप का, त्रस्त हुआ संसार | पौधे आतप से जले , सूखी जल की धार | सूखी जल की धार,नदी की धारा गाती | दिनकर करते कोप,फटी धरती... Hindi · कुण्डलिया 47 Share Yash Tanha Shayar Hu 11 Jun 2024 · 1 min read तनहा विचार कभी जीने का कभी मरने का बहाना ये कल था हमारा आज तुम्हारा है जमाना । खालीपन मे तजुर्बे के सफेद बाल रगंना कल हमारी बंदिश थे आज तुम्हारी बंदिश... Hindi · कविता · कुण्डलिया · शेर 1 106 Share shabina. Naaz 11 Jun 2024 · 1 min read जो सोचूँ मेरा अल्लाह वो ही पूरा कर देता है....... जो सोचूँ मेरा अल्लाह वो ही पूरा कर देता है....... ये ही तो जन्नत में भी होगा ...... अपने चाहने वालों को दुनिया ही में जन्नत दे देता है तू.......सद... Hindi · Book3 · कुण्डलिया 170 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 1 Jun 2024 · 1 min read नारी और चुप्पी नारी और उसकी चुप्पी को समर्पित कुण्डलिया: नारी जब चुप बैठ कर, साधे रहती मौन| अचरज तब लगता यही, है नारी यह कौन | है नारी यह कौन, ऑन मोबाइल... Hindi · कुण्डलिया 1 123 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read शुभकामना संदेश जीवन भर खुशियाँ मिलें, ईश कृपा हो माथ। रहें सदा जैसे रहे, कवि-कविता का साथ।। कवि-कविता का साथ, रहे ना इक दूजे बिन। रहो महकते झूमते, तुम हरपल हर दिन।।... Poetry Writing Challenge-3 · कुण्डलिया 61 Share Previous Page 3 Next