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Tag: शेर
7k posts
ख़ुद को फ़लक़ से नीचे उतारा अभी अभी
ख़ुद को फ़लक़ से नीचे उतारा अभी अभी
अंसार एटवी
आंसुओं की तौहीन कर गया
आंसुओं की तौहीन कर गया
Mahesh Tiwari 'Ayan'
महसूस करो
महसूस करो
Dr fauzia Naseem shad
कमी नहीं
कमी नहीं
Dr fauzia Naseem shad
एक दोस्त ने कहा था
एक दोस्त ने कहा था
Mahesh Tiwari 'Ayan'
अमानत
अमानत
Mahesh Tiwari 'Ayan'
हमारी मंजिल
हमारी मंजिल
Diwakar Mahto
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
Diwakar Mahto
कर्म ही पूजा है ।
कर्म ही पूजा है ।
Diwakar Mahto
किस्त
किस्त
Diwakar Mahto
कत्ल खुलेआम
कत्ल खुलेआम
Diwakar Mahto
नींद
नींद
Diwakar Mahto
कशमें मेरे नाम की।
कशमें मेरे नाम की।
Diwakar Mahto
कभी इश्क ना करना
कभी इश्क ना करना
डॉ. एकान्त नेगी
बच्चे ही अच्छे हैं
बच्चे ही अच्छे हैं
Diwakar Mahto
सुस्वागतम्
सुस्वागतम्
Diwakar Mahto
अधुरी अल्फाज मोहब्बत के
अधुरी अल्फाज मोहब्बत के
Diwakar Mahto
गुरु हो साथ तो मंजिल अधूरा हो नही सकता
गुरु हो साथ तो मंजिल अधूरा हो नही सकता
Diwakar Mahto
प्रगति पथ पर बढ़ते जाओ
प्रगति पथ पर बढ़ते जाओ
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आवाज दिल की
आवाज दिल की
Diwakar Mahto
मेरी वो हसरत, जो हमेशा टूट जाती है
मेरी वो हसरत, जो हमेशा टूट जाती है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
इतनी खुबसुरत हो तुम
इतनी खुबसुरत हो तुम
Diwakar Mahto
उस चाँद की तलाश में
उस चाँद की तलाश में
Diwakar Mahto
मैं कभी तुमको
मैं कभी तुमको
Dr fauzia Naseem shad
माँ मेरी
माँ मेरी
Dr fauzia Naseem shad
इसके जैसा
इसके जैसा
Dr fauzia Naseem shad
मुहब्बत में उड़ी थी जो ख़ाक की खुशबू,
मुहब्बत में उड़ी थी जो ख़ाक की खुशबू,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
इश्क़ में ना जाने क्या क्या शौक़ पलता है,
इश्क़ में ना जाने क्या क्या शौक़ पलता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अरे! डॉक्टर की बीवी हो
अरे! डॉक्टर की बीवी हो
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तुम्हें चाहना
तुम्हें चाहना
Akash Agam
वक़्त ने जिनकी
वक़्त ने जिनकी
Dr fauzia Naseem shad
खुद को रखती हूं मैं
खुद को रखती हूं मैं
Dr fauzia Naseem shad
जो समझना है
जो समझना है
Dr fauzia Naseem shad
तुम्हारे चेहरे की मुस्कान बता रही है
तुम्हारे चेहरे की मुस्कान बता रही है
डॉ. एकान्त नेगी
जख्म भी अब मुस्कुराने लगे हैं
जख्म भी अब मुस्कुराने लगे हैं
डॉ. एकान्त नेगी
अब कहां लौटते हैं नादान परिंदे अपने घर को,
अब कहां लौटते हैं नादान परिंदे अपने घर को,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
रिश्ता कमज़ोर
रिश्ता कमज़ोर
Dr fauzia Naseem shad
हम भी बहुत अजीब हैं, अजीब थे, अजीब रहेंगे,
हम भी बहुत अजीब हैं, अजीब थे, अजीब रहेंगे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कच्चे मकानों में अब भी बसती है सुकून-ए-ज़िंदगी,
कच्चे मकानों में अब भी बसती है सुकून-ए-ज़िंदगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चांद शेर
चांद शेर
Bodhisatva kastooriya
आशार
आशार
Bodhisatva kastooriya
शेर
शेर
Abhishek Soni
नारी
नारी
Nitesh Shah
एक लम्हा भी
एक लम्हा भी
Dr fauzia Naseem shad
"ज्वाला
भरत कुमार सोलंकी
जवाला
जवाला
भरत कुमार सोलंकी
ग़ज़ल - वो पल्लू गिराकर चले थे कभी,
ग़ज़ल - वो पल्लू गिराकर चले थे कभी,
डी. के. निवातिया
दो शे'र - चार मिसरे
दो शे'र - चार मिसरे
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
मेरी मायूस सी
मेरी मायूस सी
Dr fauzia Naseem shad
दगा और बफा़
दगा और बफा़
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
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