Posts Tag: बाल कविता 1k posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 15 Next Buddha Prakash 7 Sep 2021 · 1 min read फुर्तीला घोड़ा चुस्त दुरुस्त और फुर्तीला घोड़ा, भूरा काला या सफेद रंग का, चार पैर करते कमाल , तीव्र हवा-सा दौड़ लगाता , न रूकता न थकता है , टकपक टकपक चलता... Hindi · बाल कविता 6 2 2k Share Ravi Prakash 7 Sep 2021 · 1 min read बोर हो गए घर पर रहकर (बाल कविता) *बोर हो गए घर पर रहकर (बाल कविता/ गीतिका )* ■■■■■■■■■■■■■■■■■ (1) बोर हो गए घर पर रहकर ,विद्यालय अब जाएँ कक्षा में टीचर जी आकर फिर से हमें पढ़ाएँ... Hindi · कविता · बाल कविता 1 220 Share Dr. Pratibha Mahi 6 Sep 2021 · 1 min read निर्बल का बल तू ही मौला तू ही दाता , मन मेरा गुण तेरे गाता । तेरे बन्दे तुझको प्यारे , करतब उनके अदभुत न्यारे । दुनियाँ से कुछ चलते हटकर मन मौजी... Hindi · कविता · बाल कविता 2 2 639 Share Dr. Pratibha Mahi 6 Sep 2021 · 1 min read आशीष मस्तक तेरा यूँ हीं ऊँचा रहे हौसलों से बुलन्दी को छूता रहे वक्त के दौर में तू थके ना कभी ज़िन्दगी की राह में रुके ना कभी चीरकर आँधियों को... Hindi · कविता · बाल कविता 2 438 Share Dr. Pratibha Mahi 6 Sep 2021 · 1 min read जादू की झप्पी उदासी को देकर के जादू की झप्पी सुनो लाल थोड़ा सा तुम मुस्कुरालो मुहब्बत से उसकी कलाई पकड़ कर तनिक पास बैठो उसे जा मनालो भला तुमसे मिलने क्यूँ उतरी... Hindi · कविता · बाल कविता 2 427 Share Dr. Pratibha Mahi 6 Sep 2021 · 2 min read यौवन की दहलीज पे आकर ......कुछ परिवर्तन होते हैं गुड़िया रानी के हृदय का तुमको हाल बताते हैं एक पुराना किस्सा तुमको आओ आज सुनाते हैं....! (01) बारह वरस की नन्हीं गुड़िया समझ न पाई कुछ बातें इसी सोच... Hindi · कविता · बाल कविता 2 2 944 Share Ravi Prakash 4 Sep 2021 · 1 min read शिक्षक (बाल कविता) बाल कविता : शिक्षक ****************************** ईश्वर से पहले शिक्षक को आओ शीश झुकाएं (1) विद्यालय में हमें पढ़ाने शिक्षक जी आते हैं, भाँति -भाँति की ज्ञान पुस्तकें हमको समझाते हैं।।... Hindi · कविता · बाल कविता 2 1 496 Share Ravi Prakash 3 Sep 2021 · 1 min read चंद्रलोक का हाल (बाल कविता) चंद्रलोक का हाल (बाल कविता) """""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""" चंदा नहीं हमारे लगते कोई मामा चाचा , कई बार हम गए वहाँ पर देखा परखा जाँचा । ऊबड़ खाबड़- सी जमीन है ना... Hindi · कविता · बाल कविता 364 Share कविराज प्रांजल 30 Aug 2021 · 1 min read "भिंडी" *भिंडी* °°°°°°°° हरा-हरा होता है हर भिंडी, पेड़ों पर खड़ा, होता भिंडी, अंगुली के समान यह दिखे, सब्जी मंडी में ये खूब बिके, मिलता कुछ, अच्छा भिंडी, कुछ होता बहुत... Hindi · कविता · बाल कविता 8 6 787 Share कविराज प्रांजल 30 Aug 2021 · 1 min read "आलू" *आलू* °°°°°°°° आलू है हर सब्जी का राजा, मत खाओ कोई इसे ज्यादा, इसका भी , बनता है भाजा; हर सब्जी में यह मिल जाए, इसके बने 'चिप्स' सब खाए,... Hindi · कविता · बाल कविता 7 6 575 Share कविराज प्रांजल 29 Aug 2021 · 1 min read "टमाटर" *टमाटर* ??? गोल-गोल होता ये अनमोल, कभी इसका रंग , हरा होता; तो कभी, हो जाता यह लाल; खेती होती, इसकी बेमिसाल; खाओ , इसकी मीठी चटनी; चाटो , इसकी... Hindi · कविता · बाल कविता 9 6 559 Share Ravi Prakash 28 Aug 2021 · 1 min read जंगल में क्रिकेट(बाल कविता) *जंगल में क्रिकेट 【बाल कविता】* °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° जंगल में हाथी ने खेला जब क्रिकेट का मैच , बंदरिया ने प्रथम बॉल पर ले ली उसकी कैच ।। गुस्से में आकर हाथी... Hindi · कविता · बाल कविता 1 1 468 Share Ravi Prakash 28 Aug 2021 · 1 min read दीमक रानी(बाल कविता) बाल कविता: दीमक रानी ******************** दीमक रानी बोली गूगल भैया तुम्हें बधाई सिर्फ तुम्हारे कारण अब पुस्तक से नहीं पढाई।। रखी पुस्तकालय में रहतीं अब अनछुई किताबें घोर उपेक्षित अपमानित... Hindi · कविता · बाल कविता 1 274 Share Ravi Prakash 27 Aug 2021 · 1 min read मम्मी(बाल कविता) मम्मी (बाल कविता) ========================= सुबह सुबह उठ जातीं मम्मी फिर हम पर चिल्लातीं मम्मी हम सोते ही रह जाते जब कान पकड़ उठवातीं मम्मी साबुन पानी और तौलिया कपड़े रख... Hindi · कविता · बाल कविता 442 Share Shutisha Rajput 27 Aug 2021 · 1 min read सूरज सा चमके हम आओ बच्चों नभ में चलें , सूर्य के हम संग में चलें । सूर्य सा चमके हम, सूर्य सा दमके हम। सूर्य सबको रोशनी देता ,अंधियारा यह जग का दूर... Hindi · कविता · बाल कविता 2 1k Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 27 Aug 2021 · 1 min read नाव मेरी डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त # बाल गीत # शीर्षक —-@ नाव मेरी @ रंगों की शब्दों की रंगावली , शब्दावली नाव मेरी भैय्या... Hindi · कविता · बाल कविता 491 Share कविराज प्रांजल 22 Aug 2021 · 1 min read "रक्षा-बंधन" "रक्षा-बंधन" °°°°°°°°°°°° राखी आए,सावन जाए; हर बहना को भाई भाए, बंधी राखियां हर कलाई, सब भाई , खाए मिठाई; हर घर, खुशियां है छाई; पावन त्योहार, जो आई; बच्चे, बूढ़े... Hindi · कविता · बाल कविता 8 4 818 Share कविराज प्रांजल 21 Aug 2021 · 1 min read "गिलहरी" "गिलहरी" ?? छोटी सी होती, ये प्राणी; नाम है, इसका "गिलहरी" कुदक-फुदक कर चलती, पेड़ - पौधों की हर टहनी, पके फल, पेड़ों की खाती; सबको यह बहुत सताती; तब... Hindi · कविता · बाल कविता 8 8 566 Share Buddha Prakash 17 Aug 2021 · 1 min read टेढ़ी-मेढ़ी जलेबी टेढ़ी-मेढ़ी मुड़ी हुई, रस में भिगोई कुरकुरी, कितनी अदभुत है मिठाई, देख कर मुंँह में पानी आए, तरह-तरह की जलेबी बनती, मुंँह मीठा कर खुशियांँ घर आती, रबड़ी संग लाजवाब... Hindi · बाल कविता 6 963 Share कविराज प्रांजल 17 Aug 2021 · 1 min read "दही" "दही" ***** दूध ही, जब सही जमें; तब वह , दही ही बने; दही, बहुत लाभकारी; भगाए ये , कई बीमारी; इससे ही,बने दहीबाड़ा; मांगे सब,इसको दुबारा; रायता में भी... Hindi · कविता · बाल कविता 6 2 756 Share कविराज प्रांजल 15 Aug 2021 · 1 min read "15 अगस्त" 15 अगस्त ?????? तारीख पंद्रह, महीना अगस्त, रहते इस दिन, सबलोग व्यस्त। मिली स्वतंत्रता, आई खुशियां, अंग्रेजी हारी, हिंदी जीती, बच्चों में दिखे बहुत ही जोश, बड़े-बूढ़े भी हैं, आज... Hindi · कविता · बाल कविता 6 2 572 Share N.ksahu0007@writer 14 Aug 2021 · 1 min read आम की टोकरी आम का सीजन था, पेड़ में लदा लद फले थे आम बच्ची ने पूछा फिर अम्मी क्या है, इस फल का नाम बच्ची ने पुकार लगाई, अम्मी फिर भागी दौड़ी... Hindi · कविता · बाल कविता 535 Share Ravi Prakash 11 Aug 2021 · 1 min read आजादी(बाल कविता) बाल कविता :आजादी पिंजरे में कब मिट्ठू तोता मन से गाता हंसता मिट्ठू का मन घने जंगलों के पेड़ों में बसता मिट्ठू तोता खूब जानता आजादी क्या होती पिंजरे में... Hindi · कविता · बाल कविता 1 405 Share Buddha Prakash 8 Aug 2021 · 1 min read रेलगाड़ी- ट्रेनगाड़ी रेलगाड़ी- ट्रेनगाड़ी, अद्भुत है इंजन गाड़ी, डिब्बे चलते हैं पीछे-पीछे, ढोती है खूब सवारी, छुक-छुक करके चलती है, दो पटरियों में दौड़ती है, स्टेशन में ही रुकती है, सिग्नल होने... Hindi · बाल कविता 6 4 1k Share Ravi Prakash 7 Aug 2021 · 1 min read अगर न डरता चूहा(बाल कविता) *अगर न डरता चूहा(बाल कविता)* ■■■■■■■■■■■■■■■■■ अगर न डरता चूहा हमसे उल्टा हम पर चढ़ता, अगर डाँटते कुत्ते को तो भौं भौं-भौं-भौं करता। टस से मस न हुई छिपकली ताव... Hindi · कविता · बाल कविता 2 493 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 3 Aug 2021 · 1 min read बस लक्ष्य बना क्यों बेकार में उलझा है अपनी शक्तिको याद कर सांसो को भर के पंख पसार बुद्धि को खोल कर नया विश्वास भर आसमान जमीं को एक कर दर्द में भी... Hindi · कविता · बाल कविता 571 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 3 Aug 2021 · 1 min read संकट उपहार है संकट उपहार है जो जागा है वह समझेगा बात मेरी मानेगा संकट अवसर का उपहार है संकट के ही बॉक्स में अवसर का गिफ्ट है हल, फल, सीढ़ी है आगे... Hindi · कविता · बाल कविता 249 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 3 Aug 2021 · 1 min read आसमान मुट्ठी में होगा उड़े पतंग आसमान में डोर हमारे हाथ में है सर सर करती हवाओ में एक नयी आस है मै भी उड़ना चाहूँ गगन में पंख फैलाये सपनो के आसमान से... Hindi · कविता · बाल कविता 259 Share Dr. Mulla Adam Ali 3 Aug 2021 · 1 min read प्यारी सी चिड़िया बारिश की टिप-टिप बूंदे, कहाँ से आये हो परिंदे? नन्ही सी,प्यारी सी चिड़िया रानी, भीग रही हो क्यों, ज़रा बतानी? ठंड लग गई तो, याद आएगी तुम्हें अपनी नानी।? दूर... Hindi · कविता · बाल कविता 2 604 Share श्याम सिंह बिष्ट 2 Aug 2021 · 1 min read उफ्फ यह गर्मी (बाल कविता ) अ आ इ ई उ ऊ ए ऐ ओ औ अं अः उहम, उहम हाय गर्मी उफ्फ यह गर्मी मुझे ना भाए यह गर्मी जग का कैसा यह खेल निराला... Hindi · कविता · बाल कविता 1 850 Share Rashmi Sanjay 1 Aug 2021 · 1 min read पढ़-लिख निखरेगा बचपन! भोला मधुरिम रूप सत्य सा मनभावन बचपन बच्चों का जब जिम्मेदारी में खोता बालरूप बस सिसक के रोता सपने रोटी संग गुम जाते सूखे अधर नहीं हँस पाते ना बच्चे... Hindi · कविता · बाल कविता 2 382 Share कविराज प्रांजल 1 Aug 2021 · 1 min read "रेलगाड़ी" "रेलगाड़ी" ******** ? कई डब्बों की , हो जो गाड़ी, कहलाती है, वो ही रेलगाड़ी, आगे लगा , एक इंजन होता, जहां बैठा, दो सज्जन होता; पटरी पर सदा दौड़े... Hindi · कविता · बाल कविता 12 10 857 Share कविराज प्रांजल 31 Jul 2021 · 1 min read " मेला " "मेला" ••••••• ? मेला की देखो, तुम भी भीड़, कोई यहां गरीब,कोई अमीर। सब यहां हैं, पर एक समान, लगे यहां, बहुत सारा दुकान। लगते हैं , सर्कस और झूले;... Hindi · कविता · बाल कविता 8 792 Share Prabhudayal Raniwal 30 Jul 2021 · 1 min read और आगे बढ़ो..! *********************** कह रही हैं माॅं की ममता। जल्दी उठो और आगे बढ़ो।। नन्हें-प्यारे बच्चें हो तुम। बच्चें मन के सच्चे हो तुम। कहना माॅं का न टालो तुम। जल्दी सोचो... Hindi · कविता · बाल कविता 2 2k Share कविराज प्रांजल 30 Jul 2021 · 1 min read "बच्चे" "बच्चे" ****** हम बच्चे , सबसे अच्छे; झूठे नहीं , हम ही सच्चे; हममें ना, कोई बेईमानी, ना है , छल-कपट कभी; करते प्यार, हमसे सभी; भले हम होते थोड़े... Hindi · कविता · बाल कविता 9 8 682 Share Dr Archana Gupta 29 Jul 2021 · 1 min read तोता मैना की शादी जंगल में हो गई मुनादी तोता मैना की है शादी खूब मचेगा धूम धड़ाका खींचा सबने मिलकर खाका बुलवाया उल्लू हलवाई बनवाई नमकीन मिठाई कोयल ने लहंगा सिलवाया गौरैया ने... Hindi · कविता · बाल कविता 9 5 921 Share Ram Krishan Rastogi 28 Jul 2021 · 1 min read आम फलो का है राजा आम फलो का है राजा , कर देता है मोटा ताज़ा। जो बच्चा उसको खाता है , वही उसके गुण गाता है। बागों में मुस्काते है आम, सबके मन को... Hindi · कविता · बाल कविता 3 414 Share Ravi Prakash 28 Jul 2021 · 1 min read भीगी बिल्ली(बाल कविता) *बाल कविता : भीगी बिल्ली* """""""""""""""""""""""""""""' भीगी जब बारिश में बिल्ली एक तरफ को बैठी, दुबक सिकुड़कर उसे देखकर लगता जैसे ऐंठी । तभी देखकर चूहा बिल्ली ने आवाज लगाई... Hindi · कविता · बाल कविता 2 3 610 Share Shashi kala vyas 27 Jul 2021 · 1 min read *"रेल चली"* रेल चली छुक छुक करके आती रेल , चुन्नू मुन्नू आओ जल्दी से , हम सब मिलकर खेले खेल , उछल कूद अजब गजब खेल। छुक छुक कर सीटी बजाते... Hindi · कविता · बाल कविता 5 6 556 Share Shashi kala vyas 27 Jul 2021 · 1 min read *"बिल्ली रानी"* बिल्ली रानी बड़ी सयानी , चूहे को देखके झपटने आई। बिल से निकल जब चूहा भागा , बिल्ली ने देख तब दौड़ लगाई। पकड़म पकड़ाई खेल खेलते , चूहा बिल्ली... Hindi · कविता · बाल कविता 5 3 756 Share Shashi kala vyas 27 Jul 2021 · 1 min read *"कागज की नाव"* *"कागज की नाव"* बारिश के पानी में भींगते जाते , छप छप करते पांव थिरकते , रंग बिरंगी छतरी हाथों में लेते , इधर उधर गोल घुमाते रहते। बारिश में... Hindi · कविता · बाल कविता 5 5 927 Share कविराज प्रांजल 27 Jul 2021 · 1 min read "लोभी बंदर" "लोभी बंदर" *********** ? लोभी बंदर, मिले हर घर के अंदर। कुछ भी देख, ये सदा ही, ललचाए। नही मिले जो, तब बहुत छटपटाए। हक मारना, इसकी होती आदत। झक... Hindi · कविता · बाल कविता 8 4 682 Share कविराज प्रांजल 26 Jul 2021 · 1 min read *दीदी* दीदी ? 'दीदी' ,हमारी 'दीदी'; वो है , बहुत सीधी; मगर है,थोड़ी जिद्दी; करती , बहुत काम; हम भी करें, प्रणाम, पढ़ाई भी वो करती, हमसे , नही लड़ती; खाती... Hindi · कविता · बाल कविता 11 6 1k Share Buddha Prakash 25 Jul 2021 · 1 min read झूला सजा दो मांँ मेरी तू झूला लगा दो, उसमें बैठ मैं झूलूंँगी, मांँ मैं हूंँ तेरी गुड़िया रानी, तू मुझको झूला झूलाएगी, बैठ झूले में हवा में खेलूँ, सावन भादो के बाहर... Hindi · बाल कविता 7 4 915 Share कविराज प्रांजल 25 Jul 2021 · 1 min read "गाँव" "गाँव" ***** गाँव को ही, ग्राम भी कहते, ग्रामीण, गाॅंव में ही तो रहते। रहता यहां , खूब हरियाली; दिखे , पहले पूरब में लाली; हवा यहां, स्वच्छ- मतवाली। मिलते... Hindi · कविता · बाल कविता 10 4 782 Share कविराज प्रांजल 24 Jul 2021 · 1 min read "पंखा" "पंखा" ****** 'पंखा' घूमे , गोल -गोल, हवा देता यह , पूरा हॉल; गर्मी , 'पंखा' दूर भगाए; फिर ये , ठंडक पहुचाये, कभी , 'छत' से ये लटके; कभी... Hindi · कविता · बाल कविता 9 2 675 Share कविराज प्रांजल 23 Jul 2021 · 1 min read * रात * "रात" °°°°°° ? जब-जब होती है , 'रात' घर पर होते , हम-सब; मम्मी-पापा के ही साथ, 'रात' को सोते, हम-सब, सुबह होती, जगते जब; मुंह धोकर , पढ़ते तब;... Hindi · कविता · बाल कविता 8 2 406 Share कविराज प्रांजल 22 Jul 2021 · 1 min read " मोर " "मोर" ***** सुबह या भोर, जब बादल हो घनघोर, जंगल में नाचे मोर, अपने पंख फैलाकर चारों ओर। खाते ये, कीट- पतंग; रहते सदा ही मतंग, जंगल में इधर उधर... Hindi · कविता · बाल कविता 12 8 549 Share कविराज प्रांजल 21 Jul 2021 · 1 min read "पढ़ाई " "पढ़ाई" ?? करो बच्चों, अब से पढ़ाई; मत करो, अब तुम लड़ाई; जीवन में, यही काम आये; जो ना पढ़े, सदा पछताए। पढ़कर बनते, हम विद्वान; आते, अपने देश के... Hindi · कविता · बाल कविता 15 8 850 Share Buddha Prakash 21 Jul 2021 · 1 min read गुब्बारे रंग-बिरंगे गुब्बारे लेकर, घर के बाहर है आया, तेज आवाज लगाकर बोला, बच्चों गुब्बारे ले लो बढ़ियाँ, लाल, नीला, हरा, पीला जो रंग भाए तुमको, तरह-तरह की आकृति वाला मन... Hindi · कविता · बाल कविता 4 2 314 Share Previous Page 15 Next