Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Tag: गीत
8k posts
Page 8
मैं तुम्हारी क्या लगती हूँ
मैं तुम्हारी क्या लगती हूँ
Akash Agam
क्यों आज हम याद तुम्हें आ गये
क्यों आज हम याद तुम्हें आ गये
gurudeenverma198
यूं ही रंग दिखाते रहिए।
यूं ही रंग दिखाते रहिए।
Kumar Kalhans
धोने से पाप नहीं धुलते।
धोने से पाप नहीं धुलते।
Kumar Kalhans
दुनिया चतुर सयानी बाला।
दुनिया चतुर सयानी बाला।
Kumar Kalhans
पहचान धूर्त की
पहचान धूर्त की
विक्रम कुमार
क्यों ख़फ़ा हो गये
क्यों ख़फ़ा हो गये
Namita Gupta
कर्ज जिसका है वही ढोए उठाए।
कर्ज जिसका है वही ढोए उठाए।
Kumar Kalhans
यही रात अंतिम यही रात भारी।
यही रात अंतिम यही रात भारी।
Kumar Kalhans
गीत नया गाता हूं।
गीत नया गाता हूं।
Kumar Kalhans
सबकी लड़ाई
सबकी लड़ाई
Shekhar Chandra Mitra
हश्र का वह मंज़र
हश्र का वह मंज़र
Shekhar Chandra Mitra
उमर भर की जुदाई
उमर भर की जुदाई
Shekhar Chandra Mitra
बेगुनाही एक गुनाह
बेगुनाही एक गुनाह
Shekhar Chandra Mitra
मतदान जरूरी है - हरवंश हृदय
मतदान जरूरी है - हरवंश हृदय
हरवंश हृदय
गोपियों का विरह– प्रेम गीत।
गोपियों का विरह– प्रेम गीत।
Abhishek Soni
दहेज एक समस्या– गीत।
दहेज एक समस्या– गीत।
Abhishek Soni
बेटियों का जीवन_एक समर– गीत।
बेटियों का जीवन_एक समर– गीत।
Abhishek Soni
यूं कठिन राह कोई ना चुनता मगर– राम गीत।
यूं कठिन राह कोई ना चुनता मगर– राम गीत।
Abhishek Soni
श्री राम का जीवन– संवेदना गीत।
श्री राम का जीवन– संवेदना गीत।
Abhishek Soni
हर पीड़ा को सहकर भी लड़के हँसकर रह लेते हैं।
हर पीड़ा को सहकर भी लड़के हँसकर रह लेते हैं।
Abhishek Soni
मजदूर का दर्द (कोरोना काल)– संवेदना गीत
मजदूर का दर्द (कोरोना काल)– संवेदना गीत
Abhishek Soni
हे पवन कुमार
हे पवन कुमार
Uttirna Dhar
फूल और भी तो बहुत है, महकाने को जिंदगी
फूल और भी तो बहुत है, महकाने को जिंदगी
gurudeenverma198
पिया - मिलन
पिया - मिलन
Kanchan Khanna
प्रणय गीत
प्रणय गीत
Neelam Sharma
प्रणय गीत --
प्रणय गीत --
Neelam Sharma
विषय :- रक्त रंजित मानवीयता रस-वीभत्स रस विधा-मधुमालती छंद आधारित गीत मापनी-2212 , 2212
विषय :- रक्त रंजित मानवीयता रस-वीभत्स रस विधा-मधुमालती छंद आधारित गीत मापनी-2212 , 2212
Neelam Sharma
भरोसा
भरोसा
ललकार भारद्वाज
छन्द- वाचिक प्रमाणिका (मापनीयुक्त मात्रिक) वर्णिक मापनी – 12 12 12 12 अथवा – लगा लगा लगा लगा, पारंपरिक सूत्र – जभान राजभा लगा (अर्थात ज र ल गा)
छन्द- वाचिक प्रमाणिका (मापनीयुक्त मात्रिक) वर्णिक मापनी – 12 12 12 12 अथवा – लगा लगा लगा लगा, पारंपरिक सूत्र – जभान राजभा लगा (अर्थात ज र ल गा)
Neelam Sharma
वतन-ए-इश्क़
वतन-ए-इश्क़
Neelam Sharma
बदनाम
बदनाम
Deepesh Dwivedi
मेरी मुस्कुराहटों की वजह
मेरी मुस्कुराहटों की वजह
ललकार भारद्वाज
हम रहें कि न रहें
हम रहें कि न रहें
Shekhar Chandra Mitra
हश्र का मंज़र
हश्र का मंज़र
Shekhar Chandra Mitra
तू याद कर
तू याद कर
Shekhar Chandra Mitra
मैं नाकाम सही
मैं नाकाम सही
Shekhar Chandra Mitra
मैं नहीं तो कोई और सही
मैं नहीं तो कोई और सही
Shekhar Chandra Mitra
तुम्हें आसमान मुबारक
तुम्हें आसमान मुबारक
Shekhar Chandra Mitra
हमें अलग हो जाना चाहिए
हमें अलग हो जाना चाहिए
Shekhar Chandra Mitra
मैं उड़ना चाहती हूं
मैं उड़ना चाहती हूं
Shekhar Chandra Mitra
लोगों को जगा दो
लोगों को जगा दो
Shekhar Chandra Mitra
मज़दूर दिवस
मज़दूर दिवस
Shekhar Chandra Mitra
तू बदल गईलू
तू बदल गईलू
Shekhar Chandra Mitra
खो गईं।
खो गईं।
Roshni Sharma
ग़ज़ल - वो पल्लू गिराकर चले थे कभी,
ग़ज़ल - वो पल्लू गिराकर चले थे कभी,
डी. के. निवातिया
वोट डालने जाना है
वोट डालने जाना है
जगदीश शर्मा सहज
राम गीत 2.0
राम गीत 2.0
Abhishek Soni
कलम व्याध को बेच चुके हो न्याय भला लिक्खोगे कैसे?
कलम व्याध को बेच चुके हो न्याय भला लिक्खोगे कैसे?
संजीव शुक्ल 'सचिन'
#वर_दक्षिण (दहेज)
#वर_दक्षिण (दहेज)
संजीव शुक्ल 'सचिन'
Page 8
Loading...