Posts Tag: ग़ज़ल/गीतिका 15k posts List Grid Previous Page 3 Next Pankaj Bindas 7 Sep 2024 · 1 min read ग्यारह होना दुःख मे एक-एक ग्यारह होना कभी न नौ दो ग्यारह होना। शून्य एक को लाख करे, तुम ग्यारह ग्यारह ग्यारह होना। ब्रह्मा, विष्णु, महेश एक हैं जैसे एक सौ ग्यारह... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 54 Share Otteri Selvakumar 6 Sep 2024 · 1 min read जीवन की वास्तविकता जब भोर हो रही है लेकिन।।। केवल हमारे सपने भोर नहीं हो रही है हमारे सपने रात में बेहोशी सुबह के समय झपकी लेता है झपकी क्या करें? वास्तविक जीवन... Hindi · Best Hindi Kavita · कविता · कहानी · ग़ज़ल/गीतिका 53 Share अरशद रसूल बदायूंनी 6 Sep 2024 · 1 min read अपना सिक्का खोटा था सर को तो बे-शक झुकना था जब अपना सिक्का खोटा था नेकी जाल में फँसती कैसे नेकी से ख़ाली दरिया था जुर्म वहाँ सब क्यों होते थे जब डेरा सच्चा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 81 Share Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya" 5 Sep 2024 · 1 min read शिक्षक दिवस बिन गुरु जीवन क्षीण हैं, जैसे प्राण विहीन शरीर। शिक्षक जीवन ज्योति हैं, लागे सुर सरिता संगीत ।। 1 बिन जल सुमन, सरोवर जैसे। ज्ञान गुरु बिन, जीवन हैं रे... Hindi · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · दोहा 1 65 Share Dr fauzia Naseem shad 3 Sep 2024 · 1 min read कैसी ये पीर है कैसी निःशब्दता कैसी ये पीर है व्याकुल हैं नैन भी मन भी अधीर है घायल जो कर गया हमें वो तेरे लफ़्ज़ों का तीर है बरसे तेरे वियोग में नैनो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 72 Share gurudeenverma198 2 Sep 2024 · 1 min read अदब अपना हम न छोड़ें हम उस्ताद हैं इन तालिबों के, अदब अपना हम न छोड़े। हम चुने सफ़र-ए-ईमान को, अपनी वफ़ा हम न तोड़े।। हम उस्ताद हैं इन तालिबों के--------------।। आईना है हमारी तालीम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 100 Share Sandeep Thakur 1 Sep 2024 · 1 min read ख़ुद से अपना हाथ छुड़ा कर - संदीप ठाकुर ख़ुद से अपना हाथ छुड़ा कर चलना मुश्किल हो जाता है रेत लहर को पी जाती है दरिया साहिल हो जाता है बा'द तुम्हारे ये ही मौसम कितना बोझल हो... Hindi · कविता · ख़ुद से अपना हाथ छुड़ा कर · ग़ज़ल/गीतिका · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 1 1 251 Share gurudeenverma198 25 Aug 2024 · 1 min read लोग जो पीते हैं शराब, जाकर मयखानें लोग जो पीते हैं शराब, जाकर मयखानें। उनको रहे होश अदब का तो, हम जानें।। लोग जो पीते हैं शराब-----------------------।। दिखाते हैं जोश जवानी का, जो इस तरहां। उनको रहे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 78 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Aug 2024 · 1 min read रिश्तो का संसार बसाना मुश्किल है। ग़ज़ल रिश्तो का संसार बसाना मुश्किल है। तोड़ो पल में किंतु बनाना मुश्किल है। चलो बनाना कठिन नहीं ये मान लिया, रिश्तो को पर यार निभाना मुश्कि़ल है। नफरत है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 61 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Aug 2024 · 1 min read राह के कंकड़ अंधेरे धुंध सब छटती रहे। ग़ज़ल 2122/2122/2122/212 राह के कंकड़ अंधेरे धुंध सब छटती रहे। जिंदगी ऐसे ही हौले - हौले तू कटती रहे। कोई भी सरकार या नेता हो सब ये चाहते, जाति धर्मों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 74 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Aug 2024 · 1 min read अरे कुछ हो न हो पर मुझको कुछ तो बात लगती है गज़ल 1222/1222/1222/1222 अरे कुछ हो न हो पर मुझको कुछ तो बात लगती है भले सब कुछ दिखाई दे रहा हो रात लगती है। विरह की वेदना में अश्रु झर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 103 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Aug 2024 · 1 min read जिसने दिया था दिल भी वो उसके कभी न थे। गज़ल 221/2121/1221/212 जिसने दिया था दिल भी वो उसके कभी न थे। दिखते हैं आज जैसे वो वैसे कभी न थे। जो मन की बात आज सरेआम कर रहे, वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 92 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Aug 2024 · 1 min read माना आज उजाले ने भी साथ हमारा छोड़ दिया। गज़ल माना आज उजाले ने भी साथ हमारा छोड़ दिया। घोर ॲंधेरे से डर के क्या आगे बढ़ना छोड़ दिया। आंखों में आकाश सजाकर अंतर्मन से उड़ता हूॅं, तूने पंख... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 88 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Aug 2024 · 1 min read गज़ल गज़ल 221/2121/1221/212 कोई भी देशभक्त न हरगिज़ सहेगा ये। अब सोच लो जियादा नहीं चल सकेगा ये। खाते यहां का गाते किसी और के ही गीत, गद्दारों आओ होश में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 74 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Aug 2024 · 1 min read या खुदा तू ही बता, कुछ शख़्स क्यों पैदा किये। गज़ल या खुदा तू ही बता, कुछ शख़्स क्यों पैदा किये। हो गया जीना सजा, कुछ शख़्स क्यों पैदा किये। दीन ओ दुनियां के लिए जो लोग निकले जानवर, क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 63 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Aug 2024 · 1 min read इस तरह कब तक दरिंदों को बचाया जाएगा। गज़ल 2122/2122/2122/212 इस तरह कब तक दरिंदों को बचाया जाएगा। इक न इक दिन देखना नंबर तुम्हारा आएगा। भेड़ियों को पालने वालो न तुम ये भूलना, भेड़िया तो भेड़िया तुमको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 70 Share Harinarayan Tanha 23 Aug 2024 · 1 min read शायर का मिजाज तो अंगारा होना चाहिए था शायर का मिजाज तो अंगारा होना चाहिए था और उसकी शायरी को तो शरारा होना चाहिए था ये जो लड़की अदाएं दिखा रही है सिर पर ईंटें उठाएं हुए असल... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 60 Share Pankaj Bindas 23 Aug 2024 · 1 min read पंकज बिंदास कविता मेरा आज मेरा कल बनाएगा इसीलिए पढ़ो इसीलिए गढ़ो इसीलिए उठो बीज सा फूटो जर्जर हो टूटो स्वयं से रूठो स्वयं से पूछो मेरा दिन आखिर कब आएगा मेरा आज... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 85 Share Sandeep Thakur 22 Aug 2024 · 1 min read पहने कपड़े सुनहरे चमकती हुई पहने कपड़े सुनहरे चमकती हुई धूप आई मिरे घर झिझकती हुई फूल सा इक लिफ़ाफ़ा मेरे नाम का एक चिट्ठी थी उस में महकती हुई पुल के मेहराब भी डूबे... Hindi · Sandeep Thakur Shayari · ग़ज़ल/गीतिका · चिट्ठी शायरी · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 261 Share Dr fauzia Naseem shad 16 Aug 2024 · 1 min read ज़िन्दगी को ज़िन्दगी को सज़ा नहीं कहते। हर ख़ता को ख़ता नहीं कहते। वक़्त के साथ जो बदल जाए, उसको अच्छी अदा नहीं कहते। मिलते रहते हैं वो जो ख़्वाबों में, हम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 1 93 Share अरशद रसूल बदायूंनी 14 Aug 2024 · 1 min read इज़्ज़त पर यूँ आन पड़ी थी इज़्ज़त पर यूँ आन पड़ी थी घर में ही कमज़ोर कड़ी थी पहले सब पर वक़्त बहुत था पहले किसके पास घड़ी थी? चौका-बरतन सीख लिया था जब अम्मा बीमार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 133 Share मोहित शर्मा ज़हन 13 Aug 2024 · 1 min read कुछ शामें गुज़रती नहीं... (काव्य) कुछ लंबी शामें सिरहाने पड़ी... बीतने का नाम न ले रहीं। कुछ दबी शिकायतें अनकही, कुछ रूठी सदाएँ अनसुनी। एक दुनिया को कहते थे सगी, हमारे मखौल से उसकी महफ़िलें... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक 1 106 Share Sandeep Thakur 13 Aug 2024 · 1 min read आ जा अब तो शाम का मंज़र भी धुँधला हो गया आ जा अब तो शाम का मंज़र भी धुँधला हो गया रास्तों ने मूँद ली आँखें अंधेरा हो गया बैठ कर जिस के किनारे तू ने खाई थी क़सम वो... Hindi · Sandeep Thakur Ghazal · ग़ज़ल/गीतिका · वादा शायरी · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 239 Share Pankaj Bindas 9 Aug 2024 · 1 min read एक बार होता है बार बार नही इजहार एक बार होता है ज़िंदगी मे भी बस प्यार एक बार होता है. कुछ लोग गिनाते अपनी ढेर सारी मुहब्बतें पर वो वाला प्यार यार एक... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 1 96 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 7 Aug 2024 · 1 min read कर लेगा दिल तो पागल है गुनाह कर लेगा खुद को हौले से तबाह कर लेगा गम से राब्ता है अब उसका ऐसा इक दिन उससे निकाह कर लेगा सुफ़ेद रंग का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 74 Share अरशद रसूल बदायूंनी 6 Aug 2024 · 1 min read चोर दरबार से नहीं निकला हल ये सरकार से नहीं निकला चोर दरबार से नहीं निकला खून से तर बतर इबारत थी ज़हन अख़बार से नहीं निकला उम्र भर लफ्ज़ इक निदामत का क्यों गुनहगार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 106 Share rkchaudhary2012 5 Aug 2024 · 1 min read आसान नहीं हैं बुद्ध की राहें किसी को धोखा देना किसी से छल करना किसी का हृदय तोड़ना यह एक प्रकार की होती है हिंसा हिंसा से रहना होता है विरत आसान नहीं है बुद्ध की... Hindi · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · बुद्ध 1 91 Share Aman Sinha 4 Aug 2024 · 2 min read जॉन तुम जीवन हो तुमको पढ़ा, तुमको जाना, तो ये समझ में आया है, कितनी बेकरारी को समेट कर तूने कोई एक शेर बनाया है। रईसी ऐसी कि बस इशारों में मुआ हर काम... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 55 Share अरशद रसूल बदायूंनी 2 Aug 2024 · 1 min read कौड़ी के भाव ले के दुआ कौड़ी के भाव ले के दुआ राहगीर से करते हैं कारोबार हम अक्सर फ़कीर से कुछ सोचकर फसील उठाई नहीं अभी फिलहाल घर को बांट लिया है लकीर से पाकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 110 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Jul 2024 · 1 min read हर गली में ये मयकदा क्यों है -ग़ज़ल- दर्द में आज मुब्तिला क्यों है आइना है तो ग़मज़दा क्यों है ख़ूबसूरत मिली उसे दुल्हन पर ये ख़ुश इतना गुलगुला क्यों है अपनी बेबाक़ी पे था जो क़ायम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 109 Share सत्य कुमार प्रेमी 25 Jul 2024 · 1 min read जो लगती है इसमें वो लागत नहीं है। गज़ल 122/122/122/122 जो लगती है इसमें वो लागत नहीं है। गरीबों के बस की सियासत नहीं है।1 जो भी पास मेरे कमाया है खुद ही, कोई खानदानी रियासत नहीं है।2... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 98 Share सत्य कुमार प्रेमी 25 Jul 2024 · 1 min read किसी के इश्क में ये जिंदगी बेकार जाएगी। मुक्तक किसी के इश्क में ये जिंदगी बेकार जाएगी। हॅंसाएगी नहीं तुमको दिनों-दिन ये रुलाएगी। जो करना प्रेम ही है तो करो बेशक जगत्पति से, तुम्हारी जिंदगी इक दिन यकीनन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 87 Share सत्य कुमार प्रेमी 25 Jul 2024 · 1 min read वो बस सपने दिखाए जा रहे हैं। ग़ज़ल 1222/1222/122 वो बस सपने दिखाए जा रहे हैं। हकीकत को छुपाए जा रहे हैं।1 उन्हीं पर जम के बरसी है कृपा भी, जो कुर्सी को बचाए जा रहे हैं।2... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 72 Share सत्य कुमार प्रेमी 25 Jul 2024 · 1 min read तुम्हारे सॅंग गुजर जाते तो ये अच्छा हुआ होता। गज़ल तुम्हारे सॅंग गुजर जाते तो ये अच्छा हुआ होता। ये भवसागर भी तरह जाते ये अच्छा हुआ होता। नहीं हम देखते वे दिन जो देखे हैं तुम्हारे बिन, जहां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 113 Share सत्य कुमार प्रेमी 25 Jul 2024 · 1 min read जो कभी थी नहीं वो शान लिए बैठे हैं। ग़ज़ल 2122/1222/1122/22(112) जो कभी थी नहीं वो शान लिए बैठे हैं। एक नक़ली सही मुस्कान लिए बैठे हैं। जो लिए बैठे हैं परिमाणु मिसाइल सोचो, खुद ही सब मौत का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 54 Share सत्य कुमार प्रेमी 25 Jul 2024 · 1 min read पहले जो मेरा यार था वो अब नहीं रहा। गज़ल 2212/1212/2212/12 पहले जो मेरा यार था वो अब नहीं रहा। रिश्तो में जैसा प्यार था वो अब नहीं रहा। 1 उनके हर एक काम में आगे था, अब नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 63 Share Santosh kumar Miri 22 Jul 2024 · 1 min read गज़ल गज़ल *पल - पल पिया* मैं तेरे आने से हर पल पल जिया तेरे चले जाने से ऐसे ही रह लिया तेरी कसम है सनम किसी से मैने इश्क नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 87 Share Kalamkash 21 Jul 2024 · 1 min read फिर एक आम सी बात पर होगा झगड़ा, फिर एक आम सी बात पर होगा झगड़ा, सो, सारे तअल्लुक भुला दीजे जानाँ Hindi · Hindi Urdu · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · लेख · शेर 1 89 Share Harinarayan Tanha 16 Jul 2024 · 1 min read अपनी नजरों से आज़ाद कर मुझे अपनी नजरों से आज़ाद कर मुझे अब ना और बर्बाद कर मुझे तू मशहूर है दुनिया बनाने के लिए तो फिर अब आबाद कर मुझे मैं ताराज हूं तेरे ख्यालों... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 88 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Jul 2024 · 1 min read तुम्हारे प्यार के खातिर सितम हर इक सहेंगे हम। ग़ज़ल 1222/1222/1222/1222 तुम्हारे प्यार के खातिर सितम हर इक सहेंगे हम। किया है प्यार तुमसे तो नहीं शिकवा करेंगे हम।1 हमारा साथ दो तुम या न दो मर्जी तुम्हारी है,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 62 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Jul 2024 · 1 min read एक दिन थी साथ मेरे चांद रातों में। ग़ज़ल 2122/2122/2122/2 एक दिन थी साथ मेरे चांद रातों में। काटते दिन रात अब उसकी ही यादों में।1 ऐश औ आराम की चिंता नहीं की है, ज़िंदगी कटती रही बस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 64 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Jul 2024 · 1 min read बड़े हो गए अब बेचारे नहीं। ग़ज़ल 122/122/122/12 बड़े हो गए अब, बेचारे नहीं। सुनो अब तुम्हारे सहारे नहीं।1 मुझे तैरना आ गया गम न कर, न डर पास हैं गर किनारे नहीं।2 उठा जब से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 63 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Jul 2024 · 1 min read एक दिन सब ही खाते थे आम आदमी। ग़ज़ल 212/212/212/212 एक दिन सब ही खाते थे आम आदमी। दे न पाएगा अब इसका दाम आदमी। खो रहा धीरे धीरे ये पहचान भी, देख तस्वीर सोचेगा नाम आदमी।2 इक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 72 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Jul 2024 · 1 min read मां के आंचल में कुछ ऐसी अजमत रही। ग़ज़ल 212/212/212/212 मां के आंचल में कुछ ऐसी अजमत रही। मुझको सबकुछ मिला मेरी किस्मत रही।1 एक माॅं दे दी जिसने सभी कुछ दिया, या खुदा ये तेरी ही तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 65 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Jul 2024 · 1 min read वो कली हम फूल थे कचनार के। ग़ज़ल 2122/2122/212 वो कली हम फूल थे कचनार के। क्या सुहाने दिन थे अपने प्यार के।1 जीतना उनको है दुनियां मार के। आ रहे हैं दिन निकट संहार के।2 कुछ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 67 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Jul 2024 · 1 min read जो चाहते थे पा के भी तुम्हारा दिल खुशी नहीं। गज़ल 1212/1212/1212/1212 जो चाहते थे पा के भी तुम्हारा दिल खुशी नहीं। ये जिंदगी है इसमें कोई खुश हुआ कभी नहीं। ये हक नहीं उसे कि देश का वो कर्णधार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 63 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Jul 2024 · 1 min read जिसे भुलाया था वर्षों पहले, वो ख्वाबों में फिर से आ रही है। गज़ल 12122/12122/12122/12122 जिसे भुलाया था वर्षों पहले, वो ख्वाबों में फिर से आ रही है। खुदाया तू ही सॅंभाल मुझको, वो रातों में फिर जगा रही है।1 मुझे तबाही सी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 68 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Jul 2024 · 1 min read जर जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले। गज़ल 212/212/212/212 जर जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले। भावनाओं का मुझको सहारा मिले।1 तन से धन से किसी के लिए तुम रहो, मेरे दिल को तो इक साथ प्यारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 69 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Jul 2024 · 1 min read जो नहीं मुमकिन था, वो इंसान सब करता गया। गज़ल 2122/2122/2122/212 जो नहीं मुमकिन था, वो इंसान सब करता गया। पैर धरती पर रहे औ'र चांद पर देखा गया।1 जो नहीं विचलित हुआ है ज़ख्म खाकर भी कभी, अच्छे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 107 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Jul 2024 · 1 min read तुझसे है मुझे प्यार ये बतला रहा हूॅं मैं। गज़ल 221/1221/1221/212 तुझसे है मुझे प्यार ये बतला रहा हूॅं मैं। ऐ चांद मेरे तुझसे मिलने आ रहा हूॅं मैं।1 ये दिल भी धड़कता है बड़ी जोर जोर से, ज्यों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 62 Share Previous Page 3 Next