Posts Tag: कविता 57k posts List Grid Buddha Prakash 9 May 2024 · 1 min read ध्यान कर हरी नाम का ध्यान कर हरी नाम का, क्यो तुझकों है गुमान किसका ? जर्जर होगी काया एक दिन, सुन्दर रूप रूठें मोह माया तुझसे, धन और दौलत काम ना आये, जो ना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकाश बोधि 0 Share Buddha Prakash 8 May 2024 · 1 min read भीम बाबा ने सबको कहा है भीम बाबा ने सबको कहा है, मार्ग बुद्ध का तुम पकड़ लो, बनके आये तुम करने उजागर, देने संदेश बुद्ध के राह की, हो जाएगा जीवन सफल भी, दुःख से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकाश बोधि 1 2 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *कलमें इतिहास बनाती है* समस्त धारा के जीवन का, अस्तित्व कहां से आया है नर नारी और पशु पक्षी ने, कितना सहयोग निभाया है प्रमाण सभी हैं पृष्ठों पर, आधार तभी हम पाते हैं... Poetry Writing Challenge-3 · *कलमें इतिहास बनाती है* · कविता 3 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *प्राकृतिक संगीत* कुदरत का कण कण, हर ओर हर भाव भरा है गीतों से बिन शब्दों का संगीत बना रसखान भरा है गीतों से बूंदों का धरती पर गिरना, नदियों का कल... Poetry Writing Challenge-3 · *प्राकृतिक संगीत* · कविता 4 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read संकल्प सोचो तुम इस दुनिया में इस धरती का आधार कष्ट स्वयं ही सह कर के करती हम सब पर उपकार सोचो तुम इस दुनिया में इस मिट्टी का खेल इससे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · संकल्प 4 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *खुद की खोज* ढूंढ लिया हमने जग सारा तन्हा खुद को पाया है व्यर्थ के सारे रिश्ते नाते व्यर्थ ही समय गंवाया है बिना ज्ञान के इस जीवन में कोई कमी अधूरी है... Poetry Writing Challenge-3 · *खुद की खोज* · कविता 4 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *रंगों का कारोबार* हर चेहरे पर रंग लगा है हर रंग का रंग निराला है रंग के रंग में ऐसा उलझा रंग डाला रंग सारा है रंगों का बाजार सजा है पग पग... Poetry Writing Challenge-3 · *रंगों का कारोबार* · कविता 5 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *प्रेम का डाकिया* अपने दिल का सारा हाल पन्नों पर लिख डाला दिल पर जो बीत रहा खत में सब कह डाला गीत बनाकर रखा था अपनी तकिया के नीचे शब्दों की माला... Poetry Writing Challenge-3 · *प्रेम का डाकिया* · कविता 7 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *प्रेम नगरिया* धूप और छांव सा साथ हमारा वर्षा और बूंद सा एहसास हमारा निस्वार्थ प्रेम की परिभाषा हो बिन शब्दों की अद्भुत भाषा हो कितना मधुर हो हम दोनों का प्रेम... Poetry Writing Challenge-3 · *प्रेम नगरिया* · कविता 5 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *नए दौर में* खाली झोला लेकर आए कितने नए साथ बनाए कुछ मामूली कुछ खास बने कितना समय लगा था सबको अपना बनाने में हम भी चल पड़े थे इस नए दौर को... Poetry Writing Challenge-3 · *नए दौर में* · कविता 5 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *ये दिन भी गुजर जाएंगे* कौन अपना है और कौन पराया यह फिर ना बताएंगे उतरते ही वक्त के चश्मे सभी नजर आएंगे देख लेना ए मुसाफिर ये दिन भी गुजर जाएंगे बहते आंखों से... Poetry Writing Challenge-3 · *ये दिन भी गुजर जाएंगे* · कविता 5 Share Buddha Prakash 8 May 2024 · 1 min read इतना विश्वास है तुम पर प्रभु जी इतना विश्वास है तुम पर प्रभु जी, प्राण छूटे तो गम नहीं है। टूटे तुझसे ये रिश्ता कभी ना, रूठ जाए ये संसार कम है।..... सुख हो या हो दुःख... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · प्रकाश बोधि 1 5 Share Dr.Priya Soni Khare 8 May 2024 · 1 min read समय बिना सोचे अपना सारा समय तुम्हें दे दिया अब सोचती हूं समय ! था मेरे पास जो तुम्हें दे दिया । Poetry Writing Challenge-3 · कविता 6 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 8 May 2024 · 1 min read अद्भुत प्रयास जिंदगी की दौड़ में यह भीड़ ,भागती हुई उलझ चुकी है, अपने ही घेरों में। जब- जब टूटेंगे भीतर के घेरे हर और होगा उज्ज्वल उजास। भागता समय एक क्षण... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 8 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 8 May 2024 · 1 min read भय लगता है... हुए अचानक बदलावों से, भय लगता है। परंपराएँ युगों-युगों की, त्याग भला दें कैसे ? चिकनी नयी सड़क पर बोलो, दौड़ें सरपट कैसे ? हो जाएँगे चोटिल सचमुच, फिसले और... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 6 Share Akash Agam 8 May 2024 · 1 min read काश ! काश ! न हम यूंँ अलग होते न मैं जाकर मिलता; अंधेरों से, नफ़रतों से! काश ! तुम अब भी होती मेरे साथ समझा रहा होता तुम्हें गणित का कोई... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · कोटेशन · ग़ज़ल · गीत 9 Share Akash Agam 8 May 2024 · 1 min read हँसती हुई लड़की मैं तुम्हारे आँसू तो नहीं पोंछ पाऊंँगा मग़र तुम रो लेना शायद तुम्हारी आँखों की पवित्र बूंँदों से हवा में घुली नफ़रत, पिघल जाए ! मैं तुम्हारे साथ मुस्कुरा तो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 9 Share सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life) 8 May 2024 · 1 min read मोक्ष पाने के लिए नौकरी जरुरी शरीर साँसों के बिना नहीं चलता, और जीवन पैसों के बिना नहीं चलता, लोग कहते हैं पैसा हाथ का मेल है, मगर यह मैल साफ हाथों से नहीं निकलता, इसके... Hindi · कविता 1 19 Share Dr. Priya Gupta 8 May 2024 · 1 min read *आत्म-मंथन* *आत्म-मंथन* भावुकता की चादर ओढ़, मूक नहीं होना होगा। अंधकार लिप्त आवरण फेंक, निरंतर अग्रसर होना होगा। संकल्प अटल करना होगा, स्वर्णिम पथ पर बढ़ना होगा। ऐसे पथ भी आएंगे,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 5 Share Dr. Priya Gupta 8 May 2024 · 1 min read *एक मां की कलम से* *एक मां की कलम से* ऐसी खुशहाली आई है, प्रसन्नता मन में छाई है। एक नवजीवन की अभिलाषा, मैंने अब पाई है। छोटा सा एक जीव मेरे, अंगों में आके... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 1 8 Share Dr. Priya Gupta 8 May 2024 · 1 min read *कविताओं से यह मत पूछो* *कविताओं से यह मत पूछो* कविताओं से यह मत पूछो, कितना एक मोल तुम्हारा है ।। कविता विचार का सागर हैं, हर शब्द अमृतधारा है।। कविता इतिहास का स्त्रोत हुई,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 8 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *अंतस द्वंद* संघर्षों के अंगारे पर जीवन को जो झुलसा देता है, वक्त सदा ऐसे लोगों को ऊंचाइयों पर पहुंचा देता है! पहला कर्तव्य निष्ट बनाकर कर्तव्य करो निडर बनो, फिर सत्य... Hindi · *अंतस द्वंद* · कविता 2 9 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read पल को ना भूलो पल को ना भूलो पल में, पल को ना भूलो पल में, किसी पल तुम अदृश्य रूप l तो किसी पल में सूक्ष्म रूप l और किसी पल में प्रकट... Hindi · कविता · पल को ना भूलो 1 8 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *पथ संघर्ष* शक्ति करें जो लौह अगर दहन जरूरी होता है, चमक सके जो स्वर्ण अगर तपन जरूरी होता है, सब कुछ जग में संताप नहीं संतोष जरूरी होता है l लक्ष्य... Hindi · *पथ संघर्ष* · कविता 6 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *बसंत* बसंत तेरे आने से जान आ गई, पेड़ों में नहीं खुशबू, धरती पर फिर शान आ गई। बसंत तेरे आने से जान आ गई।। कभी ठंडक से ठिठुरता जीवन, सूरज... Hindi · कविता · बसंत 6 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *सरस्वती वंदना* हे माता मातेश्वरी सरस्वती, विनती एक बार सुन लीजो। ज्ञान देकर हृदय को पावन पवित्र कर दीजो, दया दृष्टि मुझ पर भी करो, मेरी गलती को क्षमा करो, भर दो... Hindi · कविता · सरस्वती वंदना 7 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *इंसान बन जाओ* जीवन में विचारों की तस्वीर बन जाओ, मिटा सके जो अंधेरा ऐसा प्रकाश फैलाओ, क्यों दूर खड़े होकर तमाशा देखते हो l हाथ से हाथ मिलाकर इंसान बन जाओ ll... Hindi · इंसान बन जाओ · कविता 6 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *शाश्वत सत्य* सत्य कटु है जानत सब कोई, बिन प्रेम जीवन में कछु ना होई। धन दौलत सब व्यर्थ हो जाई, बंगले महल सब यहीं रह जाई, पाप गठरिया जो तू ढोए,... Hindi · *शाश्वत सत्य* · कविता 8 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *चाय और चाह* बातें दो-चार करें कैसे, हाल तुम्हारा सुने कैसे, कुछ गरम मधुर सा स्वाद बुने, चाह भरी इस चाहत में यादों का अंबार बुने। तीखी वाणी छोड़ो सबसे दो मीठी प्याली... Hindi · *चाय और चाह* · कविता 7 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *किताब* कड़ी-कड़ी जुड़कर ही बनती है जंजीर सभी, अक्षर-अक्षर जुड़कर ही बनती है तकदीर सभी, मूल्य बड़ा ही होता है, जीवन के संचालन में, पन्नों में ही गीत छुपा है, उज्जवल... Hindi · कविता · किताब 8 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read लड़ाई क्या मिलेगा तुम्हें आज की लड़ाई में, क्या मिलेगा तुम्हें आज की लड़ाई में, खून खराब और जग की रुसवाई में, क्या मिलेगा तुम्हें आज की लड़ाई में। क्या करोगे... Hindi · कविता · लड़ाई 7 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *जीवन का सत्य* यह जीवन है अनमोल रतन, कुछ खोना है कुछ पाना है। पाकर भी न इतराना है, खोकर भी हंसते जाना है। यह जीवन है अनमोल रतन, कुछ खोना है कुछ... Hindi · *जीवन का सत्य* · कविता 7 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *मेरी व्यथा* इस जग के करुण वेदन में, करुणा के दीपों में, कुछ नई सृष्टि की रचना में, अलंकृत की वर्षा हो तुम, मेरी इस व्यथा की रचना हो तुम। जग का... Hindi · कविता · मेरी व्यथा 7 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *तृण का जीवन* चल पड़े हैं ऐसी डगर को, जहां का हम पता पूछते हैं, आज हम वीरान हवाओं से पूछते हैं, बताओ मेरी मंजिल है कहां। कभी दुनिया को देखते हैं, कभी... Hindi · कविता · तृण का जीवन 8 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 8 May 2024 · 1 min read आकाश और पृथ्वी तुम आकाश हो अनंत तक फैले मगर हृदय में शून्य समेटे। यह पृथ्वी है बहुत सीमित मगर मिट्टी से संस्कारित। मैंने सुना है लोग कहते हैं क्षितिज पर मही आकाश... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 12 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *धरती का वरदान* जीवन में सभी उमंग, फिर से छाने लगी, आम के पेड़ों में फिर से बौर आने लगी याद आता है वो कल जब लाया था एक बीज प्रेम प्राण से... Hindi · कविता · धरती का वरदान 6 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read यथार्थ चींटी ऐसी सूक्ष्म जीव जो देती जीने की राह निज पथ पर मनुष्य बढ़े कैसे हमको देती है सिखला पथ एक मनुष्य का कर्तव्य पूर्ण अनुशासन में जीवन जो चला... Hindi · Motivation · कविता · यथार्थ 1 4 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *यात्रा* भयभीत कभी ना होना तुम, जीवन की कठिनाई में चलना स्वयं ही पड़ता है हर महत्तम ऊंचाई में निश्चय ही विजय तिलक श्रृंगार तुम्हारा कर देगी उपहास उड़ाने वालों को... Hindi · कविता · यात्रा 4 Share Surinder blackpen 8 May 2024 · 1 min read उम्मीद है दिल में उम्मीद है दिल में,तुम आओगे जरूर। बात दिल की तुम, बताओगे जरूर। ये जो जा रहे हो , नज़र चुरा के आज वादा है तुझसे,तुम पछताओगे जरूर। क्यों बार बार... Hindi · कविता 1 7 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *नसीहत* साफ नीयत रख ली अगर तो हाथ बढ़ाकर गले लगाओ तो सही उड़ने को सारा आकाश पड़ा है पंख पूरे फैलाओ तो सही तन्हा रहोगे क्या अक्सर कभी मेरे घर... Hindi · कविता · नसीहत 5 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *कलमें इतिहास बनाती है* समस्त धारा के जीवन का, अस्तित्व कहां से आया है नर नारी और पशु पक्षी ने, कितना सहयोग निभाया है प्रमाण सभी हैं पृष्ठों पर, आधार तभी हम पाते हैं... Hindi · इतिहास · कलम · कविता 5 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *प्राकृतिक संगीत* कुदरत का कण कण, हर ओर हर भाव भरा है गीतों से बिन शब्दों का संगीत बना रसखान भरा है गीतों से बूंदों का धरती पर गिरना, नदियों का कल... Hindi · कविता · गीत · प्रकृति 4 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read संकल्प सोचो तुम इस दुनिया में इस धरती का आधार कष्ट स्वयं ही सह कर के करती हम सब पर उपकार सोचो तुम इस दुनिया में इस मिट्टी का खेल इससे... Hindi · कविता 5 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *खुद की खोज* ढूंढ लिया हमने जग सारा तन्हा खुद को पाया है व्यर्थ के सारे रिश्ते नाते व्यर्थ ही समय गंवाया है बिना ज्ञान के इस जीवन में कोई कमी अधूरी है... Hindi · कविता · गीत · सत्यकीखोज 6 Share Mahima shukla 8 May 2024 · 1 min read 16-- 🌸उठती हुईं मैं 🌸 16- 🌸 - "उठती हुई मैं "🌸 ============= हाँ! " मैंने देखा है ऊँची उठते हुये आसमान की ओर नज़र टिकाये अपनी असीम आशाओं को तितर बितर होती सँभावनाओं को... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 9 Share Mahima shukla 8 May 2024 · 1 min read 15--🌸जानेवाले 🌸 .15-- कविता 💐 जाने वाले.... 🙏💐 ... 🔸स्मृति शेष 🔸... == ========= जाना था मैंने, कि एक दिन यूँ जाना होगा पर किसे, कहाँ, कब, कैसे नहीं जाना था. ऐसे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 6 Share Mahima shukla 8 May 2024 · 2 min read 14--- 🌸अस्तित्व का संकट 🌸 " अस्तित्व ."🌸 ----====--- चलो फिर सोचें हम कहाँ आ गये हैं. हर ओर वीरानियाँ क्यूँ छायी हुईं हैं ? बस्तियाँ बसीं पर खामोशियाँ पसरी हैं. हवा में ताज़गी नहीं... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 4 Share Ghanshyam Poddar 8 May 2024 · 1 min read गरिमामय है धरती अपनी गरिमामयी है धरती अपनी इसे वसुंधरा भी कहते है यह धरती है बलिदान की फांसी चढ़े कितने ही गीत गाते हुए। शाम को कह दो अब कल फिर सूरज आयेगा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 9 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 8 May 2024 · 1 min read बड़े नहीं फिर भी बड़े हैं । बड़े नहीं फिर भी बड़े हैं इसलिए कि लोग जहाँ गिर पड़े हैं हम वहाँ तने खड़े हैं, द्वंद्व की लड़ाई भी साहस से लड़े हैं; न दुख से डरे,... Poetry Writing Challenge-3 · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · स्व–अभिमान 1 8 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 8 May 2024 · 1 min read कौन सताए ज़िद्दी स्वाभाव बचकानी हरकते, उसकी मनमानी और तीखे तेवर! रोते हुए को भी एकदम हँसा दे, चेहरा देख के ही हाल बता दे । कोई बहाना जहां चल न पाए,... Poetry Writing Challenge-3 · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 1 9 Share Page 1 Next