नौकरी गुलामों का पेशा है।
Pseudo Democracy and Monopolistic Capitalism: An In-Depth Analysis in the Present Geopolitical Scenario
समाज मे अविवाहित स्त्रियों को शिक्षा की आवश्यकता है ना कि उप
समय बदलता तो हैं,पर थोड़ी देर से.
हम शरीर हैं, ब्रह्म अंदर है और माया बाहर। मन शरीर को संचालित
न किजिए कोशिश हममें, झांकने की बार-बार।
हे छंद महालय के स्वामी, हम पर कृपा करो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
ہر طرف رنج ہے، آلام ہے، تنہائی ہے
"अमरूद की महिमा..."
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
हाथ में फूल गुलाबों के हीं सच्चे लगते हैं
खुद को खोल कर रखने की आदत है ।
आँखों-आँखों में हुये, सब गुनाह मंजूर।
#शिवाजी_के_अल्फाज़
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
क्या कहें ये गलत है या यारो सही।
*मन में शुचिता लेकर पूजो, विद्या की देवी माता को (राधेश्यामी