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15 Feb 2021 · 1 min read

Shayari

मेरा किस्सा जिसके चारों ओर भटकता है,
चांद उसी की गली से तो निकलता है,
हमारा हाथ छुड़ाए छोड़ता नहीं वह अब,
जो सारी दुनिया का हाथ झटकता है।

Language: Hindi
4 Likes · 7 Comments · 273 Views
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