Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jul 2024 · 1 min read

Sex in itself has no meaning. It’s what we make of it. Our s

Sex in itself has no meaning. It’s what we make of it. Our society advertises sex as a source of happiness. Just by having sex, your will be fulfilled. This is delusional, and leaves lots of people unsatisfied. Sex’s meaning is what we make of it. So we should learn to frame sexual experiences based on our intentions and needs.

→ Sexual intelligence is going from “sex has to validate me” to “I validate my sexuality.”

1 Like · 194 Views

You may also like these posts

सत्य जब तक
सत्य जब तक
Shweta Soni
4. The Ultimate
4. The Ultimate
Santosh Khanna (world record holder)
वो लुका-छिपी वो दहकता प्यार—
वो लुका-छिपी वो दहकता प्यार—
Shreedhar
खुन लिए
खुन लिए
Kunal Kanth
अल्फ़ाजी
अल्फ़ाजी
Mahender Singh
जीवन है ये छोटा सा
जीवन है ये छोटा सा
प्रदीप कुमार गुप्ता
कलम की ताक़त
कलम की ताक़त
Dr. Rajeev Jain
इंसान हो या फिर पतंग
इंसान हो या फिर पतंग
शेखर सिंह
अयोध्या धाम
अयोध्या धाम
विजय कुमार अग्रवाल
अकड़ाई
अकड़ाई
उमेश बैरवा
पूँजी, राजनीति और धर्म के गठजोड़ ने जो पटकथा लिख दी है, सभी
पूँजी, राजनीति और धर्म के गठजोड़ ने जो पटकथा लिख दी है, सभी
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
"बड़े-बड़े डेम, बिल्डिंग, पाइप-लाइन लीक हो जाते हैं। पेपर लीक
*प्रणय*
तेरे झूठ का जहर, तो जहर बांट रहा है।
तेरे झूठ का जहर, तो जहर बांट रहा है।
Sanjay ' शून्य'
ये आवारगी
ये आवारगी
ज्योति
*तेरा इंतजार*
*तेरा इंतजार*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
नेह का घी प्यार का आटा
नेह का घी प्यार का आटा
Seema gupta,Alwar
अकेले
अकेले
Dr.Pratibha Prakash
म्हारे हरयाणे की नार
म्हारे हरयाणे की नार
अरविंद भारद्वाज
कभी जब आपका दीदार होगा
कभी जब आपका दीदार होगा
सत्य कुमार प्रेमी
"राष्ट्रपति डॉ. के.आर. नारायणन"
Dr. Kishan tandon kranti
रोज जमकर बरसात होती हैं मेरी शिकायतों की।
रोज जमकर बरसात होती हैं मेरी शिकायतों की।
Ashwini sharma
*रामलला सिखलाते सबको, राम-राम ही कहना (गीत)*
*रामलला सिखलाते सबको, राम-राम ही कहना (गीत)*
Ravi Prakash
मानव के सूने मानस में तुम सरस सरोवर बन जाओ,
मानव के सूने मानस में तुम सरस सरोवर बन जाओ,
Anamika Tiwari 'annpurna '
बदरा को अब दोष ना देना, बड़ी देर से बारिश छाई है।
बदरा को अब दोष ना देना, बड़ी देर से बारिश छाई है।
Manisha Manjari
निरंकारी महिला गीत
निरंकारी महिला गीत
Mangu singh
विशाल अजगर बनकर
विशाल अजगर बनकर
Shravan singh
सहानुभूति
सहानुभूति
Rambali Mishra
3346.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3346.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
सत्य संकल्प
सत्य संकल्प
Shaily
अक्सर यूं कहते हैं लोग
अक्सर यूं कहते हैं लोग
Harminder Kaur
Loading...