" यहाँ कई बेताज हैं "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
तुम्हारे इश्क़ में इस कदर खोई,
तुम कहती हो की मुझसे बात नही करना।
मुहब्बत भी करके मिला क्या
कोई कैसे ही कह दे की आजा़द हूं मैं,
''गॉव की वो लड़की करती है प्यार मुझे''
उजड़ें हुए चमन की पहचान हो गये हम ,
मैं भारत हूं मैं, भारत हूं मैं भारत हूं मैं भारत हूं।
शायरी का बादशाह हूं कलम मेरी रानी अल्फाज मेरे गुलाम है बाकी
मुझे गर्व है अलीगढ़ पर #रमेशराज