Revenge shayari
बेवफाओं की रग रग से रूबरू हो गया हूं मैं ।जख्म जो मैंने दिल पर खाए हैं। और देख ए बेवफा सनम आज शायर बन कर के तेरे शहर में आए हैं ।
बेवफाओं की रग रग से रूबरू हो गया हूं मैं ।जख्म जो मैंने दिल पर खाए हैं। और देख ए बेवफा सनम आज शायर बन कर के तेरे शहर में आए हैं ।