बिन बोले सब बयान हो जाता है
अधूरी रह जाती दस्तान ए इश्क मेरी
🍇🍇तेरे मेरे सन्देश-1🍇🍇
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
पुजारी शांति के हम, जंग को भी हमने जाना है।
*होली के रंग ,हाथी दादा के संग*
गरीबों की जिंदगी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
नाजुक -सी लड़की
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
चिरैया पूछेंगी एक दिन
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
जो व्यक्ति दुःख और सुख दोनों में अपना सहमति रखता हो वह व्यक्
*ख़ुद मझधार में होकर भी...*
लौह पुरुष - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
मुझे पहचानते हो, नया ज़माना हूं मैं,
भगवान ने कहा-“हम नहीं मनुष्य के कर्म बोलेंगे“
प्रेम को भला कौन समझ पाया है
यह तुम्हारी नफरत ही दुश्मन है तुम्हारी
*हिन्दी हमारी शान है, हिन्दी हमारा मान है*
नसीबों का मुकद्दर पर अब कोई राज़ तो होगा ।
चोंच से सहला रहे हैं जो परों को