Rachana
कल की चिंता छोड़
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मत भ्रम पाल रे साथी,
कल की चिंता छोड़ रे साथी ।
मोह- माया का जाल बुरा,
मत लालच पाल रे साथी ।
होड़ किसी की क्या करनी ?
कुछ भी साथ न जाये रे साथी ।
प्रेम- सत्य की राह सुहानी,
एक बार तो चलके देख रे साथी ।
बुरे काम का बुरा नतीजा,
आज नहीं तो कल मिले रे साथी ।
किस्मत का रोना मत रो रे साथी,
कल की चिंता छोड़ रे साथी ।
– मुकेश कुमार ऋषि वर्मा
ग्राम रिहावली, डाक तारौली गूजर, फतेहाबाद, आगरा, उत्तर प्रदेश 283111
मो. 9627912535