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10 Oct 2024 · 1 min read

Rachana

कल की चिंता छोड़
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मत भ्रम पाल रे साथी,
कल की चिंता छोड़ रे साथी ।

मोह- माया का जाल बुरा,
मत लालच पाल रे साथी ।

होड़ किसी की क्या करनी ?
कुछ भी साथ न जाये रे साथी ।

प्रेम- सत्य की राह सुहानी,
एक बार तो चलके देख रे साथी ।

बुरे काम का बुरा नतीजा,
आज नहीं तो कल मिले रे साथी ।

किस्मत का रोना मत रो रे साथी,
कल की चिंता छोड़ रे साथी ।

– मुकेश कुमार ऋषि वर्मा
ग्राम रिहावली, डाक तारौली गूजर, फतेहाबाद, आगरा, उत्तर प्रदेश 283111
मो. 9627912535

Language: Hindi
28 Views
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