तेरी इबादत करूँ, कि शिकायत करूँ
Dr Arun Kumar shastri एक अबोध बालक arun atript
काश की तुम मुझे पहचान पाते,
गौरैया दिवस पर
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
गुलाब भी कितना मुस्कराता होगा,
नहीं तेरे साथ में कोई तो क्या हुआ
मुझे आज तक ये समझ में न आया
भाग्य मे जो नहीं होता है उसके लिए आप कितना भी कोशिश कर लो वो