Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Feb 2024 · 1 min read

Pyasa ke dohe (vishwas)

~छ: दोहे ~
—————-
मेरे प्यारे मित्र तुम, होना नही निराश ।
तिनका-तिनका घोंसला,रचता मन विश्वास।।१

तजिए ना विश्वास को, रखिए आश विशुद्ध ।
मिल जायेंगे राम भी, मिल जायेंगे बुद्ध।२

तोड़ निराशा फेकिए, कर पैदा मन आश।
हँसी -खुशी विश्वास दे, रोता रहे निराश ३

घुट-घुट जीते जिंदगी, मन जो करें निराश।
रोते मन डूबे सदा,,तिरता है विश्वास।४

मिलता फल विश्वास का,कर देखो हरि नेह।
भक्त सुदामा किस तरह,पा के रहे सनेह ।।५

मत हारें विश्वास को, रखें आश बेजोड़।
अंदर से विश्वास का, नही जगत में तोड़।।६
–‘प्यासा’

1 Like · 173 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जन्माष्टमी
जन्माष्टमी
लक्ष्मी सिंह
रोज आते कन्हैया_ मेरे ख्वाब मैं
रोज आते कन्हैया_ मेरे ख्वाब मैं
कृष्णकांत गुर्जर
"हाल "
Dr. Kishan tandon kranti
तस्वीर तुम्हारी देखी तो
तस्वीर तुम्हारी देखी तो
VINOD CHAUHAN
दिल की आवाज़ सुन लिया करिए,
दिल की आवाज़ सुन लिया करिए,
Dr fauzia Naseem shad
तत्क्षण
तत्क्षण
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रमेशराज के 2 मुक्तक
रमेशराज के 2 मुक्तक
कवि रमेशराज
तेरी आँखों में अब, काजल नहीं है।
तेरी आँखों में अब, काजल नहीं है।
पंकज परिंदा
दोहा त्रयी. . .
दोहा त्रयी. . .
sushil sarna
याद तो करती होगी
याद तो करती होगी
Shubham Anand Manmeet
मिटता नहीं है अंतर मरने के बाद भी,
मिटता नहीं है अंतर मरने के बाद भी,
Sanjay ' शून्य'
पतझड़
पतझड़
ओसमणी साहू 'ओश'
विचार
विचार
Godambari Negi
February 14th – a Black Day etched in our collective memory,
February 14th – a Black Day etched in our collective memory,
पूर्वार्थ
सद्विचार
सद्विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
राष्ट्रीय किसान दिवस
राष्ट्रीय किसान दिवस
Akash Yadav
....????
....????
शेखर सिंह
सुना था,
सुना था,
हिमांशु Kulshrestha
2789. *पूर्णिका*
2789. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"अगली राखी आऊंगा"
Lohit Tamta
नेता पलटू राम
नेता पलटू राम
Jatashankar Prajapati
मैं तुझ सा कोई ढूंढती रही
मैं तुझ सा कोई ढूंढती रही
Chitra Bisht
बीजारोपण
बीजारोपण
आर एस आघात
राम की मंत्री परिषद
राम की मंत्री परिषद
Shashi Mahajan
शुभ
शुभ
*प्रणय*
तन्हाई
तन्हाई
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
दोहा छंद भाग 2
दोहा छंद भाग 2
मधुसूदन गौतम
कुत्ते का श्राद्ध
कुत्ते का श्राद्ध
Satish Srijan
कल्पित एक भोर पे आस टिकी थी, जिसकी ओस में तरुण कोपल जीवंत हुए।
कल्पित एक भोर पे आस टिकी थी, जिसकी ओस में तरुण कोपल जीवंत हुए।
Manisha Manjari
हमने सुना था के उनके वादों में उन कलियों की खुशबू गौर से पढ़
हमने सुना था के उनके वादों में उन कलियों की खुशबू गौर से पढ़
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...