Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Sep 2021 · 1 min read

Problematic Mithila and Diplomatic Maithil

Problematic Mithila and Diplomatic Maithil.

So many diplomates are drametic representative of Mithila.They all will be executive in all mithila think tank and festivals. They are pramoting caste based discriminations and award in maithili litrature or another field of mithila maithili.
Some diplomates of Mithila are demanding Mithila state for self progress like that Jagarnath mishra Govt. sanskrit school. Only Paag is not identity of hole mithila, but they always show its in photo session anywhere and diplomatically advertising every time by some organiser.
Those never try to socio-economic developement of mithila.always judge everyone on behalf of caste title, but not on based of real work. Only two castes Brahmin and kayastha are maithil people, but another all caste of mithila are non-maithil from anicient times. But Paag(Turben) have athorised in postal stamp by presser politics by diplomate maithil.

© Dr. Kishan Karigar.
(Assist. Professor)

Language: English
Tag: Article
2 Likes · 970 Views
Books from Dr. Kishan Karigar
View all

You may also like these posts

कल तो निर्मम काल है ,
कल तो निर्मम काल है ,
sushil sarna
* नई दृष्टि-परिदृश्य आकलन, मेरा नित्य बदलता है【गीतिका】*
* नई दृष्टि-परिदृश्य आकलन, मेरा नित्य बदलता है【गीतिका】*
Ravi Prakash
सोच
सोच
Rambali Mishra
चाहो न चाहो ये ज़िद है हमारी,
चाहो न चाहो ये ज़िद है हमारी,
Kanchan Alok Malu
"साहस"
Dr. Kishan tandon kranti
बढ़ी हैं दूरियाँ दिल की भले हम पास बैठे हों।
बढ़ी हैं दूरियाँ दिल की भले हम पास बैठे हों।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
#ਸੰਤਸਮਾਧੀ
#ਸੰਤਸਮਾਧੀ
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
वही बस्ती, वही टूटा खिलौना है
वही बस्ती, वही टूटा खिलौना है
sushil yadav
कुंडलिया
कुंडलिया
गुमनाम 'बाबा'
तेवरी में गीतात्मकता +योगेन्द्र शर्मा
तेवरी में गीतात्मकता +योगेन्द्र शर्मा
कवि रमेशराज
जब किनारे दिखाई देते हैं !
जब किनारे दिखाई देते हैं !
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
*मुहब्बत के मोती*
*मुहब्बत के मोती*
आर.एस. 'प्रीतम'
तुम्हें चाहना
तुम्हें चाहना
Akash Agam
बैठे बैठे कोई ख़याल आ गया,
बैठे बैठे कोई ख़याल आ गया,
Jyoti Roshni
सुप्रभातम
सुप्रभातम
*प्रणय*
जुएं में अर्जित धन जुएं से और धन कमाने की आकांक्षा में लोग अ
जुएं में अर्जित धन जुएं से और धन कमाने की आकांक्षा में लोग अ
Rj Anand Prajapati
हर हाल मे,जिंदा ये रवायत रखना।
हर हाल मे,जिंदा ये रवायत रखना।
पूर्वार्थ
🌙Chaand Aur Main✨
🌙Chaand Aur Main✨
Srishty Bansal
गोमुख
गोमुख
D.N. Jha
अपनी नज़र में
अपनी नज़र में
Dr fauzia Naseem shad
काव्य भावना
काव्य भावना
Shyam Sundar Subramanian
जिस्म से जान जैसे जुदा हो रही है...
जिस्म से जान जैसे जुदा हो रही है...
Sunil Suman
— बेटे की ख़ुशी ही क्यूं —??
— बेटे की ख़ुशी ही क्यूं —??
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
3663.💐 *पूर्णिका* 💐
3663.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"The Divine Encounter"
Manisha Manjari
और इच्छा हो जाती है
और इच्छा हो जाती है
Vishnu Prasad 'panchotiya'
जैसे-तैसे
जैसे-तैसे
Dr. Bharati Varma Bourai
टूटा हुआ ख़्वाब हूॅ॑ मैं
टूटा हुआ ख़्वाब हूॅ॑ मैं
VINOD CHAUHAN
- बाप और बेटी का रिश्ता फूल और माली सा है -
- बाप और बेटी का रिश्ता फूल और माली सा है -
bharat gehlot
बावला
बावला
Ajay Mishra
Loading...