योगेन्द्र सिंह योगी 17 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid योगेन्द्र सिंह योगी 17 Nov 2018 · 1 min read नजर भी आ रहा है अब तिरा मासूम सा चेहरा नजर भी आ रहा है अब तेरी फितरत परख़ने का हुनर भी आ रहा है अब तेरे वादे , तेरी कसमें , तेरी महफिल , तेरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 1 448 Share योगेन्द्र सिंह योगी 17 Nov 2018 · 1 min read आँधियों को मोड़ देकर छोड़ दो आदमी हो मुश्किलों को तोड़ दो आँधियों को मोड़ देकर छोड़ दो मुश्किलों का दौर है अब हर तरफ ठोकरों से राह-ए-पर्वत तोड़ दो सत्य का सम्बल तुम्हारे पास है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 527 Share योगेन्द्र सिंह योगी 17 Nov 2018 · 1 min read रेशम सी लड़की ::::::::::::::::::::: रेशम सी लड़की::::::::::::::::::: ख्वाबों में वो रोज ही आए रेशम सी लड़की दिल को हरदम ही तड़पाए रेशम सी लड़की धानी रंग है चूनर जिसपे सुर्ख गुलाबी गाल झील... Hindi · गीत 1 439 Share योगेन्द्र सिंह योगी 17 Nov 2018 · 1 min read नफरतों के दौर में एक शजर ही बाकी रहा ::::::::::;:::::::गजल :::::::::::::::::::: तेरे हिस्से में तुम्हारा शहर भी बाकी रहा मेरी किस्मत में हमारा घर यही बाकी रहा रहमतें बरसी खुदा की हर घड़ी हर शख्स पर सिर्फ़ हिस्से में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 437 Share योगेन्द्र सिंह योगी 17 Nov 2018 · 1 min read रुलाया गर नहीं होता हँसाना ही नहीं पड़ता :::::::::::::::::::::%गजल %;:::::::::::::::: रुलाया गर नहीं होता, हँसाना ही नहीं पड़ता मुसीबत में मेरे हुजरे में आना ही नहीं पड़ता अगर औकात में रहते मनाना ही नहीं पड़ता खुदा उसकी मदद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 371 Share योगेन्द्र सिंह योगी 17 Nov 2018 · 1 min read न तेरा नाम जो लेते %::::::::::::::::::गजल :::::::::::::::::% '' '' 'शीर्षक - न तेरा नाम जो लेते' '' '' मचल उठते सितारे भी नहीं गर थाम जो लेते न ले पाते ये सांसे भी न तेरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 465 Share योगेन्द्र सिंह योगी 17 Nov 2018 · 2 min read मुक्तक ::::::::::::::::::::मुक्तक ::::::::::::::::::::: 1-चाँदनी रात थी छत पर टहल रहा था मैं किसी की याद में दीपक सा जल रहा था मैं उनको फुर्सत ही कहाँ आते जो खयालों में चैन... Hindi · मुक्तक 1 708 Share योगेन्द्र सिंह योगी 17 Nov 2018 · 1 min read नारी ::;::::::::;::::;:कुछ दोहे ::::::::::::::::: ::;:::::%::::शीर्षक - नारी::::%::::::::: नारी खुली किताब है , धारे कितने रंग जीवन जीने के सदा , रखती लाखों ढंग नारी के ही सुत हुए , श्री कृष्ण... Hindi · दोहा 490 Share योगेन्द्र सिंह योगी 17 Nov 2018 · 1 min read चलो दुनियाँ बदलते हैं चलो इक बार हम सब इक नया इतिहास रचते हैं जलाकर बस्तियाँ नफरत की उनको खाक़ करते हैं चलो छोडो ये दुनियाँ है यहां हर शै में दुश्मन हैं मुहब्बत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 303 Share योगेन्द्र सिंह योगी 17 Nov 2018 · 1 min read इस बार हंसाया जाये ::::::::::::::::::::::::::गजल ::::::::::::::::::::::::::: महफ़िली दौर से बाहर भी तो आया जाये शाम बोझिल है लौट घर भी तो जाया जाये सफ़र में तमाम उम्र जो साथ चलती रही रूठी जो मुझसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 310 Share योगेन्द्र सिंह योगी 17 Nov 2018 · 1 min read माँ ………… . . . . ? मुक्तक. ? ………….. छलक जाती मेरी आँखे, तुझे जब याद करता हूँ पलक पे हैं तेरी यादें , तेरी फरियाद करता हूँ महक जाता... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 28 501 Share योगेन्द्र सिंह योगी 13 Nov 2018 · 1 min read पुराने खत #पुराने खत# जाने कहाँ गए वो पुराने खत जिनमें होता था प्यार, अपनापन, स्नेह मे लिपटे हुए सुन्दर शब्द, करुणा, प्रेम, और भी बहुत कुछ.... जब भीनी सी खुशबू साथ... Hindi · लेख 418 Share योगेन्द्र सिंह योगी 13 Nov 2018 · 1 min read आग यदि आए तो दरिया में पिघल कर आए . . . . . . . . . ? गजल ?. . . . . . . . मशअला जो भी हो हल उसका निकलकर आए आग यदि आए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 288 Share योगेन्द्र सिंह योगी 13 Nov 2018 · 1 min read गीत हरदम वफ़ाओं के गाता रहा . . . . . # गीत# . . . . . हम ही शामिल न थे जुस्तजू में तेरी तुमको जालिम जमाना ही भाता रहा इश्क में कोई बंजारा... Hindi · गीत 287 Share योगेन्द्र सिंह योगी 13 Nov 2018 · 1 min read नया एक गीत अब गाने को है . . . . . . . . गजल. . . . . . . . . . बहर - 2122. 2122. 2122 212 आग सीने में दफन है, अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 528 Share योगेन्द्र सिंह योगी 13 Nov 2018 · 1 min read आजमा ले जिंदगी . . . . . . . . . . . गजल. . . . . . . . . . . . . रूह को फुरकत के लम्हों से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 309 Share योगेन्द्र सिंह योगी 13 Nov 2018 · 1 min read माँ ............... शीर्षक - माँ.............. छलक जाती मेरी आँखे, तुझे जब याद करता हूँ पलक पे हैं तेरी यादें , तेरी फरियाद करता हूँ महक जाता मेरा हर पल, तेरे "माँ"... Hindi · मुक्तक 2 3 465 Share