गुमनाम 'बाबा' Tag: Quote Writer 65 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid गुमनाम 'बाबा' 2 Jun 2024 · 1 min read शायरी शायरी तुम से मिलकर जाने-जां ऐसी कसम उठाई है लाखों दिल के अरमां तोड़े हर कोई बहन बनाई है ©दुष्यंत ‘बाबा’ Quote Writer 14 Share गुमनाम 'बाबा' 2 Jun 2024 · 1 min read मुक्तक मुक्तक मैं मुस्कराता हूँ तो जुल्फें सँवार लेती है न देखूँ तो चेहरा बिगाड़ लेती है मुझसे इश्क करती है वो परचून वाली मेरे नाम से सबको उधार देती है... Quote Writer 13 Share गुमनाम 'बाबा' 1 Jun 2024 · 1 min read अभाव और साहित्य का पुराना रिश्ता है अभाव ही कवि को नए आलंबन अभाव और साहित्य का पुराना रिश्ता है अभाव ही कवि को नए आलंबन देता है जो कविता का प्राण है। ©दुष्यंत 'बाबा' Quote Writer 1 32 Share गुमनाम 'बाबा' 22 May 2024 · 1 min read कुंडलिया कुंडलिया छोटी-छोटी बात पर, मत कर मन प्रतिकार। साल भरे में घूर की, आती रही बहार।। आती रही बहार, रहे दिन सबके फिरते। । करते जो प्रतिकार, नज़र से खुद... Quote Writer 32 Share गुमनाम 'बाबा' 24 Feb 2024 · 1 min read रविदासाय विद् महे, काशी बासाय धी महि। रविदासाय विद् महे, काशी बासाय धी महि। तन्नो रविय: प्रचोदयात्! आप सभी को रविदास जयंती की हार्दिक शुभकामनाएँ! Quote Writer 1 94 Share गुमनाम 'बाबा' 23 Feb 2024 · 1 min read “मैं सब कुछ सुनकर भी “मैं सब कुछ सुनकर भी चुपचाप लौट आता हूँ, स्वाभिमान से भी आगे परिवार का पेट पाता हूँ” ©दुष्यंत ‘बाबा’ Quote Writer 1 80 Share गुमनाम 'बाबा' 23 Feb 2024 · 1 min read "मैं सब कुछ सुनकर मैं चुपचाप लौट आता हूँ "मैं सब कुछ सुनकर भी चुपचाप लौट आता हूँ स्वाभिमान से भी बड़ा परिवार का पेट पाता हूँ" ©दुष्यंत 'बाबा' Quote Writer 1 74 Share गुमनाम 'बाबा' 13 Feb 2024 · 1 min read इनको साधे सब सधें, न्यारे इनके ठाट। इनको साधे सब सधें, न्यारे इनके ठाट। तीनों के कुल एक हैं, यादव गुर्जर जाट।। ©दुष्यंत बाबा Quote Writer 93 Share गुमनाम 'बाबा' 2 Feb 2024 · 1 min read "हृदय में कुछ ऐसे अप्रकाशित गम भी रखिए वक़्त-बेवक्त जिन्हें आ "हृदय में कुछ ऐसे अप्रकाशित गम भी रखिए वक़्त-बेवक्त जिन्हें आप अपना कह सकें और एकांत में जी भर गुफ्तगू कर सकें" -©दुष्यन्त 'बाबा' Quote Writer 91 Share गुमनाम 'बाबा' 30 Jan 2024 · 1 min read कुंडलिया कुंडलिया सड़कें पानी नालियां, होने लगीं दुरुस्त। आज जोश में आ गए, नेता थे जो सुस्त।। नेता थे जो सुस्त, कर रहे ता-ता थैया। कहते माई बाप, तुम्हीं हो नाव... Quote Writer 86 Share गुमनाम 'बाबा' 27 Jan 2024 · 1 min read *बेचारे नेता* *बेचारे नेता* नेता हमारे कितने अच्छे हैं लगता जैसे भोले बच्चे हैं पार्टियां इनको जान गई है सही चेहरा पहचान गयीं है कान खुले और जुवा मौन है कल पूछेंगे... Quote Writer 92 Share गुमनाम 'बाबा' 24 Nov 2023 · 1 min read राख देख शमशान में, मनवा करे सवाल। राख देख शमशान में, मनवा करे सवाल। क्या लेकर तू जा सका, करता रहा बवाल।। ©दुष्यंत 'बाबा' Quote Writer 3 216 Share गुमनाम 'बाबा' 19 Nov 2023 · 1 min read विश्व कप-2023 फाइनल सुर्खियां विश्व कप-2023 फाइनल सुर्खियां सबसे ज्यादा रन-विराट कोहली (765)भारत सबसे ज्यादा विकेट-मोहम्मद सामी(24)भारत सबसे ज्यादा मैन ऑफ द मैच/ ज्यादा औसत गेंदबाजी-आर० अश्विन, भारत सबसे अधिक चौके-विराट कोहली (68)भारत सबसे... Quote Writer 97 Share गुमनाम 'बाबा' 19 Nov 2023 · 1 min read विश्व कप-2023 फाइनल विश्व कप-2023 फाइनल भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया स्थान-नरेन्द्र मोदी स्टेडियम, अहमदाबाद पुरस्कार वर्ल्डकप ट्रॉफी-ऑस्ट्रेलिया मैन ऑफ द मैच-ट्रेविस हैड (137 रन) मैन ऑफ द टूर्नामेंट- गोल्डन बैट-विराट कोहली(765)भारत गोल्डन बॉल-मोहम्मद सामी(24) Quote Writer 79 Share गुमनाम 'बाबा' 19 Nov 2023 · 1 min read अच्छे बल्लेबाज हैं, गेंदबाज दमदार। अच्छे बल्लेबाज हैं, गेंदबाज दमदार। इस कप की तो इंडिया , निश्चित दावेदार।। ©दुष्यंत ‘बाबा’ Quote Writer 241 Share गुमनाम 'बाबा' 18 Nov 2023 · 1 min read जल्दी-जल्दी बीत जा, ओ अंधेरी रात। जल्दी-जल्दी बीत जा, ओ अंधेरी रात। कल देखेंगे हम सभी, छक्कों की बरसात।। ©दुष्यंत 'बाबा' Quote Writer 229 Share गुमनाम 'बाबा' 17 Nov 2023 · 1 min read सामी विकेट लपक लो, और जडेजा कैच। सामी विकेट लपक लो, और जडेजा कैच। श्रेयस रोहित कोहली, जीतो यह भी मैच।। ©दुष्यंत 'बाबा' Quote Writer 205 Share गुमनाम 'बाबा' 17 Nov 2023 · 1 min read दोहा दोहा शुभमन रोहित कोहली, सामी सा नही और। आ कंगारू होश में, बदल गया है दौर।। ©दुष्यंत 'बाबा' Quote Writer 235 Share गुमनाम 'बाबा' 17 Nov 2023 · 1 min read दोहा दोहा यही विश्वकप हाथ में, होगा दो दिन बाद। फिर झूमेगा इंडिया, चलो अहमदाबाद।। ©दुष्यंत 'बाबा' Quote Writer 222 Share गुमनाम 'बाबा' 17 Nov 2023 · 1 min read दोहा दोहा ग्रह-नक्षत्रों ने चली, पिछले कुछ दिन चाल। तन-मन पीड़ित कर दिया, पैसों से कंगाल।। ©दुष्यंत 'बाबा' Quote Writer 245 Share गुमनाम 'बाबा' 14 Nov 2023 · 1 min read "एहसानों के बोझ में कुछ यूं दबी है ज़िंदगी "एहसानों के बोझ में कुछ यूं दबी है ज़िंदगी कर रहे है जी हजूरी भूल गए हम बंदगी देखकर बाजार बेतबज्जो आती है शर्मिंदगी हम हीरा लिए बैठे रहे बिक... Quote Writer 2 217 Share गुमनाम 'बाबा' 14 Nov 2023 · 1 min read "चुनाव के दौरान नेता गरीबों के घर खाने ही क्यों जाते हैं, गर "चुनाव के दौरान नेता गरीबों के घर खाने ही क्यों जाते हैं, गरीबों को अपने घर खाने पर क्यों नही बुलाते...संवेदना या सब टी.आर.पी. का खेल है" ©दुष्यंत 'बाबा' Quote Writer 1 254 Share गुमनाम 'बाबा' 13 Nov 2023 · 1 min read "पहले मुझे लगता था कि मैं बिका नही इसलिए सस्ता हूँ "पहले मुझे लगता था कि मैं बिका नही इसलिए सस्ता हूँ परन्तु आज लगता है कि मैं सस्ता हूँ इसलिए बिका नही" ©दुष्यंत 'बाबा' Quote Writer 1 116 Share गुमनाम 'बाबा' 1 Nov 2023 · 1 min read करवाचौथ (कुंडलिया) करवाचौथ (कुंडलिया) हर दिन करवा चौथ हो, मिलें परस्पर मीत। गीत अधर पर रहें सदा, नयनों में संगीत।। नयनों में संगीत, कभी न कटु बचन कहतीं।। पति व्यसन से दूर,... Quote Writer 2 262 Share गुमनाम 'बाबा' 1 Nov 2023 · 1 min read "तुम्हारे शिकवों का अंत चाहता हूँ "तुम्हारे शिकवों का अंत चाहता हूँ कुछ पल के लिए एकांत चाहता हूँ थक गया हूँ गहमा-गहमी से बहुत अब जिंदगी बहुत शांत चाहता हूँ" ©दुष्यंत 'बाबा' Quote Writer 3 162 Share गुमनाम 'बाबा' 27 Sep 2023 · 1 min read दोहा दोहा राधा कहता आपको, ओ राधा के दास। राधा-राधा जब कहा, पाया तुमको पास।। ©दुष्यन्त ‘बाबा’ Quote Writer 228 Share गुमनाम 'बाबा' 26 Sep 2023 · 1 min read दोहा दोहा माँ जाये सम्बंध में, शब्द हो गए दीन। अपनों की तौहीन में, थी अपनी तौहीन।। ©दुष्यंत 'बाबा' Quote Writer 196 Share गुमनाम 'बाबा' 25 Sep 2023 · 1 min read दोहा दोहा आकर बैठो पास तुम, होकर कभी अशेष। फिर नैना पढ़कर कहो, नही प्रश्न अब शेष।। ©दुष्यन्त ‘बाबा’ Quote Writer 300 Share गुमनाम 'बाबा' 25 Sep 2023 · 1 min read दोहा दोहा हरिया किससे मैं कहूँ, अपने मन की पीर। उठ आती है हूँक सी, सीना देती चीर।। आज दुःखी हो कह रहा,अपने मन की पीर। हरिया मुझसे छीन ले, पावक... Quote Writer 1 518 Share गुमनाम 'बाबा' 23 Sep 2023 · 1 min read दोहा दोहा हर अर्जुन यह सोचता, मैं धनुधारी वीर। बिना कृष्ण इस युद्ध में, खोटे है सब तीर।। ©दुष्यन्त 'बाबा' Quote Writer 240 Share गुमनाम 'बाबा' 22 Sep 2023 · 1 min read चाय-समौसा (हास्य) चाय-समौसा (हास्य) रोष समौसे में भरा, बोला सुन ले पनीर। तीन टाँग का जो कहा, सीना दूँगा चीर।। चाय उबल कर कह गयी, सबसे अपनी पीर। संग समौसे तल गयी,... Quote Writer 224 Share गुमनाम 'बाबा' 22 Sep 2023 · 1 min read हँस लो! आज दर-ब-दर हैं हँस लो! आज दर-ब-दर हैं सुनो! कल पनाह भी देंगे तुमने सिर्फ जख्म ही दिए हैं हम साथ में नमक भी देंगे ©दुष्यंत ‘बाबा’ Quote Writer 126 Share गुमनाम 'बाबा' 21 Sep 2023 · 1 min read आज बेरोजगारों की पहली सफ़ में बैठे हैं आज बेरोजगारों की पहली सफ़ में बैठे हैं किस्मत हमसे नही हम किस्मत से रूठे हैं यकीं हैं हौसलों को सजदा करेगी किस्मत थोड़ी थकान बेशक है अंदर से कहाँ... Quote Writer 309 Share गुमनाम 'बाबा' 21 Sep 2023 · 1 min read हँस लो! आज दर-ब-दर हैं हँस लो! आज दर-ब-दर हैं सुनो! कल पनाह भी देंगे तुमने सिर्फ जख्म ही दिए हैं हम साथ में नमक भी देंगे ©दुष्यंत 'बाबा' Quote Writer 372 Share गुमनाम 'बाबा' 5 Sep 2023 · 1 min read दोहा दोहा गुरू ज्ञान का कोष हैं, शिष्य गुणों से हीन। दया, क्षमा, सद्भावना, चाहें हम सब दीन।। ©दुष्यन्त 'बाबा' Quote Writer 1 396 Share गुमनाम 'बाबा' 29 Aug 2023 · 1 min read दोहा दोहा जिनके आगे विवश थे, हॉकी बल्ला, गोल। भारत में पैदा हुए, ध्यानचंद अनमोल।। ©दुष्यन्त 'बाबा' Quote Writer 1 201 Share गुमनाम 'बाबा' 29 Aug 2023 · 1 min read दोहे दोहे जब भी मिलकर है चला, सनातन से विज्ञान। हुई सत्य की खोज है, सकल विश्व को ज्ञान।। नालंदा जब से जली, छूट गयी सब आस। उसी ज्ञान से नौ... Quote Writer 1 146 Share गुमनाम 'बाबा' 27 Aug 2023 · 1 min read दोहा दोहा हरिया किससे मैं कहूँ, अपने मन की पीर। उठ आती है हूँक सी, सीना देती चीर।। आज दुःखी हो कह रहा,अपने मन की पीर। हरिया मुझसे छीन ले, पावक... Quote Writer 270 Share गुमनाम 'बाबा' 27 Aug 2023 · 1 min read नालंदा जब से जली, छूट गयी सब आस। नालंदा जब से जली, छूट गयी सब आस। उसी ज्ञान के कोष से, सब ग्रह होते पास।। मुगल जलाते ही रहे, ज्ञान भरे वह पेज। बचे चुराकर ले गए, गौरे... Quote Writer 1 233 Share गुमनाम 'बाबा' 27 Aug 2023 · 1 min read कोई मिले जो गले लगा ले कोई मिले जो गले लगा ले आकर मेरा मन बहला दे मिलकर सारे दुःख बांट ले अपने-पन से मुझे डाँट दे पढ़ ले भाषा इन आंखों की नही जरूरत फिर... Quote Writer 1 246 Share गुमनाम 'बाबा' 25 Aug 2023 · 1 min read दोहा दोहा तन पर सुंदर साड़ियाँ, कुमकुम बिंदी भाल। सकल विश्व में छा रहीं, बनकर एक मिसाल।। ©दुष्यन्त 'बाबा' Quote Writer 219 Share गुमनाम 'बाबा' 25 Aug 2023 · 1 min read दोहा दोहा अंतरिक्ष को भेदने, निकल पड़ीं हैं साथ।। ये इसरो की शक्तियां, पकड़ हाथ में हाथ।। ©दुष्यन्त ‘बाबा’ Quote Writer 1 374 Share गुमनाम 'बाबा' 24 Aug 2023 · 1 min read नया भारत नया भारत भारत ने फिर से किया, दुनिया का भ्रम दूर। चंदा मामा है नहीं, अब भारत से दूर।। दिग्भ्रमित सभी हो गए, पूंजीवादी देश। कैसे इतना बदल गया, भारत... Quote Writer 262 Share गुमनाम 'बाबा' 23 Aug 2023 · 1 min read दोहा दोहा तुमको है शुभकामना, विक्रम और प्रज्ञान। चंदा मामा चूमकर, जग को देना ज्ञान।। ©दुष्यन्त ‘बाबा’ Quote Writer 186 Share गुमनाम 'बाबा' 23 Aug 2023 · 1 min read दोहा दोहा तुमको है शुभकामना, विक्रम पुत्र प्रज्ञान। चंदा मामा चूमकर, जग को देना ज्ञान।। ©दुष्यन्त 'बाबा' Quote Writer 139 Share गुमनाम 'बाबा' 23 Aug 2023 · 1 min read दोहा दोहा जीवन तो ऐसा जियो, तरुवर नीर समीर। सबको जीवन दे दियो, बिको न तनिक जमीर।। ©दुष्यन्त 'बाबा' Quote Writer 320 Share गुमनाम 'बाबा' 21 Aug 2023 · 1 min read दोहा दोहा हे प्रभु! मुझको दीजिए, केवल यह वरदान। जग से नाता छोड़ कर, करूँ आपका ध्यान।। दुष्यन्त 'बाबा' Quote Writer 235 Share गुमनाम 'बाबा' 21 Aug 2023 · 1 min read मुक्तक मुक्तक डर उनसे नही था जिनके स्वभाव आग थे मुँह के बेशक कड़वे थे पर हितैषी भाव थे उनके काटने पर हम लहर को तरस रहे हैं जो लगते शहद... Quote Writer 367 Share गुमनाम 'बाबा' 21 Aug 2023 · 1 min read मुक्तक मुक्तक मैं विषधर हूँ संज्ञा तो है! प्रकृति के अनुकूल सही। हे मानव! तुझसे अच्छा हूँ,अपनों के प्रतिकूल नही।। जो विषधर से घातक होते, करते हैं बदनाम वही। बहुत विषैले... Quote Writer 335 Share गुमनाम 'बाबा' 20 Aug 2023 · 1 min read दोहा दोहा तीन वर्ष के बाद में, आता है अधिमास। श्री वृंदावन धाम में, प्रभु करते हैं वास।। ©दुष्यन्त 'बाबा' Quote Writer 272 Share Page 1 Next