गुमनाम 'बाबा' Tag: कविता 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid गुमनाम 'बाबा' 16 Aug 2024 · 1 min read हे भारत के हिन्दू सुन लो हे भारत के हिंदू सुन लो जो भी चुनना आज ही चुन लो नही समय अब शेष है... एक ग्रंथ की वाणी सुन लो गीता चाहे कुरान चुन लो बदल... Hindi · कविता 27 Share गुमनाम 'बाबा' 17 Jul 2024 · 1 min read पेंशन पर कविता रोने लगता यदि लोकतंत्र, निराधार नेतृत्व हो जाता है भार साधने वालों का ही, जब भार बड़ा हो जाता है यहाँ नाम बताकर सेवा का, सांसद पांच पेंशन पाता है... Hindi · कविता · गीत 51 Share गुमनाम 'बाबा' 27 May 2024 · 1 min read चित्र आधारित चौपाई रचना *चौपाई* सुंदर गौर सुकोमल अंगी, तन पर साड़ी सिर से नंगी। भावभंगिमा बिखरी-बिखरी, यौवन धन है, धन से तंगी।। उच्च माथ पर स्वेद बह रहा, मन में उपजे भेद कह... Hindi · कविता · गीतिका · हास्य 93 Share गुमनाम 'बाबा' 16 May 2024 · 1 min read दस्त बदरिया (हास्य-विनोद) एक कविता आप देखिए जिसका कवि के दस्तों से कोई सम्बंध नही है अर्थात इसमें लिए गए प्रतीकों को दस्त के दौरान होने वाली घटनाओं से कतई न जोड़ें... प्रस्तुत... Hindi · कविता · गीत · हास्य 85 Share गुमनाम 'बाबा' 30 Jan 2024 · 1 min read चुनावी मौसम चुनावी मौसम पांच वर्ष के बाद, मौसम फिर वादों का आया। था विकास का अकाल, ज्येष्ठ में बादल छाया।। दर-दर पी-हू पी-हू करते, यह मनमानी मोर। माई-बाप बनाते फिरते, पहुँचें... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 130 Share गुमनाम 'बाबा' 27 Sep 2023 · 1 min read घर आ जाओ अब महारानी (उपालंभ गीत) गीत-महारानी साँसो का स्पंदन कहता उखड़ा-उखड़ा मन रहता है और आँखों से बहता पानी घर आ जाओ अब महारानी…. कुमल्ही तुलसी पुकार रही है आकर गाय द्वार खड़ी है मांग... Hindi · कविता · गीत 1 179 Share गुमनाम 'बाबा' 27 Sep 2023 · 1 min read पिता के पदचिह्न (कविता) पिता के पदचिह्न राह सत्य की बड़ी कठिन है कोशिश करके चलते रहना आगे-आगे पिता चलेंगे तुम पद चिन्हों पर चलना यदि तपोगे स्वर्ण बनोगे द्रवित होकर ढलते रहना सहनशक्ति... Hindi · कविता · मुक्तक 1k Share गुमनाम 'बाबा' 27 Sep 2023 · 1 min read रक्षाबंधन (कुंडलिया) प्यारी बहना (रक्षाबंधन) बहना हमारी आ गयीं, लेकर रक्षासूत्र मां प्रफुल्लित हो गयी, परिजन हुए सब मुग्ध परिजन हुए सब मुग्ध, गीत खुशी के गाते बच्चे मिल बच्चों में, सब... Hindi · कविता · कुण्डलिया 245 Share गुमनाम 'बाबा' 27 Sep 2023 · 1 min read शहीदों के लिए (कविता) दोहे (मात्रा भार 13-11) राजगुरू सुखदेव जी, भगत सिंह सरदार। फाँसी फंदा से कहें, मरें वतन पर यार।। फंदा वीरों से डरा, करता यह मनुहार। मृत्यु तुमसे डर रही, अमर... Hindi · कविता · दोहा 292 Share गुमनाम 'बाबा' 26 Sep 2023 · 1 min read दादी की कहानी (कविता) दादी की कहानी दादी! सुनाओ ऐसी कहानी जिसमें हो परियों की रानी या हो पुरानी सदियों वाली बूढ़ी परी या नदियों वाली तब दादी की छनकी पायल और कहा परी... Hindi · कविता · बाल कविता 1 255 Share