Chandan sharma 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Chandan sharma 25 Jan 2023 · 1 min read ग़ज़ल समझ लेते हो जब तुम अपनों का दुख समझते क्यों नहीं फिर औरों का दुख मेरा दुख था कि मैं उस को खो दूँगा उसे था मेरे जैसे कितनों का... Hindi · Ghazal · Urduhindipoetryghazal · उर्दू हिंदी ग़ज़ल · ग़ज़ल 178 Share Chandan sharma 9 Nov 2018 · 1 min read माँ मख़मल का गद्दा भी जैसे किसी पत्थर सा लगता है.. माँ के बिना तो मुझे ये संसार ही बदतर सा लगता है... जिसने नहीं की सेवा माँ बाप की अपने... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 29 538 Share