Vaishali Rastogi Tag: कविता 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Vaishali Rastogi 8 Mar 2021 · 1 min read "तुम सबला हो" "तुम सबला हो" नारी ! तुम अबला नही, तुम सबला हो तुम देह से सुकोमल सही, पर मन से सुदृढ हो तुम सबके तानों को भी हँस कर सह जाती... Hindi · कविता 2 6 393 Share Vaishali Rastogi 2 Dec 2020 · 1 min read "साड़ी" "साड़ी" साड़ी एक वस्त्र नहीं जो तन को ढक देती है साड़ी में है लज्जा नारी की, जो सबके मन को हर लेती है साड़ी में है भावना नारी की,... Hindi · कविता 4 3 420 Share Vaishali Rastogi 1 Dec 2020 · 1 min read "सच्ची समझ" "सच्ची समझ" बच्चों आओ सुनाऊं तुम्हें एक ढोंगी राम की कहानी, करते थे सुबह उठ पूजा कहलाते थे ज्ञानी, ध्यानी । एक दिन गांव में पड़ गया अकाल, सब दौड़े... Hindi · कविता · बाल कविता 3 2 455 Share