उमा झा Language: Maithili 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid उमा झा 25 Mar 2024 · 1 min read होरी रंग में गौरी हरखि हरखि भऽ बजली, होरी खेलब शिव संग में, रंग घोरु नें नंदी खेलब होरी रंग घोरु नें-----। रंगकऽ आंगन शैल शिखर हैत, ऋखिगण अओता क्षण क्षण में, रंग... Maithili 1 55 Share उमा झा 16 Feb 2024 · 1 min read गणपति संगै रहबै यौ गणपति सगैं रहबै यौ मोर धिया के भाय बनिक विघन के रहबै यौ, गणपति संगै रहबै यौ। धिया निर्बुद्धि, बल के हीन, निर्बल बुझियो यौ, ऋद्धि- सिद्धि के स्वामी गजानन,... Maithili 1 65 Share उमा झा 1 Feb 2024 · 1 min read कतो बैसल छी भंग मतवाला, कतो बैसल छी भंग मतवाला, दिल भैर हम बौउवावै छी, हृदय हमर अछि चंचल दानी, तैं नै अहाॅं के पाबै छी। पुष्प धतूरा बेलपत्र हीन, अहिना जोल चरहाबै छी, हृदय... Maithili 1 68 Share उमा झा 30 Dec 2023 · 1 min read माँ गै करै छी गोहार अहि बेर जे किछ भेलै जननी, होए नै बारंबार, माय धिया के मध्य हे जननी, फेर नै बनबिहैं आरि, माँ गै करै छी गोहार। अपन व्यथा माँ किहियै ककरा, छोडि... Maithili 98 Share उमा झा 6 Oct 2023 · 1 min read सुख कखनौ नै पौने छी अश्मशान विहारिणी काली, चरण में शीश झुकौने छी, विपदा अछि विक्राल भयंकर, सुख कखनौ नै पौने छी । पुरूब जनम कि अही जनम के, पापी में हम अग्रणी छी, कहर... Maithili 2 125 Share उमा झा 20 May 2022 · 1 min read रे आंधी! तू ------ रे आंधी! तू किछ नै करमें, अहिना जेमें बाधक ओर, ज्ञानदीप छै हाथ में हमरो, तें नै हमरा ककरो डोर। रे आंधी! तू किछ नै करमें-----। बुझलौं हम छी भगजोगनी... Maithili · गीत 6 10 315 Share उमा झा 26 Mar 2022 · 1 min read अहां दिअ उवारी क्षमा करु हे जननी, अज्ञान छल माँ भारी। हम दीन छी भिखारी ,अज्ञान के पूजारी। माँ के शरण में एलौं, कुंठित ठार भेलौं, किछ सुछि नै रहल छै, माँ के... Maithili · गीत 1 1 372 Share उमा झा 11 Mar 2022 · 1 min read मंत्र जपू मंत्र जपू, मंत्र जपू, मंत्र जपू माय के, मंत्रक प्रभाव सों, एति माँ काली, रोग-शोक छुटि जैत, दुनिया जंजाल के , मंत्र जपू, मंत्र जपू, मंत्र जपू माय के ।... Maithili · कविता 3 1 278 Share उमा झा 19 Feb 2022 · 1 min read हे जननी पावक दिय नै बांधि (भगवती गीत) हे जननी पावक दिय नै बांधि गंगा सन, निर्मल धार, से हो नै बुझाएत आगि, जननी से हो नै बुझाएत आगि, हे जननी पावक दिय नै बांधि।१ हम नर पापी,... Maithili · कविता 3 2 444 Share उमा झा 2 Feb 2022 · 1 min read माँ के मंदिर माँ के मंदिर भीड़ लगल छै, आरती लै माँ तैयार छै । कियो माँ के चरण पखारै, कियो करै श्रृंगार छै माँ के मंदिर भीड़ लगल छै आरती लै माँ... Maithili · कविता 4 2 439 Share