त्रिभवन कौल 41 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid त्रिभवन कौल 18 Nov 2018 · 1 min read मंथन आयु के अंतिम पड़ाव पर एक छोर पर खड़ी एक ज़िन्दगी इतिहास बनने को उत्सुक दुविधा में पड़ी मंथन कर रही है क्या दिया है उसने संसार को उसके ज़िंदा... Hindi · कविता 11 9 802 Share त्रिभवन कौल 25 Oct 2018 · 5 min read मुक्तछंद काव्य का शिल्प विधान “मुक्त छंद का समर्थक उसका प्रवाह ही है। वही उसे छंद सिद्ध करता है और उसका नियमारहित्य उसकी 'मुक्ति"।“ ............................................................. सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला'/ 'परिमल' # महान कवि सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला'... Hindi · Sahitya Kaksha · लेख 38 23 9k Share त्रिभवन कौल 11 Oct 2018 · 1 min read नया युग, नयी औरत नया युग, नयी औरत ----------------------- क्रोध भरी नज़रों से न देखो मुझे दोष का भागीदार न बनाओ मुझे तुमने प्यार को समझा सौदा या क़रार भावनाहीन व्यक्ति को कभी हुआ... Hindi · कविता 3 2 334 Share त्रिभवन कौल 27 Sep 2018 · 19 min read प्रेम का तीसरा रंग वह छत की बालकनी के कोने के पास खड़ी थी। उसके घर की छत हमारे घर की छत से केवल 15 फीट दूर थी। बीच से गुज़रती एक छोटी गली... Hindi · कहानी 3 1 579 Share त्रिभवन कौल 7 Sep 2018 · 1 min read गलती गलती (लघु कथा) --------------------------- वह स्मार्ट लड़की वाटस्प पर चैट कर रही थी। बन्दे ने बैग बर्थ के नीचे रखा .’ “हय ”. लड़की ने अनसुना , अनदेखा कर दिया।... Hindi · लघु कथा 1 567 Share त्रिभवन कौल 20 Jul 2018 · 1 min read भारत मेरा महान " हिन्दू पाकिस्तान ! " "हिन्दू तालेबान !" बड़बोलों का देश बना यह भारत मेरा महान ? एक "पड़ोसी अच्छा " कहता ! दूजा " जाओ पाकिस्तान " ! भारत... Hindi · कविता 2 588 Share त्रिभवन कौल 9 Jul 2018 · 1 min read मेरी गौरैया मेरी गौरैया बच कर रहियो यहाँ दरिन्दे आम हैं ना उनके बेटी ना उनकी बहना उनका संगी ‘काम’ है । पहन मुखौटे तरह तरह के सब को यह भरमाये हैं... Hindi · गीत 1 585 Share त्रिभवन कौल 18 Jun 2018 · 1 min read सूक्ष्म कथायें : १-५ सुक्ष्म कथा -5 -------------- चौक पर 200 भारतीय युवक युवतियों का जमावड़ा था। नेता सरीखे कुछ युवकों ने इशारा किया। चौक नारों से गूंजने लगा। " हमे क्या चाहिए -आज़ादी... Hindi · लघु कथा 1 845 Share त्रिभवन कौल 1 Jun 2018 · 11 min read पच्चीसवीं लड़की २३ वर्षीय राधिका ने समाचार पत्र खोला और चाय की चुस्कियों के साथ विज्ञापन का पृष्ठ पढ़ने लगी। उसकी दृष्टि एक पांच पंक्तियों के विज्ञापन पर स्थिर हो गयी। पास... Hindi · कहानी 1 664 Share त्रिभवन कौल 25 May 2018 · 3 min read फेसबुकया प्यार तृष्णा ने लैपटॉप खोला। स्टार्ट स्विच दबाया तो उसके समक्ष उसीकी एक मनमोहक अंदाज़ में खींची गयी तस्वीर प्रस्तुत हो गयी। तस्वीर को देख कर उसके मुख पर स्माइली समान... Hindi · लघु कथा 1 2 573 Share त्रिभवन कौल 20 May 2018 · 1 min read नव विवाहिता मादक धरती मादक अम्बर मादकता से भरपूर चमन मादक कर्ण की लौ भी है मादक होंठों का प्यारा मिलन मदमस्त फ़िज़ा मदमस्त पवन मदमस्त हैं होंठ मदमस्त नयन मदमस्त यह... Hindi · कविता 2 609 Share त्रिभवन कौल 6 May 2018 · 12 min read इंद्रा ताई क्षमा ने मोबाइल पर मिस काल देखी तो माथे पर हाथ मार लिया। फिर व्हाट्स अप खंगाला। इंद्रा ताई का बुलावा आया था। उसने जल्दी से आफिस का काम समेटा... Hindi · कहानी 1 596 Share त्रिभवन कौल 24 Apr 2018 · 3 min read काव्यशक्ति काव्यशक्ति क्या है ? यद्दीपी भिन्न भिन्न साहित्यकारों के इस पर भिन्न भिन्न विचार हो सकते हैं पर एक आम आदमी की दृष्टि से देखा जाये तो काव्य वह है... Hindi · लेख 1 361 Share त्रिभवन कौल 15 Apr 2018 · 8 min read बलात्कारी आईना केला को होश आया तो अपने को अधनंगी हालत में पा कर रोने लगी। बलात्कारी हंसने लगे। मोबाइल दिखा कर और ऊँगली होंठों पर रख कर उसे चुप रहने का... Hindi · लघु कथा 1 721 Share त्रिभवन कौल 7 Apr 2018 · 17 min read घेरे के बाहर 'घेरे के बाहर' विस्थापित कश्मीरी हिन्दू समाज में युवा पीड़ी की सोच में आ रहे बदलाव की कहानी है। इस सोच का क्या कारण है ? क्या यह सोच कश्मीरी... Hindi · कहानी 1 585 Share त्रिभवन कौल 1 Apr 2018 · 5 min read बाल गीतिका (१८ बाल कविताओं का संग्रह ) बाल गीतिका/ त्रिभवन कौल अनुक्रमणिका १. नन्हा चूहा भागा दौड़ा २ छोटा टौमी दुम हिलाए ३ पिंजरे का तोता ४ नानी अम्मा लाइन में खड़ी ५ बिल्ली मौसी ६ मेमने... Hindi · कविता · बाल कविता 1 708 Share त्रिभवन कौल 26 Mar 2018 · 2 min read कलमकार एक प्रसिद्ध लेखक का निधन हो गया। परिवार की ओर से शान्ति पाठ का आयोजन किया गया। लेखक मित्र , आलोचक , पत्रकार , प्रकाशक, पाठकगणो में श्रद्धांजलि देने के... Hindi · लघु कथा 1 323 Share त्रिभवन कौल 19 Mar 2018 · 1 min read वह दिन याद आते हैं वह दिन याद आते हैं, जब वह मुस्कुराती थी कमल खिलते थे यूँही, जब वह गुनगुनाती थी साये में प्यार के उसके जिया, आज तक इश्वर मेरे आहट सुनते ही,... Hindi · गीत 2 1 473 Share त्रिभवन कौल 14 Mar 2018 · 5 min read जसाला वर्ण पिरामिड लेखन, एक स्पष्टीकरण हिंदी साहित्य को समृद्ध कर रहे फेसबुक के पटलों ,जसाला वर्ण पिरामिड पर साप्ताहिक वर्ण पिरामिड आयोजनों पर या युवा उत्कर्ष साहित्यक मंच पर हर बुधवार को मंच द्वारा आयोजित... Hindi · लेख 16 9 1k Share त्रिभवन कौल 11 Mar 2018 · 1 min read कश्मीरी युवाओं के नाम-एक पैगाम उस माँ से आज़ादी मांग रहे, जिस माँ ने तुमको जन्म दिया उस माँ से आज़ादी चाह रहे, जिस माँ का तुमने दूध पिया आज़ादी का शब्द नाद अरे आज़ादी... Hindi · कविता 713 Share त्रिभवन कौल 8 Mar 2018 · 1 min read नमन है तुझको नारी , मेरा नमन (विश्व नारी दिवस के उपलक्ष्य में ) नमन है तुझको नारी, मेरा नमन सलाम तमाम नारीत्व को तुम लक्ष्मी की अवतार दुर्गा की प्रतीक सरस्वती सी आदर्श मूर्ती धन-धान्य, साहस एवं विद्या की दात्री ओ नारी, सृजन... Hindi · कविता 330 Share त्रिभवन कौल 6 Mar 2018 · 3 min read धर्म परिवर्तन ! गरीबी रेखा से नीचे रहने वाली वह बस्ती अल्पसंख्यों की थी। स्थानीय विधायक गुलाम रसूल ने जान बूझ कर मुल्ला मौलवियों के साथ मिल कर आबादी के जीवन स्तर के... Hindi · लघु कथा 525 Share त्रिभवन कौल 19 Feb 2018 · 5 min read हाइकु रचना : कलात्मक और दर्शनात्मक अभिव्यक्ति हाइकु विधा को जापान के कविश्रेष्ठ बोशो (1644–1694) ने एक काव्य विधा के रूप में स्थापित किया जिसे आजकल संसार की अनेक भाषाओँ ने अपना लिया है। हिंदी भाषा में... Hindi · Sahitya Kaksha · लेख 24 9 1k Share त्रिभवन कौल 16 Feb 2018 · 1 min read पर्यटन ज़िंदगी, लहरों से खेलती चेतावनियों की उपेक्षा करती पर भंवर की क्षुधा से बचते हुए लहरों के उतार चढ़ाव को झेलती दुःख ,भ्रम उम्मीदों, आकांक्षाओं का बोझा लिए समुन्दर में... Hindi · कविता 253 Share त्रिभवन कौल 14 Feb 2018 · 1 min read अभिलाषा कंधों पर लटकी गुते तेरी ऊरोजों को छूती हैं ऐसे सावन का बादल, पर्वत की चोटी को छूता हो जैसे. चंचल से नयन तीखी चितवन अधरों पर प्यासी मुस्कान लिए... Hindi · गीत 1 335 Share त्रिभवन कौल 7 Feb 2018 · 3 min read अंदेशा (लघुकथा) इतवार का दिन होते हुए भी स्कूल में गहमा गहमी थी। वार्षिक उत्सव की तैयारी ज़ोरों पर थी। १० वर्ष के मनुज ने डांस प्रैक्टिस कर, गिटार पर हाथ साफ़... Hindi · लघु कथा 1 569 Share त्रिभवन कौल 23 Jan 2018 · 2 min read इत्तेफ़ाक़ कैफे में साथ वाली टेबल से जब उसे किसी ने पुकारा तो उसने आवाज़ की दिशा में सिर घुमा कर देखा । "राकेश !" "अरे, तुम यहाँ? क्या इत्तेफ़ाक़ है,"... Hindi · लघु कथा 295 Share त्रिभवन कौल 14 Jan 2018 · 1 min read एक महानगर पेड़ों के झुण्ड, खम्बों की कतारें सीमेंटेड सड़क,बेशुमार कारें ठिठुरते बदन, थिरकते होंठ जोर का ठहाका,भूख की दौड़ I झूमते मदहोश, अधनंगे बदन सीने से चिपकाए, खोखले स्तन स्टार कल्चर,... Hindi · कविता 562 Share त्रिभवन कौल 6 Jan 2018 · 2 min read लाली का सपना सोलह साल की उम्र में सपनो को भी पर लग जाते हैं I वह सपने जिनका जीवन की आपा धापी से कुछ लेना देना नहीं I एक बार देखने लग... Hindi · लघु कथा 393 Share त्रिभवन कौल 3 Jan 2018 · 1 min read हाइकु श्रृंखला उज्ज्वल सूर्य लुप्त होते सितारे शोषित बच्चे I ----------------------- वसंत ऋतु राग-रंग उत्सव पिघले बर्फ I ----------------- पर्वत श्रेणी सर्पिल पथ राही चै वृंदगान I ------------------- प्रेम के क्षण बेहतरीन... Hindi · हाइकु 457 Share त्रिभवन कौल 30 Dec 2017 · 1 min read कविता जो मन में है वह लिखती हूँ जो लिखती हूँ वह बोलती हूँ जो बोलती हूँ वह सत्य है जो सत्य है वह निर्विवाद है जो निर्विवाद है वह ईश्वर... Hindi · कविता 569 Share त्रिभवन कौल 24 Dec 2017 · 1 min read स्वप्न हे स्वप्न सुंदरी आती हो बार बार कर नव श्रृंगार हे नीलांभरी देखूँ मैं तुमको बारम्बार हे श्वेतांभरी तुम गगन की परी उतरी धरा पर ऐसे श्वेत हंसनी आयी हो... Hindi · कविता 512 Share त्रिभवन कौल 19 Dec 2017 · 4 min read हिंदी और आभासी दुनिया। फेसबुक और ब्लॉग सहित विभिन्न वेबसाइट के माध्यम से हिंदी में जो भी रचनात्मक कार्य हो रहें हैं वह हिंदी भाषा के उत्थान के लिए एक ऐसा माध्य्म सिद्ध हो... Hindi · लेख 401 Share त्रिभवन कौल 18 Dec 2017 · 1 min read आवाह्न कल का भविष्य तुम्हारा बच्चो, अंतहीन आकाश में छू सको तो छू लो सीमा, अपने जीवन के प्रकाश में बढ़े चलो बढ़े चलो, कदम मिला बढ़े चलो. यह देश तुम्हारा,... Hindi · गीत 1 466 Share त्रिभवन कौल 15 Dec 2017 · 1 min read द्विपदी किसी ने गर जो मेरे ग़म को तराशा होता हम भी कोयले से वह हीरा बन गए होते -------------------------------------------- प्यार को रिश्ते में बांधना नहीं लगता अच्छा बस उनका आना... Hindi · शेर 1 439 Share त्रिभवन कौल 15 Dec 2017 · 1 min read आती है ललाई चेहरे पर I आती है ललाई चेहरे पर जब देख मुझे मुस्काती हो दिल में होल सा उठता है जब हंस कर तुम लज्जाती हो. ऑंखें तुम्हारी कजरारी सी ज़ुल्फ़ों में छिप छिप... Hindi · गीत 1 463 Share त्रिभवन कौल 12 Dec 2017 · 1 min read दुपदी प्यार चाहते सब , नफरत का क्या काम नफरत चंद सिरफिरों की बनी बपौती है। त्रिभवन कौल ------------------------------------------- ख़ामोशी की होती है अपनी ही ज़ुबान होंठ हिलते नहीं पर बात... Hindi · शेर 1 548 Share त्रिभवन कौल 10 Dec 2017 · 4 min read कविता के समक्ष वर्तमान चुनौतियाँ। जीवन ही जब चुनौतियों से भरा नहीं हो तो उस जीवन के क्या मायने। वह जीवन तो मृत समान है। इस परिवेक्ष में कविता को देखा जाए तो कविता भी... Hindi · लेख 1k Share त्रिभवन कौल 5 Dec 2017 · 1 min read ज़हर ज़हर ज़हर ज़हर ज़हर जीव बना ज़हर ज़हर जिधर देख ज़हर ज़हर सुबह शाम यहाँ ज़हर ज़हर ज़हर ज़हर ज़हर ज़हर ज़हर ज़हर ज़हर। पानी ज़हर हवा ज़हर सांसों साँस... Hindi · कविता 407 Share त्रिभवन कौल 27 Nov 2017 · 1 min read मन मन ----- मन कभी चंचल, कभी स्थिर कल्पनाजनित भ्रमजाल उत्पन करता आशा,निराशा,अपेक्षाओं और व्याकुलताओं का मायाजाल बुनता हुआ, कभी सत्य को मिथ्या और मिथ्या को सत्य में परिवर्तित करता यह... Hindi · कविता 1 1 514 Share त्रिभवन कौल 24 Nov 2017 · 1 min read बेचारा आम आदमी गाँधी जी के तीन बंदर तीनो मेरे अन्दर कुलबुलाते हैं बुरा मत देखो, बुरा मत सुनो, बुरा मत कहो पर देखता हूँ, सुनता हूँ, कहता हूँ. क्यों ? क्यूंकि मैं... Hindi · कविता 435 Share