Dr Tabassum Jahan Language: Hindi 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr Tabassum Jahan 7 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल- तू फितरत ए शैतां से कुछ जुदा तो नहीं है- डॉ तबस्सुम जहां तू फितरत ए शैतां से कुछ जुदा तो नहीं है मत कर गुमां ए इंसा, कि तू खुदा तो नहीं है मेरे अपने ही बेगाने बने बैठे हैं मैं कैसी... Hindi 2 226 Share Dr Tabassum Jahan 7 Feb 2024 · 1 min read लघुकथा- "कैंसर" डॉ तबस्सुम जहां लघुकथा- "कैंसर" डॉ तबस्सुम जहां भोला आज अकेला रह गया था। रह-रह कर बिशनु की याद आ रही थी। एक ही तो दोस्त था उसका। देवी मैया ने उसे भी... Hindi 2 968 Share Dr Tabassum Jahan 3 Feb 2024 · 3 min read छोटी कहानी - "पानी और आसमान" कथा- "पानी और आसमान" डॉ तबस्सुम जहां। सुमन ने पानी से भरे गड्ढे में झांक कर देखा। नन्ही मछलियां तैर रही हैं। इससे पहले उसने खाने की प्लेट मे ही... Hindi 1 144 Share Dr Tabassum Jahan 3 Feb 2024 · 11 min read कहानी - "सच्चा भक्त" कहानी - "सच्चा भक्त" डॉ तबस्सुम जहां। "हमें बहुत अफ़सोस है पण्डिताइन जी। हमनें अपनी तरफ से बहुत कोशिश की पर दिल का दौरा इतना इतना ज़बरदस्त था और शुगर... Hindi 1 2 200 Share Dr Tabassum Jahan 1 Feb 2024 · 2 min read लघुकथा - "कनेर के फूल" लघुकथा- "कनेर के फूल " "तुझे पता है सुमन पहले ज़माने में कनेर के फूल पैसों के बदले चलते थे। इन फूलों से जो चाहे ख़रीद सकते थे।" ग्यारह वर्षीय... Hindi 1 148 Share Dr Tabassum Jahan 27 Dec 2023 · 7 min read कहानी- "हाजरा का बुर्क़ा ढीला है" कहानी- "हाजरा का बुर्क़ा ढीला है" डॉ तबस्सुम जहां। कॉलेज लाइब्रेरी के ठीक सामने बैडमिंटन खेलती हाजरा बार-बार मुझे अपनी ओर आकर्षित करती। वजह कि अपनी प्रतिद्वंद्वी के सामने उसका... Hindi 2 2 954 Share Dr Tabassum Jahan 24 Dec 2023 · 2 min read लघुकथा- धर्म बचा लिया। लघुकथा-"धर्म बचा लिया" डॉ तबस्सुम जहां भोला चौराहे पर खड़ा था एकाएक ज़ोर का रेला आया और भोला को अपने साथ ठेलता हुआ ले गया। रेले में लोग कूद रहे... Hindi 2 175 Share