SZUBAIR KHAN KHAN 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid SZUBAIR KHAN KHAN 4 Nov 2022 · 1 min read मुस्कुराहट मुस्कुराहटो पर इस क़दर फ़िदा हूं में कभी पागल तो कभी दिवाना हूं में करूं हर लम्हा रुख़-ओ-रूखसार की बाते तसव्वुर में विसाल -ए- यार की बाते नहीं समझ में... Hindi · कविता 301 Share