शान्ति स्वरूप अवस्थी 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid शान्ति स्वरूप अवस्थी 28 Jan 2025 · 1 min read प्रिए है मधुशाला (१) मैं न सुनूंगा और किसी की प्रिए नयन ही हैं प्याला। प्रिय का ही सौन्दर्य हुआ है मेरे सम्मुख मृदु हाला। अपनी फ़िक्र करो तुम साथी ढूंढ़ो मधुआलय अपना,... 44 Share