डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' Tag: हास्य कविता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' 31 Jul 2022 · 1 min read श्रीमती का उलाहना मेरी कविताओं को देख, श्रीमती का उलाहना है, सारे भाव ख्वाबों में आते, मुझे देख न कुछ आता है; मैं कहता हूंँ दिल में भाव, तुम्हें देख उमड़ता है, "हेतु-हेतु... Hindi · हास्य कविता 10 13 498 Share डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' 30 Jul 2022 · 1 min read उसे देख खिल गयीं थीं कलियांँ तन्हाई में जीता हूंँ, जब से छोड़ गई वो साथ, जीवन में कितनी रौनक थी, जब वो थी मेरे पास; उसे देख बागों में खिल गयीं थीं कलियांँ, फूलों पर... Hindi · हास्य कविता 7 14 506 Share