Sanjay Kumar Tag: कविता 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sanjay Kumar 5 Jun 2021 · 1 min read ।। मेघ ।। काले काले बादल आते मन हर्षित कर जाते हैं वर्षा की बूंदो को लेकर हरा भरा कर जाते हैं ।।1।। बच्चे जल में उछल कूद कर एक दूजे की आख... Hindi · कविता 537 Share Sanjay Kumar 4 Jun 2021 · 1 min read ।। बरसात ।। बादल तो छा गये,बरसात आना बाकी है आसमान की गोंद में,मानो पत्थर बाज़ी है धूल, धुआँ, धुन्ध, धमाल ,पवने झकोर लिये घोर, घटा,घाम, कहीं,फुहार आना बाकी है ।।1।। मन, मस्त,मदन,झूमें,... Hindi · कविता 1 1 817 Share Sanjay Kumar 25 Feb 2021 · 1 min read ।। माँ ।। माँ जीवन की आशा है धैर्य की परिभाषा है माँ सुखों का संगम है ममता और अभिलाषा है ।।1।। माँ सुकून का एक पल है माँ प्यास में जल है... Hindi · कविता 2 1 546 Share Sanjay Kumar 25 Feb 2021 · 1 min read ।। मोहब्बत के खत ।। मोहब्बत मै भी करता था किसी से मोहब्बत आज भी मैं करता हूँ उसी से वह दूर ही सही ,फिर भी मेरे पास है मैं जानता हूँ, वह मेरे लिए... Hindi · कविता 3 1 621 Share Sanjay Kumar 23 Feb 2021 · 1 min read ।। कवि मनमानी ।। (हास्य व्यंग्य) कवियों की वाणी तो निराली हो गयी कहीं गोरी तो कहीं काली हो गयी ।।1।। कहीं प्रेम में मतवाली हो गयी तो कहीं हास्य की हरियाली हो गयी ।।2।। कहीं... Hindi · कविता 1 2 434 Share Sanjay Kumar 1 Jan 2021 · 1 min read ।। कोरोना का शहर ।। चीन के बुहान शहर से निकलती हुई करूण आवाज़ विश्व के कोने कोने में हो गया कोरोना आगाज़ ।।1।। फिर क्या था देखते-देखते गाँव गली मुहल्लो में दहशत फैली चारो... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 13 40 471 Share Sanjay Kumar 1 Jan 2021 · 1 min read ।।कोरोना का शहर ।। चीन के बुहान शहर से निकलती हुई करूण आवाज़ विश्व के कोने कोने में हो गया कोरोना आगाज़ ।।1।। फिर क्या था देखते-देखते गाँव गली मुहल्लो में दहशत फैली चारो... Hindi · कविता 3 4 520 Share