सुशील सिहाग "रानू" Tag: कविता 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुशील सिहाग "रानू" 24 Mar 2024 · 1 min read सत्य की खोज... सत्य की खोज... मैं एक दिन निकला निपट अकेला, भीड़ भरी दुनिया में सत्य की खोज करने... पर खोज.... सत्य से ज्यादा शायद खुद की थी मेरी, मैं क्या हूं....?... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 182 Share सुशील सिहाग "रानू" 14 Jan 2021 · 1 min read किरदार... अब पहले की तरह मुझे मेरा यार नहीं मिलता... समेटी तमाम खुशियों को घरबार नहीं मिलता... मुलाक़ात करके खुद से सुकून तलाश लेता हूं, मतलबी भीड़ में रूह का हकदार... Hindi · कविता 3 6 401 Share सुशील सिहाग "रानू" 15 Dec 2020 · 1 min read कोरोना इक अजब दुविधा है कोरोना... जीवन को दहशत में संजोना... रहकर यूं दूर, एकांत भाव से, खुद के दिल का झांके कोना... बाहर भीतर,बस एक ही डर, क्या था पाना... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 14 51 656 Share सुशील सिहाग "रानू" 4 Dec 2020 · 1 min read इच्छाएं... अनगिनत इच्छाएं मन की... दुविधाएं इस लघु जीवन की... चाहना कुछ और होना कुछ, पाना कुछ और खो देना कुछ, ये भटकन है बीहड़ वन की... अनगिनत इच्छाएं मन की...... Hindi · कविता 8 8 593 Share सुशील सिहाग "रानू" 17 Jan 2019 · 1 min read मेरे ख्यालात... रिश्तों में मिठास रहे हरदम कुछ ऐसे ख्यालात रखता हूं । किसी के दिल को ठेस ना लगे काबू जज़्बात रखता हूं । अपनी ख्वाहिशों को दबा के सीने में... Hindi · कविता 4 398 Share सुशील सिहाग "रानू" 22 Dec 2018 · 1 min read मेरी ये जिन्दगी मेरी ये जिन्दगी ख़ुदा ने चटक रंगों से ऐसे संवारी है । आईना रोज मुझसे पूछता है कि क्या रज़ा तुम्हारी है । उम्मीदें हर पल हर दिन एक नया... Hindi · कविता 2 543 Share सुशील सिहाग "रानू" 16 Dec 2018 · 1 min read सिर्फ़ तुम सिर्फ तुम...... चंद ख्वाबों में सिमटा मेरा विस्तार हो तुम... मेरे जीवन के पतझड़ का गुलजार हो तुम.... मेरी ही परछाई में मिलता है अक़्स तुम्हारा, जुगनू जिसको दूर करे... Hindi · कविता 4 696 Share सुशील सिहाग "रानू" 1 Dec 2018 · 1 min read इश्क मेरा एहसास ,चाहत और सपनों की स्याही से, कोरे कागज पर उतरी तस्वीर सा......इश्क़ मेरा ।। रंगीन ख्यालों और जज्बातों से उभरा, इस मतलबी दुनिया में जागीर सा.......इश्क़ मेरा ।। चातक... Hindi · कविता 5 561 Share सुशील सिहाग "रानू" 21 Nov 2018 · 1 min read * मेरी प्यारी नानी * * मेरी प्यारी नानी * मुझे लगती बड़ी ही प्यारी मेरी प्यारी नानी..... कुछ अलग थलग सी है हमारे रिश्ते की कहानी । एक अनकहा - सा किस्सा है वो... Hindi · कविता 6 5 651 Share सुशील सिहाग "रानू" 18 Nov 2018 · 1 min read मां * मां * अनन्त रुपी रब का कुछ सिमटा सा विस्तार है मां... आड़ी तिरछी रेखाओं का अजब सा आकार है मां... मैं हूं एक छोटा सा पहलू और सकल... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 15 71 1k Share