Shubham Shankhydhar 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Shubham Shankhydhar 3 Jun 2022 · 1 min read निस्वार्थ पापा पापा मेरे तुम वीर हो, गुजरे हो तुम जिस दौर से तुम शांत चित्ता दृण सुरेशा पर लगते हो मुझको चोर से तुम व्यथा को हो छुपाए कि हम ना... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 6 3 499 Share