विनोद शर्मा सागर Tag: कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid विनोद शर्मा सागर 15 Apr 2018 · 1 min read आम आदमी आम आदमी चूसा जाता है आम की तरह नये क़ानून के नाम पर नयी व्यवस्था के नाम पर रोज़ मंहगाई के नाम पर उधड़ जाती है खाल इसकी छिलके की... Hindi · कविता 2 2 622 Share