विनोद शर्मा सागर 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid विनोद शर्मा सागर 21 May 2022 · 2 min read पिताजी ------ *पिताजी* ------ सदा बात सच्ची बताते पिताजी। सही राह हमको चलाते पिताजी।। अगर रूठ जायें किसी बात पर हम। गले से लगाकर मनाते पिताजी।। हमें हर खुशी मिल सके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 2 760 Share विनोद शर्मा सागर 26 Jan 2020 · 1 min read कैसे वतन भूल जायें ज़मीं भूल जाएं गगन भूल जाएं। न हम से कहो हम वतन भूल जाएं।। शहीदों ने खींचा है इसको लहू से। मुनासिब नहीं यह चमन भूल जाएं।। हमें जान से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 529 Share विनोद शर्मा सागर 5 May 2018 · 1 min read बेटियाँ बेटियाँ सबसे हैं प्यारी बेटियाँ। । माँ बाप की और दादा दादी की। घर में सबकी हैं दुलारी बेटियाँ। । पैसे प्यार में बेटे बिगड़े हुए। मगर हैं सबसे आज्ञाकारी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 304 Share विनोद शर्मा सागर 5 May 2018 · 1 min read दुआ चाहिए या ख़ुदा बस यही इक दुआ चाहिए। यार मेरा मुझे बावफ़ा चाहिए। । ज़िन्दगी आज तेरा पता चाहिए। मंज़िलों का मुझे रास्ता चाहिए। । रात दिन मैं निहारूं जिसे प्यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 326 Share विनोद शर्मा सागर 15 Apr 2018 · 1 min read आम आदमी आम आदमी चूसा जाता है आम की तरह नये क़ानून के नाम पर नयी व्यवस्था के नाम पर रोज़ मंहगाई के नाम पर उधड़ जाती है खाल इसकी छिलके की... Hindi · कविता 2 2 621 Share विनोद शर्मा सागर 7 Apr 2018 · 1 min read गज़ल ---- गज़ल--- ज़िन्दगी पे लदी उधारी है। चंद साँसों की रेज़गारी है।। दाँव हर खेल हार बैठे हम। वक़्त निकला बड़ा जुआरी है।। आदमी की जुबां ज़हर जैसी। ज़ेब में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 362 Share विनोद शर्मा सागर 3 Apr 2018 · 1 min read गज़ल -------- गज़ल-------- कितने आँसू बह निकले हैं इक लम्हा मुसकाने में। जीवन सारा बीता जाये ख़ुद को ही समझाने में।। साना है खून पसीना जिसने इस घर के गारे में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 368 Share विनोद शर्मा सागर 2 Apr 2018 · 1 min read गज़ल ---- गज़ल------ मुझे जख़्म दे पर दवाई न दे। भरोसा हमें तू हवाई न दे।। नज़र से कहा कुछ जुबां से कहा। खता हो गयी अब सफ़ाई न दे।। सुबह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 346 Share विनोद शर्मा सागर 1 Apr 2018 · 1 min read गज़ल किया वक़्त ने ये मेरा फ़ैसला है। क़दम दर क़दम ज़िन्दगी फ़ासला है।। चलो हसरतों का उजाला जलाओ। अँधेरों में रोने से क्या फ़ायदा है। । अभी होश में हूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 304 Share विनोद शर्मा सागर 25 Mar 2018 · 1 min read कविता जन्म लेती है ==== गीतिका==== पराजय जब न हो स्वीकार कविता जन्म लेती है। लगे जब जीत भी इक हार कविता जन्म लेती। । कुचल जायें हृदय के जब अधूरे ही सभी सपने।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 384 Share