संतोष तनहा 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid संतोष तनहा 3 May 2020 · 1 min read ज़िद्द उलझी हुई उलझन है भले,पाने की ज़िद है तो है, कहते हो दुश्मन है,पर आजमाने की ज़िद है तो है। तूफान के डर से, अपना रास्ता नही बदलते कभी, समंदर... Hindi · कविता 3 7 469 Share संतोष तनहा 28 Apr 2020 · 2 min read काश! तुम मेरे होते प्रत्येक पँक्ति का मात्रा भार- 16 तुकांत विधानः- 1. मुखड़े एवं पूरक पंक्तियों का तुकांत- एरे होते 2. प्रथम अंतरे का तुकांत- आते, अखियाँ | 3.द्वितीय अंतरे का तुकांत- आती,... Hindi · गीत 4 6 920 Share संतोष तनहा 28 Apr 2020 · 3 min read कुत्तों की पंचायत(व्यंग) एक कुत्ता दूसरे कुत्ते से भिड गया , उसके आदमी संबोधन से चिढ गया | बोला तुम्हारी जबान बढ़ गयी है , या दारू पिए हो जो चढ़ गयी ||... Hindi · कविता 6 8 1k Share संतोष तनहा 28 Apr 2020 · 1 min read मुक्तक सूरज सा नही ढलते तो अच्छा था, कुछ कदम साथ चलते तो अच्छा था। हैं उदासियाँ घनी , घना कोहरा भी, रोशनी में न छलते तो अच्छा था।। संतोष तनहा Hindi · मुक्तक 4 2 327 Share