Comments (8)
3 Aug 2021 01:56 PM
निःशब्द???
वाकई में आज मनुष्य जानवर से भी निकृष्ट कोटि में जा पहुंचा है।
21 Nov 2022 01:20 PM
आदरणीया, आपके स्नेहिल प्रतिक्रिया से अविभूत हूँ। हृदयतल से आभार।
29 Apr 2020 06:57 AM
अद्वितीय व्यंगात्मक प्रस्तुति ।
साधुवाद !
संतोष तनहा
Author
3 May 2020 03:18 PM
आदरणीय , आपकी प्रतिक्रिया पाकर अविभूत हूँ। यूँ ही उत्साहवर्धन करते रहें। सहृदय आभार।
28 Apr 2020 08:25 PM
अनमोल रचना,नमन आपको✍️
संतोष तनहा
Author
3 May 2020 03:20 PM
आपकी अनमोल और उत्साहित करने वाली प्रतिक्रिया पाकर अपार संतुष्टि हुई आदरणीय। हृदयतल से आभार ।
शानदार पेशकश
आपकी सहमति के लिए हृदयतल से आभार और नमन।