श्याम सांवरा Tag: Quote Writer 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid श्याम सांवरा 26 Nov 2024 · 1 min read शब्दों की चाहत है हृदय में उनके, शब्दों की चाहत है हृदय में उनके, सरस प्रेम सा घुल जाऊं। उद्गार बनूं मधुर वाणी का, प्रेम सुधा को छलकाऊं। Quote Writer 1 2 18 Share श्याम सांवरा 26 Nov 2024 · 1 min read माना कि हम सही तुम सही, माना कि हम सही तुम सही, पर सही का पैमाना क्या है। अपनों से हार में ही जीत बसी है। फिर अभिमान को बढ़ाना क्या है। Quote Writer 12 Share श्याम सांवरा 26 Nov 2024 · 1 min read धन कमा लोगे, चमन पा लोगे। धन कमा लोगे, चमन पा लोगे। छल से तुम, हमदम भी बना लोगे। तुम चैन और अमन, कैसे पाओगे। दगा देकर मुझे, नजर कैसे मिलाओगे। Quote Writer 14 Share श्याम सांवरा 26 Nov 2024 · 1 min read सुकून की तलाश ने, प्रकृति की भाषा सिखा दी। सुकून की तलाश ने, प्रकृति की भाषा सिखा दी। अपने दिल की बातें मैंने, इन वादियों को बता दी।। Quote Writer 1 2 15 Share श्याम सांवरा 26 Nov 2024 · 1 min read खो दोगे जब हमें, खो दोगे जब हमें, तो बस मलाल करोगे। मिलना तो नहीं होगा, बस खोजोगे हमें और याद करोगे।। Quote Writer 1 11 Share श्याम सांवरा 26 Nov 2024 · 1 min read किसे सुनाऊं मैं, किसे सुनाऊं मैं, मेरे दुखों कि दास्तां। अब तो आसियाना भी, पहचानता नहीं।। Quote Writer 1 2 12 Share श्याम सांवरा 26 Nov 2024 · 1 min read अब तो तमन्ना है कि, टूटे कांच सा बिखर जाऊं। अब तो तमन्ना है कि, टूटे कांच सा बिखर जाऊं। उनकी मौजूदगी में तन्हा हूं, काश कि मैं मर जाऊं। मजबूर हो जाता हूं, चेहरे की मासूमियत देखकर। ऐ खुदा... Quote Writer 1 1 14 Share श्याम सांवरा 26 Nov 2024 · 1 min read रातें जाग कर गुजरती हैं मेरी, रातें जाग कर गुजरती हैं मेरी, नींद भी आंखों से रुसवा हुई। चाहा जिसे जान से ज्यादा, उसकी गैरों पर इनायत हुई। Quote Writer 1 1 11 Share श्याम सांवरा 8 Feb 2023 · 1 min read निज स्वार्थ ही शत्रु है, निज स्वार्थ ही मित्र। निज स्वार्थ ही शत्रु है, निज स्वार्थ ही मित्र। निराशा मिली तो शत्रु है, आशा मिली तो मित्र। स्वार्थपूर्ण इस जगत में, नि:स्वार्थी है बस मित्र। संगी साथी असंख्य मिले,... Quote Writer 1 1k Share श्याम सांवरा 7 Feb 2023 · 1 min read औरन को परखन चले, खुद की चिंता भूल। औरन को परखन चले, खुद की चिंता भूल। जब चेते तब देर भई। पथ में शूल ही शूल। मित्र -हितैसी छूट गए, तुलना की तराजू में। तुलना कर-कर छोड़ दिया,... Quote Writer 1 227 Share