सविता गर्ग सावी 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सविता गर्ग सावी 8 Aug 2021 · 1 min read जब जब मीरा होती हूँ क्या बोलूं वो कैसे लगते हैं मुझको तो रब जैसे लगते हैं देखूं जब मासूम निगाहें मैं उनकी भोले भाले बचपन जैसे लगते हैं चलूँ झूमती प्रेम की मस्त फुहारों... Hindi · कविता 3 2 476 Share सविता गर्ग सावी 8 Jan 2021 · 1 min read "एक वायरस क्यूँ जी का जंजाल हो गया" पिंजरे में बंद पंछियों सा हाल हो गया हर आदमी इस हाल से बेहाल हो गया यूँ तो बड़ा रईस है दौलत है बेशुमार साँसों की बात आई तो कंगाल... Hindi · गीत 1 2 619 Share सविता गर्ग सावी 8 Jan 2021 · 1 min read बाकी सब मैं भूल गयी हूँ याद तुम्हीं रहते हो अब बस बाकी सब मैं भूल गयी हूँ झाड़ू पौछा चूल्हा चौका चौक पूरना भूल गयी हूँ जाती थी सखियों संग पनघट पानी भरना भूल गयी... Hindi · कविता 3 6 424 Share सविता गर्ग सावी 7 Jan 2021 · 1 min read "कोरोना" तू भी जा गया तेरा साथी बीस कोरोना तू भी जा अब ना कर इतनी रीस कोरोना तू भी जा अर्थव्यवस्था कर दी कचरा सबका जीवन बिखरा बिखरा तेरी वजह से हाल हुआ... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 20 27 689 Share