सौरभ पाण्डेय Tag: ग़ज़ल/गीतिका 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सौरभ पाण्डेय 22 Jun 2023 · 1 min read जानबूझकर कभी जहर खाया नहीं जाता जानबूझकर कभी जहर खाया नहीं जाता मुसीबतों को खुद से गले लगाया नहीं जाता और अगर हौसला हो कुछ अलग ही कर दिखाने का परिस्थितियों का बहाना इस तरह बनाया... Hindi · Life · Quote Writer · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर 1 363 Share सौरभ पाण्डेय 13 Jun 2023 · 1 min read ढूंढ लो बुराइयां कुछ और दिन न जाने किस बात से बेवजह डरता रहा हूं मैं जीने के साथ-साथ,थोड़ा-थोड़ा मरता रहा हूं मैं क्या और कहां है मेरी मंजिल नहीं मालूम मुझको खुद की ही तलाश... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 1 66 Share सौरभ पाण्डेय 13 Jun 2023 · 1 min read प्रकृति की सीख एक दिवस प्रातः दिनकर बोला मुझसे यह बात मिट जाती है रात घनी भी जब भी होता है प्रभात जो अस्त हुआ है फिर उगेगा अपने ही संघर्षों से आभा... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 121 Share सौरभ पाण्डेय 13 Jun 2023 · 1 min read किसी से प्यार किया है क्या कर के ख़ता कोई फिर इकरार किया है क्या ग़लती करके भी उससे इनकार किया है क्या पसंद तो आया होगा इन आंखों को भी कोई सामने से उसके फिर... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 1 98 Share सौरभ पाण्डेय 13 Jun 2023 · 1 min read क्यों आ गई मैं नाकाम सा था बैठा हुआ तुम उम्मीदें जगाने क्यों आ गई अंधेरों में था मैं सिमटा हुआ तुम उजालों से मिलाने क्यों आ गई तुम ही कहो,मैं क्या करूं... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 78 Share सौरभ पाण्डेय 13 Jun 2023 · 1 min read याद है,याद रहेगा तू मुझे याद था,याद है,याद रहेगा कुछ इस तरह दूर होकर भी पास रहेगा इन बहती सर्द हवाओं के सौरभ में तुझे छू कर गुजरने का एहसास रहेगा बिछड़ कर... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 88 Share सौरभ पाण्डेय 12 Jun 2023 · 1 min read कभी मेरा ख्याल आता है क्या तुम्हें यूं ही कभी मेरा ख्याल आता है क्या आजकल कैसा हूं ये सवाल तुम्हें सताता है क्या डाल चुकी हो शायद मिट्टी तुम हमारे रिश्ते पर इस तरह... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 98 Share सौरभ पाण्डेय 12 Jun 2023 · 1 min read दशहरा किया था पाप मगर वेदों का भी ज्ञाता था देख पौरुष जिसका तीनों लोक थर्राता था ज्ञान,बुद्धि,बल,ध्यान जिसके थे ऐसे हथियार महादेव का शिष्य वो लंकेश्वर कहलाता था गुण नहीं... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 54 Share सौरभ पाण्डेय 12 Jun 2023 · 1 min read कुछ यादें अभी तक बाकी है कुछ फूल किताबों में है अब तक कुछ यादें अभी तक बाकी है कुछ तो सपने साकार हुए कुछ ख्वाब अभी तक बाकी है देखेंगे चांद साथ कभी ऐसा हमने... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 61 Share