सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण' Tag: ग़ज़ल/गीतिका 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण' 6 Jan 2022 · 1 min read आज उसकी याद धुँधली हो गई! आज उसकी याद धुँधली हो गई, ऐनकों पे धूल जमती जो गई।१। आँसुओं ने आँख को ललकार दी, चोट मेरी और गहरी हो गई।२। काव्य में सब शब्द ही जागृत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 240 Share सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण' 2 Oct 2021 · 1 min read गीतिका मापनी: 2212 2212 2212 2212 पदांत: के लिए समांत: आने विशेषता: रूप मुखड़ा(हुस्ने मतला),पाँच युग्म ---------------------------------------------------------------- है उठ रही आवाज कुछ झकझोर जाने के लिए, हनुमान का हनुमान से परिचय... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 625 Share सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण' 6 Jul 2021 · 1 min read हिंदी ग़ज़ल वो परिंदा, ये परिंदा, सब छला रह जायेगा, क्या बचा था,क्या बचा है,क्या भला रह जायेगा।१। एक दिन सारे ईमानों - धरम को भी बेचकर, आदमी अंदर से केवल खोखला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 440 Share सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण' 2 Jul 2021 · 1 min read हिंदी ग़ज़ल जिंदगी भर यूँ नहीं फरियाद रहने चाहिए मानवों के भी नए अपवाद रहने चाहिए। १। जो रहे हों अपरिमित शिकवे गिले सब आपसी, वे पुराने अब नहीं अवसाद रहने चाहिए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 296 Share